भारत सरकार के गृह मंत्रालय के निर्देशानुसार, दिनांक 07 मई 2025 को पूरे देश में सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल का आयोजन किया जा रहा है। इस क्रम में बिहार राज्य के किशनगंज जिले में भी व्यापक स्तर पर मॉक ड्रिल की योजना बनाई गई है। इसी संदर्भ में जिला पदाधिकारी विशाल राज एवं पुलिस अधीक्षक सागर कुमार की संयुक्त अध्यक्षता में कार्यालय कक्ष में एक प्रेस ब्रीफिंग आयोजित की गई।
प्रेस ब्रीफिंग में जिला पदाधिकारी श्री विशाल राज ने बताया कि दिनांक 07 मई 2025 को शाम 07:00 बजे से 07:10 बजे तक जिले में मॉक ड्रिल के अंतर्गत ब्लैकआउट किया जाएगा। इस दौरान जिला कारा, न्यायालय, बैंक आदि स्थानों पर सायरन बजाया जाएगा। जहां सायरन की सुविधा उपलब्ध नहीं है, वहां वाहनों के माध्यम से सायरन की ध्वनि प्रसारित की जाएगी। जिलेवासियों से आग्रह किया गया कि वे इस मॉक ड्रिल में भाग लें एवं सहयोग करें। उन्होंने कहा कि इस दौरान लोग घबराएं नहीं तथा अपने वाहनों की लाइट एवं इंजन बंद रखें।
प्रेस ब्रीफिंग में पुलिस अधीक्षक श्री सागर कुमार ने बताया कि ऑपरेशन ब्लैकआउट के अंतर्गत जिले में सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए हैं और आवश्यक स्थानों पर पुलिस बल की तैनाती सुनिश्चित की गई है। उन्होंने भी जिलेवासियों से राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में सहयोग करने की अपील की।
मुख्य उद्देश्य: इस मॉक ड्रिल का प्रमुख उद्देश्य नागरिकों को आपातकालीन परिस्थितियों, विशेषकर हवाई हमले जैसी संभावित आपदाओं से निपटने के लिए तैयार करना है।
मुख्य गतिविधियाँ: जिला प्रशासन द्वारा मॉक ड्रिल के तहत निम्नलिखित प्रमुख गतिविधियाँ आयोजित की जाएंगी:
हवाई हमले की चेतावनी देने वाली सायरन की जांच: निर्धारित समय पर विभिन्न स्थलों पर सायरन बजाकर लोगों को सतर्क किया जाएगा।
स्कूली बच्चों एवं आम नागरिकों को प्रशिक्षण: विशेष रूप से स्कूलों एवं सार्वजनिक स्थलों पर जाकर नागरिकों को आपातकालीन स्थितियों में सुरक्षा के उपायों की जानकारी दी जाएगी।
ब्लैकआउट की प्रक्रिया का अभ्यास: दिनांक 07 मई 2025 को शाम 07:00 से 07:10 बजे तक जिलेभर में बिजली बंद कर ब्लैकआउट का अभ्यास किया जाएगा। जिन स्थानों पर सायरन की व्यवस्था नहीं है वहां वाहनों के माध्यम से सायरन बजाया जाएगा।
निवेदन: सभी नागरिकों से अनुरोध है कि वे इस दौरान अपने घरों एवं वाहनों की लाइट बंद रखें और अनावश्यक आवाजाही न करें।
छलावरण (Camouflage) तकनीक का अभ्यास: महत्वपूर्ण सरकारी इमारतों, रक्षा प्रतिष्ठानों एवं संवेदनशील स्थलों को छुपाने की तकनीकों का परीक्षण किया जाएगा।
निकासी योजना (Evacuation Plan) का परीक्षण: आपदा की स्थिति में सुरक्षित स्थानों तक पहुंचने की योजनाओं का परीक्षण किया जाएगा और आवश्यकतानुसार उन्हें अपडेट भी किया जाएगा।
जनसामान्य से अपील: जिला प्रशासन तथा पुलिस प्रशासन आम जनता से अपील करता है कि वे इस मॉक ड्रिल में पूर्ण सहयोग करें, अफवाहों पर ध्यान न दें, और शांति एवं सतर्कता बनाए रखें। यह अभ्यास भविष्य में किसी भी आपदा या आपातकालीन स्थिति में प्रभावी प्रतिक्रिया देने हेतु अत्यंत आवश्यक है। मॉक ड्रिल के दौरान व्यापक सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं। जिले में प्रमुख स्थानों पर पुलिस बल की तैनाती सुनिश्चित की गई है ताकि कार्यक्रम शांतिपूर्वक एवं प्रभावी रूप से सम्पन्न हो सके।
यह मॉक ड्रिल नागरिकों में आपातकालीन स्थिति के प्रति जागरूकता बढ़ाने एवं प्रशासन की तत्परता जांचने हेतु आयोजित की जा रही है।
राहुल कुमार, सारस न्यूज, अररिया।
भारत सरकार के गृह मंत्रालय के निर्देशानुसार, दिनांक 07 मई 2025 को पूरे देश में सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल का आयोजन किया जा रहा है। इस क्रम में बिहार राज्य के किशनगंज जिले में भी व्यापक स्तर पर मॉक ड्रिल की योजना बनाई गई है। इसी संदर्भ में जिला पदाधिकारी विशाल राज एवं पुलिस अधीक्षक सागर कुमार की संयुक्त अध्यक्षता में कार्यालय कक्ष में एक प्रेस ब्रीफिंग आयोजित की गई।
प्रेस ब्रीफिंग में जिला पदाधिकारी श्री विशाल राज ने बताया कि दिनांक 07 मई 2025 को शाम 07:00 बजे से 07:10 बजे तक जिले में मॉक ड्रिल के अंतर्गत ब्लैकआउट किया जाएगा। इस दौरान जिला कारा, न्यायालय, बैंक आदि स्थानों पर सायरन बजाया जाएगा। जहां सायरन की सुविधा उपलब्ध नहीं है, वहां वाहनों के माध्यम से सायरन की ध्वनि प्रसारित की जाएगी। जिलेवासियों से आग्रह किया गया कि वे इस मॉक ड्रिल में भाग लें एवं सहयोग करें। उन्होंने कहा कि इस दौरान लोग घबराएं नहीं तथा अपने वाहनों की लाइट एवं इंजन बंद रखें।
प्रेस ब्रीफिंग में पुलिस अधीक्षक श्री सागर कुमार ने बताया कि ऑपरेशन ब्लैकआउट के अंतर्गत जिले में सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए हैं और आवश्यक स्थानों पर पुलिस बल की तैनाती सुनिश्चित की गई है। उन्होंने भी जिलेवासियों से राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में सहयोग करने की अपील की।
मुख्य उद्देश्य: इस मॉक ड्रिल का प्रमुख उद्देश्य नागरिकों को आपातकालीन परिस्थितियों, विशेषकर हवाई हमले जैसी संभावित आपदाओं से निपटने के लिए तैयार करना है।
मुख्य गतिविधियाँ: जिला प्रशासन द्वारा मॉक ड्रिल के तहत निम्नलिखित प्रमुख गतिविधियाँ आयोजित की जाएंगी:
हवाई हमले की चेतावनी देने वाली सायरन की जांच: निर्धारित समय पर विभिन्न स्थलों पर सायरन बजाकर लोगों को सतर्क किया जाएगा।
स्कूली बच्चों एवं आम नागरिकों को प्रशिक्षण: विशेष रूप से स्कूलों एवं सार्वजनिक स्थलों पर जाकर नागरिकों को आपातकालीन स्थितियों में सुरक्षा के उपायों की जानकारी दी जाएगी।
ब्लैकआउट की प्रक्रिया का अभ्यास: दिनांक 07 मई 2025 को शाम 07:00 से 07:10 बजे तक जिलेभर में बिजली बंद कर ब्लैकआउट का अभ्यास किया जाएगा। जिन स्थानों पर सायरन की व्यवस्था नहीं है वहां वाहनों के माध्यम से सायरन बजाया जाएगा।
निवेदन: सभी नागरिकों से अनुरोध है कि वे इस दौरान अपने घरों एवं वाहनों की लाइट बंद रखें और अनावश्यक आवाजाही न करें।
छलावरण (Camouflage) तकनीक का अभ्यास: महत्वपूर्ण सरकारी इमारतों, रक्षा प्रतिष्ठानों एवं संवेदनशील स्थलों को छुपाने की तकनीकों का परीक्षण किया जाएगा।
निकासी योजना (Evacuation Plan) का परीक्षण: आपदा की स्थिति में सुरक्षित स्थानों तक पहुंचने की योजनाओं का परीक्षण किया जाएगा और आवश्यकतानुसार उन्हें अपडेट भी किया जाएगा।
जनसामान्य से अपील: जिला प्रशासन तथा पुलिस प्रशासन आम जनता से अपील करता है कि वे इस मॉक ड्रिल में पूर्ण सहयोग करें, अफवाहों पर ध्यान न दें, और शांति एवं सतर्कता बनाए रखें। यह अभ्यास भविष्य में किसी भी आपदा या आपातकालीन स्थिति में प्रभावी प्रतिक्रिया देने हेतु अत्यंत आवश्यक है। मॉक ड्रिल के दौरान व्यापक सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं। जिले में प्रमुख स्थानों पर पुलिस बल की तैनाती सुनिश्चित की गई है ताकि कार्यक्रम शांतिपूर्वक एवं प्रभावी रूप से सम्पन्न हो सके।
यह मॉक ड्रिल नागरिकों में आपातकालीन स्थिति के प्रति जागरूकता बढ़ाने एवं प्रशासन की तत्परता जांचने हेतु आयोजित की जा रही है।
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