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स्वस्थ किशनगंज की ओर एक सशक्त कदम, स्वास्थ्य सेवाओं को नई उड़ान, मंत्री मंगल पांडेय ने दी करोड़ों की सौगात।

राहुल कुमार, सारस न्यूज़, किशनगंज।

अब स्वास्थ्य सेवा हर गांव-हर द्वार, आमजन को मिलेगा बेहतर इलाज का अधिकार

किशनगंज जिले में गुरुवार का दिन स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में ऐतिहासिक रहा, जब गांवों में इलाज की सुविधा को और सशक्त करने के लिए बिहार सरकार ने बड़ी पहल की। अब ग्रामीणों को मामूली बीमारियों के लिए शहरों का रुख नहीं करना पड़ेगा। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री श्री मंगल पांडेय ने जिले के विभिन्न क्षेत्रों में 07 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (HWC) और 02 अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (APHC) का उद्घाटन किया। इसके साथ ही 24 और नए HWC भवनों के निर्माण कार्य का शिलान्यास भी किया गया।

इन सभी योजनाओं पर कुल 7.21 करोड़ रुपये की लागत आई है। बहादुरगंज, दिघलबैंक, टेढ़ागाछ और पोठिया प्रखंडों में स्थापित किए गए इन स्वास्थ्य केंद्रों से दूरस्थ गांवों के लोगों को प्राथमिक चिकित्सा, जांच, परामर्श और आवश्यक दवाएं अब स्थानीय स्तर पर ही उपलब्ध हो सकेंगी।

स्थानीय जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में हुआ लोकार्पण

इन स्वास्थ्य केंद्रों के उद्घाटन समारोह में स्वास्थ्य मंत्री के साथ स्थानीय विधायक इजहारुल हसन, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष सुशांत गोप, जिलाधिकारी, सिविल सर्जन, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और सैकड़ों स्थानीय लोग उपस्थित रहे।

स्वास्थ्य मंत्री की प्रतिबद्धता: “हर घर पहुंचे सेहत की सुविधा”

इस अवसर पर श्री मंगल पांडेय ने कहा कि बिहार सरकार, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ‘विकसित बिहार’ के सपनों को साकार करने के लिए स्वास्थ्य के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव कर रही है। उन्होंने बताया कि किशनगंज जैसे सीमावर्ती और पिछड़े जिलों में हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने की दिशा में तेजी से काम किया जा रहा है।

भविष्य की योजना: 24 नए HWC भवनों के निर्माण का शिलान्यास

स्वास्थ्य मंत्री ने किशनगंज प्रखंड में 2, ठाकुरगंज में 1, कोचाधामन में 16 और बहादुरगंज में 5 नए हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों के निर्माण कार्य का शिलान्यास किया, जिन पर 10.28 करोड़ रुपये की लागत प्रस्तावित है।

मानव संसाधन की कमी होगी दूर, 41 हजार नई नियुक्तियाँ जल्द

मंत्री पांडेय ने स्वास्थ्य विभाग में स्टाफ की कमी को लेकर कहा कि आने वाले 2 से 3 महीनों में लगभग 41 हजार नए पदों पर नियुक्तियां की जाएंगी। इससे ग्रामीण क्षेत्रों के स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टर, नर्स और अन्य स्टाफ की उपलब्धता बेहतर होगी।

“स्वास्थ्य सेवा अब गांव की चौखट तक”

सिविल सर्जन डॉ. राज कुमार चौधरी ने बताया कि इन स्वास्थ्य केंद्रों से ग्रामीणों को उनके घर के नजदीक ही गुणवत्तापूर्ण इलाज मिल सकेगा। अब विशेषज्ञ डॉक्टर की सलाह, जरूरी जांच और टेलीमेडिसिन जैसी सुविधाएं गांव में ही उपलब्ध होंगी। इससे स्वास्थ्य सेवाओं में न केवल सुधार होगा बल्कि स्वास्थ्य के प्रति जनजागरूकता भी बढ़ेगी।

जनभागीदारी से मिलेगा संपूर्ण लाभ

डॉ. चौधरी ने कहा कि हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर सिर्फ इमारत नहीं, बल्कि स्वास्थ्य क्रांति के केंद्र बनेंगे। सीएचओ, एएनएम और आशा कार्यकर्ताओं की सक्रिय भागीदारी से यह सेवा प्रत्येक नागरिक तक पहुंचाई जाएगी।

डीएम ने जताई उम्मीद: “स्वस्थ नागरिक ही समृद्ध समाज की नींव”

जिलाधिकारी विशाल राज ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में मजबूत स्वास्थ्य ढांचा सामाजिक न्याय और आर्थिक विकास की दिशा में अहम भूमिका निभाता है। उन्होंने आमजन से अपील की कि वे इन सुविधाओं का लाभ लें और स्वास्थ्य के प्रति सजग बनें।

निष्कर्ष: स्वस्थ किशनगंज की नींव रखी जा चुकी है

यह पहल किशनगंज के सुदूर गांवों के लिए राहत की सांस है, जो अब स्वास्थ्य सुविधाओं की मुख्यधारा से जुड़ सकेंगे। यह योजना केवल इलाज तक सीमित नहीं, बल्कि जागरूकता, भागीदारी और बदलाव की दिशा में बड़ा कदम है — एक सशक्त, स्वस्थ और विकसित बिहार की ओर।


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