56वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल के सभागार में शनिवार को बीसीपी गेट जोगबनी पर लगने वाले जाम व भीड़ को कम करने के लिए समन्वय बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता कमांडेंट सुरेन्द्र विक्रम ने की। उन्होंने कहा कि बीसीपी गेट जोगबनी बाजार से सटा हुआ है। जगह की कमी के कारण भारत-नेपाल के बीच आने-जाने वाले वाहनों और यात्रियों की जांच के दौरान जाम लग जाता है, जिससे आम लोगों को परेशानी होती है। इसी समस्या के समाधान के लिए यह बैठक बुलाई गई है।
सहायक आयुक्त सीमा शुल्क विकास श्रीवास्तव ने कहा कि वाहन पार्किंग के लिए उचित स्थान तय किया जाए। आम लोगों को जानकारी नहीं होने से वे कहीं भी वाहन खड़ा कर देते हैं, जिससे जाम लगता है। कई बार जाम सीमा शुल्क कार्यालय तक पहुंच जाता है। दुकानदारों को माइक से जागरूक किया जाए। नेपाल से आने वाले लोगों को बताया जाए कि वे वाहन नेपाल की ओर पार्क करें। मौके पर एलपीआई प्रबंधक रत्नाकर यादव भी मौजूद रहे।
व्यापार संघ उपाध्यक्ष संजीव कुमार भगत ने कहा कि बाजार में सड़क किनारे लगने वाले ठेलों पर रोक लगाई जाए। आपात स्थिति में एम्बुलेंस का रास्ता खुला रहना चाहिए। स्टेशन भी पास में है, तीन पहिया वाहनों को भी रोका जाए। ललित पथ को खोला जाए ताकि भीड़ कम हो सके। नगर परिषद ईओ मिनाक्षी कुमारी ने कहा कि व्यापार संघ ठेला वालों को रोके तो भीड़ पर काबू पाया जा सकता है।
व्यापार संघ अध्यक्ष सुनील कुमार राय ने कहा कि एसएसबी, नगर परिषद और प्रशासन के सहयोग से ठेला वालों को सड़क किनारे ठेला लगाने से रोका जाए। व्यापार संघ हरसंभव मदद करेगा। अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी मुकेश कुमार साहा ने कहा कि दुकानों के सामने ठेला लगाने वालों की शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी। सड़कों पर डिवाइडर लगाए जाएं। जोगबनी थाने के पास खाली जमीन है, वहाँ ठेला वालों को स्थान दिया जा सकता है।
कमांडेंट सुरेन्द्र विक्रम ने कहा कि सभी ठेला वालों का पंजीकरण हो और प्रशासन द्वारा तय स्थान पर उन्हें स्थानांतरित किया जाए। इसमें सभी का सहयोग जरूरी है। व्यापार संघ सदस्य दीपक अग्रवाल ने कहा कि सड़क व्यापार का नहीं, परिवहन का माध्यम है। चार-चार जवानों की पेट्रोलिंग हो। नगरपालिका, जिला प्रशासन और एसएसबी की जिम्मेदारी तय हो। रोस्टर के अनुसार ड्यूटी लगाई जाए। नगरपालिका पार्किंग की व्यवस्था करे और शुल्क भी ले।
कमांडेंट ने कहा कि एसएसबी जवान जब बीसीपी गेट पर जांच करते हैं तो नागरिकों से सहयोग अपेक्षित है, जांच को अन्यथा न लें। भारत-नेपाल सांस्कृतिक मंच के सदस्यों ने कहा कि नेपाल से आने वाले अधिकतर वाहन खाली होते हैं। एक साथ कई वाहन आने से एसएसबी को जांच में दिक्कत होती है। पहले ये वाहन नेपाल की ओर पार्क होते थे, अब जोगबनी रेलवे स्टेशन तक आते हैं। नेपाल में आंखों के अस्पताल बढ़ने से भी वाहनों की आवाजाही बढ़ी है। इसलिए नेपाल से आने वाले वाहनों को नेपाल की ओर ही पार्क कराया जाए।
व्यापार संघ सदस्य मुशर्रफ हयात ने कहा कि बीसीपी गेट पर आर-पार जाने वाला रास्ता टूटा हुआ है, इसे पक्का किया जाए, जिस पर कमांडेंट ने कहा कि इस पर नेपाल व स्थानीय प्रशासन से बातचीत चल रही है। सभी का सहयोग जरूरी है।
एलपीएआई आईसीपी जोगबनी के प्रबंधक रत्नाकर यादव ने कहा कि पार्किंग एरिया अलग-अलग बनाए जाएं। दोपहिया, तिपहिया व चारपहिया वाहनों के लिए अलग पार्किंग हो। नगर परिषद कार्यकारी अधिकारी ने कहा कि ठेला वालों द्वारा सामाजिक उपद्रव फैलाने पर बीएनएस के तहत एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की जा सकती है। अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ने पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया।
नगर परिषद अध्यक्ष रानी देवी ने बताया कि बीसीपी गेट के पास सड़कों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। एक महीने में काम पूरा होगा। अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ने सुझाव दिया कि सड़क के बीचों-बीच डेकोरेटेड पोल लाइट के साथ सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं। इससे डिवाइडर का भी काम होगा, जिसे सभी ने समर्थन दिया।
अंत में सभी सदस्यों ने सहमति जताई कि ठेला और रेहड़ी वालों को सड़क के बीच और दुकानों के सामने ठेला न लगाने दिया जाए। मोटरसाइकिल व अन्य वाहनों की पार्किंग के लिए मार्किंग कर व्यवस्था की जाए। प्रशासन को विश्वास में लेकर व्यापारियों व आम जनता से सहयोग लिया जाए ताकि परेशानी कम हो।
बैठक में उप-कमांडेंट पूर्णेन्दु प्रभाकर, सहायक कमांडेंट सौरभ सिंह, अधीक्षक सीमा शुल्क सुधीर कुमार, नगर परिषद अध्यक्षा रानी देवी, रोहित यादव, प्रभात सिंह, दारा सिंह, रंजीत झा, कन्हैया साह, व्यापार संघ के कार्यकारी सदस्य कमल किशोर तापड़िया सहित कई अधिकारी व अन्य लोग उपस्थित रहे।
सारस न्यूज, अररिया।
56वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल के सभागार में शनिवार को बीसीपी गेट जोगबनी पर लगने वाले जाम व भीड़ को कम करने के लिए समन्वय बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता कमांडेंट सुरेन्द्र विक्रम ने की। उन्होंने कहा कि बीसीपी गेट जोगबनी बाजार से सटा हुआ है। जगह की कमी के कारण भारत-नेपाल के बीच आने-जाने वाले वाहनों और यात्रियों की जांच के दौरान जाम लग जाता है, जिससे आम लोगों को परेशानी होती है। इसी समस्या के समाधान के लिए यह बैठक बुलाई गई है।
सहायक आयुक्त सीमा शुल्क विकास श्रीवास्तव ने कहा कि वाहन पार्किंग के लिए उचित स्थान तय किया जाए। आम लोगों को जानकारी नहीं होने से वे कहीं भी वाहन खड़ा कर देते हैं, जिससे जाम लगता है। कई बार जाम सीमा शुल्क कार्यालय तक पहुंच जाता है। दुकानदारों को माइक से जागरूक किया जाए। नेपाल से आने वाले लोगों को बताया जाए कि वे वाहन नेपाल की ओर पार्क करें। मौके पर एलपीआई प्रबंधक रत्नाकर यादव भी मौजूद रहे।
व्यापार संघ उपाध्यक्ष संजीव कुमार भगत ने कहा कि बाजार में सड़क किनारे लगने वाले ठेलों पर रोक लगाई जाए। आपात स्थिति में एम्बुलेंस का रास्ता खुला रहना चाहिए। स्टेशन भी पास में है, तीन पहिया वाहनों को भी रोका जाए। ललित पथ को खोला जाए ताकि भीड़ कम हो सके। नगर परिषद ईओ मिनाक्षी कुमारी ने कहा कि व्यापार संघ ठेला वालों को रोके तो भीड़ पर काबू पाया जा सकता है।
व्यापार संघ अध्यक्ष सुनील कुमार राय ने कहा कि एसएसबी, नगर परिषद और प्रशासन के सहयोग से ठेला वालों को सड़क किनारे ठेला लगाने से रोका जाए। व्यापार संघ हरसंभव मदद करेगा। अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी मुकेश कुमार साहा ने कहा कि दुकानों के सामने ठेला लगाने वालों की शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी। सड़कों पर डिवाइडर लगाए जाएं। जोगबनी थाने के पास खाली जमीन है, वहाँ ठेला वालों को स्थान दिया जा सकता है।
कमांडेंट सुरेन्द्र विक्रम ने कहा कि सभी ठेला वालों का पंजीकरण हो और प्रशासन द्वारा तय स्थान पर उन्हें स्थानांतरित किया जाए। इसमें सभी का सहयोग जरूरी है। व्यापार संघ सदस्य दीपक अग्रवाल ने कहा कि सड़क व्यापार का नहीं, परिवहन का माध्यम है। चार-चार जवानों की पेट्रोलिंग हो। नगरपालिका, जिला प्रशासन और एसएसबी की जिम्मेदारी तय हो। रोस्टर के अनुसार ड्यूटी लगाई जाए। नगरपालिका पार्किंग की व्यवस्था करे और शुल्क भी ले।
कमांडेंट ने कहा कि एसएसबी जवान जब बीसीपी गेट पर जांच करते हैं तो नागरिकों से सहयोग अपेक्षित है, जांच को अन्यथा न लें। भारत-नेपाल सांस्कृतिक मंच के सदस्यों ने कहा कि नेपाल से आने वाले अधिकतर वाहन खाली होते हैं। एक साथ कई वाहन आने से एसएसबी को जांच में दिक्कत होती है। पहले ये वाहन नेपाल की ओर पार्क होते थे, अब जोगबनी रेलवे स्टेशन तक आते हैं। नेपाल में आंखों के अस्पताल बढ़ने से भी वाहनों की आवाजाही बढ़ी है। इसलिए नेपाल से आने वाले वाहनों को नेपाल की ओर ही पार्क कराया जाए।
व्यापार संघ सदस्य मुशर्रफ हयात ने कहा कि बीसीपी गेट पर आर-पार जाने वाला रास्ता टूटा हुआ है, इसे पक्का किया जाए, जिस पर कमांडेंट ने कहा कि इस पर नेपाल व स्थानीय प्रशासन से बातचीत चल रही है। सभी का सहयोग जरूरी है।
एलपीएआई आईसीपी जोगबनी के प्रबंधक रत्नाकर यादव ने कहा कि पार्किंग एरिया अलग-अलग बनाए जाएं। दोपहिया, तिपहिया व चारपहिया वाहनों के लिए अलग पार्किंग हो। नगर परिषद कार्यकारी अधिकारी ने कहा कि ठेला वालों द्वारा सामाजिक उपद्रव फैलाने पर बीएनएस के तहत एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की जा सकती है। अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ने पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया।
नगर परिषद अध्यक्ष रानी देवी ने बताया कि बीसीपी गेट के पास सड़कों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। एक महीने में काम पूरा होगा। अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ने सुझाव दिया कि सड़क के बीचों-बीच डेकोरेटेड पोल लाइट के साथ सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं। इससे डिवाइडर का भी काम होगा, जिसे सभी ने समर्थन दिया।
अंत में सभी सदस्यों ने सहमति जताई कि ठेला और रेहड़ी वालों को सड़क के बीच और दुकानों के सामने ठेला न लगाने दिया जाए। मोटरसाइकिल व अन्य वाहनों की पार्किंग के लिए मार्किंग कर व्यवस्था की जाए। प्रशासन को विश्वास में लेकर व्यापारियों व आम जनता से सहयोग लिया जाए ताकि परेशानी कम हो।
बैठक में उप-कमांडेंट पूर्णेन्दु प्रभाकर, सहायक कमांडेंट सौरभ सिंह, अधीक्षक सीमा शुल्क सुधीर कुमार, नगर परिषद अध्यक्षा रानी देवी, रोहित यादव, प्रभात सिंह, दारा सिंह, रंजीत झा, कन्हैया साह, व्यापार संघ के कार्यकारी सदस्य कमल किशोर तापड़िया सहित कई अधिकारी व अन्य लोग उपस्थित रहे।
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