सारस न्यूज, किशनगंज।
मात्स्यिकी महाविद्यालय में मंगलवार को विर्बैक एनिमल हेल्थ इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के सहयोग से एक दिवसीय “उद्योग-शिक्षा संवाद” कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य मत्स्य विज्ञान के अंतिम वर्ष के छात्र-छात्राओं को मत्स्य उद्योग में हो रहे नवीनतम परिवर्तनों, तकनीकी नवाचारों तथा व्यावसायिक अवसरों से परिचित कराना था।
कार्यक्रम की शुरुआत प्रातः 11:00 बजे हुई। महाविद्यालय के डीन डॉ. वी. पी. सैनी ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। इस अवसर पर विर्बैक के क्षेत्रीय व्यवसाय प्रबंधक श्री रवीन्द्र धसकट, मुख्य व्यापारी अधिकारी श्री फनिंद्र कुमार तथा एरिया सेल्स मैनेजर श्री दया सिंह विशेष रूप से उपस्थित रहे। डॉ. सैनी ने सभी अतिथियों का स्वागत मोमेंटो भेंट कर किया और उनके अनुभवों को छात्रों के लिए प्रेरणास्रोत बताया।

अपने उद्घाटन भाषण में डॉ. वी. पी. सैनी ने कहा कि इस प्रकार के संवाद कार्यक्रम उद्योग और शिक्षा के बीच सेतु का कार्य करते हैं। इससे छात्रों को अपने करियर को व्यावहारिक दृष्टिकोण से समझने में मदद मिलती है। उन्होंने यह भी बताया कि ऐसे आयोजनों से छात्रों को भविष्य के लिए मार्गदर्शन मिलता है और वे शोध एवं विकास के क्षेत्र में भी अपनी भूमिका सुनिश्चित कर सकते हैं।
कार्यक्रम के दौरान विर्बैक के अधिकारियों ने मत्स्य स्वास्थ्य प्रबंधन से जुड़ी उन्नत तकनीकों, क्षेत्रीय अनुभवों और चुनौतियों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि कैसे आधुनिक तकनीकों का उपयोग करके मछलियों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाया जा सकता है और उत्पादन में वृद्धि की जा सकती है। छात्रों को उद्योग से जुड़ी व्यावहारिक जानकारियाँ प्राप्त हुईं और उन्होंने अधिकारियों से प्रश्न पूछकर समाधान भी प्राप्त किए।
इस संवाद में स्नातक एवं स्नातकोत्तर विद्यार्थियों ने सक्रिय भागीदारी दिखाई। छात्रों की ओर से मत्स्य उद्योग में करियर की संभावनाओं, उद्यमिता तथा अनुसंधान से संबंधित कई प्रश्न पूछे गए, जिनका उत्तर अधिकारियों ने अनुभव-आधारित उदाहरणों के माध्यम से दिया।
कार्यक्रम के संयोजक श्री भारतेंदु विमल, सहायक प्राध्यापक, जलीय जीव स्वास्थ्य प्रबंधन विभाग, ने विर्बैक कंपनी, महाविद्यालय के सभी शैक्षणिक एवं गैर-शैक्षणिक कर्मचारियों तथा छात्रों के सहयोग के लिए आभार प्रकट किया। उन्होंने भविष्य में इस प्रकार के और भी संवाद कार्यक्रम आयोजित करने की इच्छा व्यक्त की।
इस आयोजन को सफल बनाने में सुदेशना सरकार, पुष्पा कुमारी और विवेक कुमार का विशेष योगदान रहा। उपस्थित सभी छात्रों, शिक्षकों और अधिकारियों ने इस कार्यक्रम की सराहना की और इसे छात्रों के लिए अत्यंत लाभकारी बताया।