सारस न्यूज़, वेब डेस्क।
राष्ट्रीय तिथि: 22 मई 2025
विक्रम संवत्: 2082
मास: ज्येष्ठ (कृष्ण पक्ष)
तिथि:
- दशमी — प्रातः 01:12 बजे तक (इसके बाद एकादशी प्रारंभ)
नक्षत्र:
- पूर्वा भाद्रपद
योग:
- विष्कुंभ — रात्रि 09:50 बजे तक
- इसके बाद प्रीति योग प्रारंभ
करण:
- वनिजा — दोपहर 02:21 बजे तक
- विष्टि (भद्रा) — इसके बाद प्रातः 01:12 बजे (23 मई) तक
वार:
- गुरुवार
ऋतु:
- ग्रीष्म
सूर्य और चंद्र से संबंधित जानकारी:
- सूर्योदय: सुबह 5:27 बजे
- सूर्यास्त: शाम 7:09 बजे
- चंद्रोदय: रात्रि 2:23 बजे
- चंद्रास्त: रात्रि 1:59 बजे
शुभ मुहूर्त:
- अभिजीत मुहूर्त: प्रातः 11:51 बजे से दोपहर 12:45 बजे तक
अशुभ समय (दोष काल):
- राहुकाल: दोपहर 2:01 बजे से 3:44 बजे तक
- गुलिक काल: प्रातः 8:52 बजे से 10:35 बजे तक
- यमगंड काल: प्रातः 5:27 बजे से 7:10 बजे तक
✅ आज का दैनिक उपाय (22 मई 2025):
गुरुवार को भगवान विष्णु तथा बृहस्पति ग्रह की कृपा पाने के लिए आज यह उपाय करें:
- प्रातः स्नान करके पीले वस्त्र पहनें और केले के पेड़ की पूजा करें।
- “ॐ बृं बृहस्पतये नमः” मंत्र का 108 बार जप करें।
- जरूरतमंद ब्राह्मण या विद्यार्थियों को चने की दाल, पीले वस्त्र अथवा पीले फल (जैसे केला) का दान करें।
- हो सके तो आज व्रत रखें और नमक न खाएं।
लाभ: इससे आपकी वाणी में मधुरता आएगी, बौद्धिक क्षमता बढ़ेगी और बृहस्पति से जुड़े दोष शांत होंगे। विद्यार्थियों और नौकरीपेशा लोगों के लिए यह दिन शुभ फलदायक रहेगा।