जन सुराज पार्टी ने सोमवार को एक अहम कदम उठाते हुए अपने पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में पूर्णिया के पूर्व सांसद उदय सिंह के नाम की घोषणा की। इस अवसर पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में पार्टी के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने जानकारी दी कि पार्टी की स्टेट कोर कमेटी ने सर्वसम्मति से उदय सिंह को राष्ट्रीय अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी है।
प्रशांत किशोर ने कहा कि उदय सिंह जैसे अनुभवी नेता के पार्टी से जुड़ने से जन सुराज अभियान को नई ऊर्जा और मजबूती मिलेगी। साथ ही, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अब पार्टी संचालन की जिम्मेदारी वरिष्ठ नेताओं जैसे उदय सिंह और आर.सी.पी. सिंह पर होगी, जिससे उन्हें व्यक्तिगत रूप से थोड़ा भारमुक्ति मिलेगी। उन्होंने यह भी बताया कि वे स्वयं बुधवार से जेपी की जन्मभूमि सिताबदियारा से 120 दिवसीय बिहार बदलाव यात्रा की शुरुआत करेंगे।
राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने पर उदय सिंह ने पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि जन सुराज पार्टी बिहार की जनता की पार्टी है। उन्होंने कहा कि प्रशांत किशोर ने पिछले तीन वर्षों में अथक मेहनत से एक वैकल्पिक राजनीतिक व्यवस्था खड़ी की है, जो बिहार के विकास की नई दिशा तय करेगी। उदय सिंह ने आश्वस्त किया कि उन्हें जो जिम्मेदारी सौंपी गई है, उसे वे पूरी निष्ठा, समर्पण और प्रतिबद्धता के साथ निभाएंगे।
उन्होंने आगे कहा कि जन सुराज पार्टी का गठन जनता की जरूरत और मांग पर हुआ है। इस पार्टी का लक्ष्य बिहार की जनता को एक सशक्त और व्यवहारिक राजनीतिक विकल्प देना है। प्रशांत किशोर के समर्पण की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि पीके ने अपनी व्यक्तिगत सुख-सुविधाओं का त्याग कर बिहार के पुनर्निर्माण का बीड़ा उठाया है, जो अनुकरणीय है।
वहीं, नालंदा जिले के कल्याण बिगहा गांव में प्रवेश न दिए जाने को लेकर प्रशांत किशोर ने राज्य सरकार और प्रशासन पर तीखा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि अब बिहार में अफसरशाही का जंगलराज है और सरकार नीतीश कुमार नहीं चला रहे, बल्कि कुछ दरबारी और अधिकारी प्रदेश को चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने कभी अपने राजनीतिक विरोधियों को रोकने की राजनीति नहीं की, लेकिन कल्याण बिगहा में जो हुआ, उससे यह स्पष्ट हो गया कि प्रशासनिक तंत्र पूरी तरह पक्षपाती हो गया है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारती, आर.सी.पी. सिंह, रामबली चंद्रवंशी, अफाक अहमद, वाई.वी. गिरि, ललनजी, किशोर कुमार, के.डी. यादव, सुभाष सिंह कुशवाहा, सरवर अली, नंद किशोर कुशवाहा, एन.पी. मंडल, आर.के. मिश्रा सहित अनेक वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता उपस्थित थे।
सारस न्यूज, किशनगंज।
जन सुराज पार्टी ने सोमवार को एक अहम कदम उठाते हुए अपने पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में पूर्णिया के पूर्व सांसद उदय सिंह के नाम की घोषणा की। इस अवसर पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में पार्टी के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने जानकारी दी कि पार्टी की स्टेट कोर कमेटी ने सर्वसम्मति से उदय सिंह को राष्ट्रीय अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी है।
प्रशांत किशोर ने कहा कि उदय सिंह जैसे अनुभवी नेता के पार्टी से जुड़ने से जन सुराज अभियान को नई ऊर्जा और मजबूती मिलेगी। साथ ही, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अब पार्टी संचालन की जिम्मेदारी वरिष्ठ नेताओं जैसे उदय सिंह और आर.सी.पी. सिंह पर होगी, जिससे उन्हें व्यक्तिगत रूप से थोड़ा भारमुक्ति मिलेगी। उन्होंने यह भी बताया कि वे स्वयं बुधवार से जेपी की जन्मभूमि सिताबदियारा से 120 दिवसीय बिहार बदलाव यात्रा की शुरुआत करेंगे।
राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने पर उदय सिंह ने पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि जन सुराज पार्टी बिहार की जनता की पार्टी है। उन्होंने कहा कि प्रशांत किशोर ने पिछले तीन वर्षों में अथक मेहनत से एक वैकल्पिक राजनीतिक व्यवस्था खड़ी की है, जो बिहार के विकास की नई दिशा तय करेगी। उदय सिंह ने आश्वस्त किया कि उन्हें जो जिम्मेदारी सौंपी गई है, उसे वे पूरी निष्ठा, समर्पण और प्रतिबद्धता के साथ निभाएंगे।
उन्होंने आगे कहा कि जन सुराज पार्टी का गठन जनता की जरूरत और मांग पर हुआ है। इस पार्टी का लक्ष्य बिहार की जनता को एक सशक्त और व्यवहारिक राजनीतिक विकल्प देना है। प्रशांत किशोर के समर्पण की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि पीके ने अपनी व्यक्तिगत सुख-सुविधाओं का त्याग कर बिहार के पुनर्निर्माण का बीड़ा उठाया है, जो अनुकरणीय है।
वहीं, नालंदा जिले के कल्याण बिगहा गांव में प्रवेश न दिए जाने को लेकर प्रशांत किशोर ने राज्य सरकार और प्रशासन पर तीखा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि अब बिहार में अफसरशाही का जंगलराज है और सरकार नीतीश कुमार नहीं चला रहे, बल्कि कुछ दरबारी और अधिकारी प्रदेश को चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने कभी अपने राजनीतिक विरोधियों को रोकने की राजनीति नहीं की, लेकिन कल्याण बिगहा में जो हुआ, उससे यह स्पष्ट हो गया कि प्रशासनिक तंत्र पूरी तरह पक्षपाती हो गया है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारती, आर.सी.पी. सिंह, रामबली चंद्रवंशी, अफाक अहमद, वाई.वी. गिरि, ललनजी, किशोर कुमार, के.डी. यादव, सुभाष सिंह कुशवाहा, सरवर अली, नंद किशोर कुशवाहा, एन.पी. मंडल, आर.के. मिश्रा सहित अनेक वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता उपस्थित थे।