किशनगंज जिले के प्रत्येक पंचायत में आधुनिक इंटरनेट सुविधा से युक्त डिजिटल क्लासरूम सहित लाइब्रेरी की मांग महिला संवाद कार्यक्रम के दौरान जोर पकड़ती नजर आ रही है। बहादुरगंज प्रखंड के बनगामा पंचायत की सवेरा खातून ने अपने विचार साझा करते हुए कहा कि यदि गाँव-स्तर पर डिजिटल क्लासरूम युक्त लाइब्रेरी की व्यवस्था हो जाए तो आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के बच्चे भी गुणवत्तापूर्ण सूचना, ज्ञान और शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे। साथ ही, पाठ्यक्रम से इतर अन्य विषयों की पुस्तकों तक भी उनकी पहुँच संभव होगी, जिससे उनके व्यक्तित्व विकास और करियर चयन में सहूलियत मिलेगी।
जिले के सातों प्रखंडों में, सुबह और शाम दोनों पालियों में महिला संवाद कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। रविवार को बीस ग्राम संगठनों में यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इन कार्यक्रमों में महिलाएं निःसंकोच मंच पर अपने विचार, अनुभव और सुझाव साझा कर रही हैं। उनके विचारों को न केवल सुना जा रहा है, बल्कि उन्हें लिखित रूप में भी संकलित किया जा रहा है, ताकि भविष्य में नीतिगत निर्णयों और योजनाओं के निर्माण में उनका उपयोग किया जा सके।
दिघलबैंक प्रखंड के करुआमनी पंचायत की यशोदा देवी ने बताया कि सरकारी नौकरी में महिलाओं को मिल रहे आरक्षण का लाभ उठाकर उनकी बेटी शिक्षिका बनी हैं, जिससे परिवार सामाजिक और आर्थिक रूप से सशक्त हुआ है।
वहीं बनगामा पंचायत के खुशी ग्राम संगठन से जुड़ी सीता सोरेन ने गाँव-टोलों में सौर ऊर्जा आधारित प्रकाश व्यवस्था की मांग उठाई। उन्होंने कहा कि “प्रकाश जीवन के अंधेरों को दूर करता है और गाँवों में रौशनी की व्यवस्था से सुरक्षा व्यवस्था में भी सुधार होगा।”
कोचाधामन प्रखंड के गरगाँव पंचायत की अजमेरी खातून ने आवास योजना के तहत मिलने वाली राशि में बढ़ोतरी की मांग रखी। इसके अलावा महिला संवाद कार्यक्रम में वृद्धा, विधवा और विकलांग पेंशन राशि बढ़ाने की मांग भी कई महिलाओं द्वारा प्रमुखता से उठाई गई।
टेढ़ागाछ प्रखंड के चिलहनिया पंचायत की संजना प्रवीण ने मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना से प्राप्त लाभ का अपना सकारात्मक अनुभव साझा किया। वहीं ठाकुरगंज प्रखंड के रसिया पंचायत स्थित रानी ग्राम संगठन की श्यामा देवी ने पंचायत स्तर पर अन्न भंडारण केंद्र की आवश्यकता को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि “यदि किसानों को पंचायत स्तर पर कम दर पर भंडारण सुविधा मिलेगी तो फसलों का बेहतर रखरखाव संभव होगा और उचित समय पर बिक्री कर अच्छी कीमत प्राप्त की जा सकेगी।”
महिला संवाद कार्यक्रम में महिलाएँ पूरे आत्मविश्वास के साथ अपनी आकांक्षाएँ, सुझाव और अनुभव साझा कर रही हैं। कई महिलाएँ यह भी बता रही हैं कि कैसे उन्होंने सरकारी योजनाओं का लाभ उठाकर अपने जीवन में प्रगति की है और अब वे समाज में प्रेरणा स्रोत बन रही हैं।
राहुल कुमार, सारस न्यूज़, किशनगंज।
किशनगंज जिले के प्रत्येक पंचायत में आधुनिक इंटरनेट सुविधा से युक्त डिजिटल क्लासरूम सहित लाइब्रेरी की मांग महिला संवाद कार्यक्रम के दौरान जोर पकड़ती नजर आ रही है। बहादुरगंज प्रखंड के बनगामा पंचायत की सवेरा खातून ने अपने विचार साझा करते हुए कहा कि यदि गाँव-स्तर पर डिजिटल क्लासरूम युक्त लाइब्रेरी की व्यवस्था हो जाए तो आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के बच्चे भी गुणवत्तापूर्ण सूचना, ज्ञान और शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे। साथ ही, पाठ्यक्रम से इतर अन्य विषयों की पुस्तकों तक भी उनकी पहुँच संभव होगी, जिससे उनके व्यक्तित्व विकास और करियर चयन में सहूलियत मिलेगी।
जिले के सातों प्रखंडों में, सुबह और शाम दोनों पालियों में महिला संवाद कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। रविवार को बीस ग्राम संगठनों में यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इन कार्यक्रमों में महिलाएं निःसंकोच मंच पर अपने विचार, अनुभव और सुझाव साझा कर रही हैं। उनके विचारों को न केवल सुना जा रहा है, बल्कि उन्हें लिखित रूप में भी संकलित किया जा रहा है, ताकि भविष्य में नीतिगत निर्णयों और योजनाओं के निर्माण में उनका उपयोग किया जा सके।
दिघलबैंक प्रखंड के करुआमनी पंचायत की यशोदा देवी ने बताया कि सरकारी नौकरी में महिलाओं को मिल रहे आरक्षण का लाभ उठाकर उनकी बेटी शिक्षिका बनी हैं, जिससे परिवार सामाजिक और आर्थिक रूप से सशक्त हुआ है।
वहीं बनगामा पंचायत के खुशी ग्राम संगठन से जुड़ी सीता सोरेन ने गाँव-टोलों में सौर ऊर्जा आधारित प्रकाश व्यवस्था की मांग उठाई। उन्होंने कहा कि “प्रकाश जीवन के अंधेरों को दूर करता है और गाँवों में रौशनी की व्यवस्था से सुरक्षा व्यवस्था में भी सुधार होगा।”
कोचाधामन प्रखंड के गरगाँव पंचायत की अजमेरी खातून ने आवास योजना के तहत मिलने वाली राशि में बढ़ोतरी की मांग रखी। इसके अलावा महिला संवाद कार्यक्रम में वृद्धा, विधवा और विकलांग पेंशन राशि बढ़ाने की मांग भी कई महिलाओं द्वारा प्रमुखता से उठाई गई।
टेढ़ागाछ प्रखंड के चिलहनिया पंचायत की संजना प्रवीण ने मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना से प्राप्त लाभ का अपना सकारात्मक अनुभव साझा किया। वहीं ठाकुरगंज प्रखंड के रसिया पंचायत स्थित रानी ग्राम संगठन की श्यामा देवी ने पंचायत स्तर पर अन्न भंडारण केंद्र की आवश्यकता को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि “यदि किसानों को पंचायत स्तर पर कम दर पर भंडारण सुविधा मिलेगी तो फसलों का बेहतर रखरखाव संभव होगा और उचित समय पर बिक्री कर अच्छी कीमत प्राप्त की जा सकेगी।”
महिला संवाद कार्यक्रम में महिलाएँ पूरे आत्मविश्वास के साथ अपनी आकांक्षाएँ, सुझाव और अनुभव साझा कर रही हैं। कई महिलाएँ यह भी बता रही हैं कि कैसे उन्होंने सरकारी योजनाओं का लाभ उठाकर अपने जीवन में प्रगति की है और अब वे समाज में प्रेरणा स्रोत बन रही हैं।
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