जिला पदाधिकारी विशाल राज की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में एक अहम समीक्षा बैठक का आयोजन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया गया। इसमें जिले के सभी थाना प्रभारी और अंचलाधिकारियों ने भाग लिया। बैठक में प्रशासनिक व्यवस्था, भूमि विवाद, कानून-व्यवस्था, शराबबंदी, ई-डार, और नीलाम पत्र वाद जैसे विषयों पर विस्तृत चर्चा की गई।
बैठक की शुरुआत भूमि विवादों के मामलों से हुई। डीएम ने चिंता व्यक्त की कि कर्मचारियों की हड़ताल के चलते जनता दरबार ठप है। इस पर उन्होंने निर्देश जारी किया कि प्रत्येक शनिवार को थाना दिवस के साथ-साथ भूमि विवादों के समाधान हेतु विशेष जनता दरबार अनिवार्य रूप से आयोजित किया जाए। उन्होंने आदेश दिया कि अपर समाहर्ता प्रत्येक शनिवार किसी न किसी थाना क्षेत्र का निरीक्षण करें।
नीलाम पत्र वाद के पुराने मामलों पर भी ध्यान दिया गया। 20 साल से अधिक समय से लंबित मामलों में से सिर्फ 5 बचे हैं, जिन्हें अगले एक सप्ताह में निपटाने का निर्देश अधिकारियों को मिला। डीएम ने सख्ती से कहा कि थानाध्यक्ष यदि किसी कारणवश बैठक में उपस्थित नहीं हो पाते, तो उनकी जगह कोई सक्षम अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से शामिल होना चाहिए।
बहादुरगंज, दिघलबैंक, किशनगंज और कोचाधामन जैसे थानों की स्थिति की विशेष समीक्षा की आवश्यकता बताई गई और इनके लिए अलग समीक्षा बैठक करने का निर्णय लिया गया। शराबबंदी को लेकर भी डीएम ने निर्देश दिए कि जब्ती अभियान को और तेज किया जाए। ठाकुरगंज और पोठिया थानों को ज्यादा से ज्यादा बॉडी वारंट जारी कर उनके निष्पादन को प्राथमिकता देने के लिए कहा गया।
इसके साथ ही नीलाम पत्र वादों के निपटारे और थानों से मिलने वाली रिपोर्टों पर चर्चा हुई। जिन थानों ने अब तक अपनी रिपोर्ट नहीं भेजी है, उन्हें जल्द से जल्द रिपोर्ट भेजने का अंतिम निर्देश दिया गया।
बैठक में अपर समाहर्ता अमरेन्द्र कुमार पंकज, अनुमंडल पदाधिकारी लतीफुर रहमान, जिला परिवहन पदाधिकारी अरुण कुमार, वरीय उप समाहर्ता कुमार ब्रजेश समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिले के सभी थानाध्यक्ष और अंचलाधिकारी बैठक से जुड़े रहे।
किशनगंज, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। जिला पदाधिकारी विशाल राज की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में एक अहम समीक्षा बैठक का आयोजन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया गया। इसमें जिले के सभी थाना प्रभारी और अंचलाधिकारियों ने भाग लिया। बैठक में प्रशासनिक व्यवस्था, भूमि विवाद, कानून-व्यवस्था, शराबबंदी, ई-डार, और नीलाम पत्र वाद जैसे विषयों पर विस्तृत चर्चा की गई।
बैठक की शुरुआत भूमि विवादों के मामलों से हुई। डीएम ने चिंता व्यक्त की कि कर्मचारियों की हड़ताल के चलते जनता दरबार ठप है। इस पर उन्होंने निर्देश जारी किया कि प्रत्येक शनिवार को थाना दिवस के साथ-साथ भूमि विवादों के समाधान हेतु विशेष जनता दरबार अनिवार्य रूप से आयोजित किया जाए। उन्होंने आदेश दिया कि अपर समाहर्ता प्रत्येक शनिवार किसी न किसी थाना क्षेत्र का निरीक्षण करें।
नीलाम पत्र वाद के पुराने मामलों पर भी ध्यान दिया गया। 20 साल से अधिक समय से लंबित मामलों में से सिर्फ 5 बचे हैं, जिन्हें अगले एक सप्ताह में निपटाने का निर्देश अधिकारियों को मिला। डीएम ने सख्ती से कहा कि थानाध्यक्ष यदि किसी कारणवश बैठक में उपस्थित नहीं हो पाते, तो उनकी जगह कोई सक्षम अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से शामिल होना चाहिए।
बहादुरगंज, दिघलबैंक, किशनगंज और कोचाधामन जैसे थानों की स्थिति की विशेष समीक्षा की आवश्यकता बताई गई और इनके लिए अलग समीक्षा बैठक करने का निर्णय लिया गया। शराबबंदी को लेकर भी डीएम ने निर्देश दिए कि जब्ती अभियान को और तेज किया जाए। ठाकुरगंज और पोठिया थानों को ज्यादा से ज्यादा बॉडी वारंट जारी कर उनके निष्पादन को प्राथमिकता देने के लिए कहा गया।
इसके साथ ही नीलाम पत्र वादों के निपटारे और थानों से मिलने वाली रिपोर्टों पर चर्चा हुई। जिन थानों ने अब तक अपनी रिपोर्ट नहीं भेजी है, उन्हें जल्द से जल्द रिपोर्ट भेजने का अंतिम निर्देश दिया गया।
बैठक में अपर समाहर्ता अमरेन्द्र कुमार पंकज, अनुमंडल पदाधिकारी लतीफुर रहमान, जिला परिवहन पदाधिकारी अरुण कुमार, वरीय उप समाहर्ता कुमार ब्रजेश समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिले के सभी थानाध्यक्ष और अंचलाधिकारी बैठक से जुड़े रहे।
सारस न्यूज, वेब डेस्क।
जिला पदाधिकारी विशाल राज की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में एक अहम समीक्षा बैठक का आयोजन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया गया। इसमें जिले के सभी थाना प्रभारी और अंचलाधिकारियों ने भाग लिया। बैठक में प्रशासनिक व्यवस्था, भूमि विवाद, कानून-व्यवस्था, शराबबंदी, ई-डार, और नीलाम पत्र वाद जैसे विषयों पर विस्तृत चर्चा की गई।
बैठक की शुरुआत भूमि विवादों के मामलों से हुई। डीएम ने चिंता व्यक्त की कि कर्मचारियों की हड़ताल के चलते जनता दरबार ठप है। इस पर उन्होंने निर्देश जारी किया कि प्रत्येक शनिवार को थाना दिवस के साथ-साथ भूमि विवादों के समाधान हेतु विशेष जनता दरबार अनिवार्य रूप से आयोजित किया जाए। उन्होंने आदेश दिया कि अपर समाहर्ता प्रत्येक शनिवार किसी न किसी थाना क्षेत्र का निरीक्षण करें।
नीलाम पत्र वाद के पुराने मामलों पर भी ध्यान दिया गया। 20 साल से अधिक समय से लंबित मामलों में से सिर्फ 5 बचे हैं, जिन्हें अगले एक सप्ताह में निपटाने का निर्देश अधिकारियों को मिला। डीएम ने सख्ती से कहा कि थानाध्यक्ष यदि किसी कारणवश बैठक में उपस्थित नहीं हो पाते, तो उनकी जगह कोई सक्षम अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से शामिल होना चाहिए।
बहादुरगंज, दिघलबैंक, किशनगंज और कोचाधामन जैसे थानों की स्थिति की विशेष समीक्षा की आवश्यकता बताई गई और इनके लिए अलग समीक्षा बैठक करने का निर्णय लिया गया। शराबबंदी को लेकर भी डीएम ने निर्देश दिए कि जब्ती अभियान को और तेज किया जाए। ठाकुरगंज और पोठिया थानों को ज्यादा से ज्यादा बॉडी वारंट जारी कर उनके निष्पादन को प्राथमिकता देने के लिए कहा गया।
इसके साथ ही नीलाम पत्र वादों के निपटारे और थानों से मिलने वाली रिपोर्टों पर चर्चा हुई। जिन थानों ने अब तक अपनी रिपोर्ट नहीं भेजी है, उन्हें जल्द से जल्द रिपोर्ट भेजने का अंतिम निर्देश दिया गया।
बैठक में अपर समाहर्ता अमरेन्द्र कुमार पंकज, अनुमंडल पदाधिकारी लतीफुर रहमान, जिला परिवहन पदाधिकारी अरुण कुमार, वरीय उप समाहर्ता कुमार ब्रजेश समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिले के सभी थानाध्यक्ष और अंचलाधिकारी बैठक से जुड़े रहे।
किशनगंज, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। जिला पदाधिकारी विशाल राज की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में एक अहम समीक्षा बैठक का आयोजन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया गया। इसमें जिले के सभी थाना प्रभारी और अंचलाधिकारियों ने भाग लिया। बैठक में प्रशासनिक व्यवस्था, भूमि विवाद, कानून-व्यवस्था, शराबबंदी, ई-डार, और नीलाम पत्र वाद जैसे विषयों पर विस्तृत चर्चा की गई।
बैठक की शुरुआत भूमि विवादों के मामलों से हुई। डीएम ने चिंता व्यक्त की कि कर्मचारियों की हड़ताल के चलते जनता दरबार ठप है। इस पर उन्होंने निर्देश जारी किया कि प्रत्येक शनिवार को थाना दिवस के साथ-साथ भूमि विवादों के समाधान हेतु विशेष जनता दरबार अनिवार्य रूप से आयोजित किया जाए। उन्होंने आदेश दिया कि अपर समाहर्ता प्रत्येक शनिवार किसी न किसी थाना क्षेत्र का निरीक्षण करें।
नीलाम पत्र वाद के पुराने मामलों पर भी ध्यान दिया गया। 20 साल से अधिक समय से लंबित मामलों में से सिर्फ 5 बचे हैं, जिन्हें अगले एक सप्ताह में निपटाने का निर्देश अधिकारियों को मिला। डीएम ने सख्ती से कहा कि थानाध्यक्ष यदि किसी कारणवश बैठक में उपस्थित नहीं हो पाते, तो उनकी जगह कोई सक्षम अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से शामिल होना चाहिए।
बहादुरगंज, दिघलबैंक, किशनगंज और कोचाधामन जैसे थानों की स्थिति की विशेष समीक्षा की आवश्यकता बताई गई और इनके लिए अलग समीक्षा बैठक करने का निर्णय लिया गया। शराबबंदी को लेकर भी डीएम ने निर्देश दिए कि जब्ती अभियान को और तेज किया जाए। ठाकुरगंज और पोठिया थानों को ज्यादा से ज्यादा बॉडी वारंट जारी कर उनके निष्पादन को प्राथमिकता देने के लिए कहा गया।
इसके साथ ही नीलाम पत्र वादों के निपटारे और थानों से मिलने वाली रिपोर्टों पर चर्चा हुई। जिन थानों ने अब तक अपनी रिपोर्ट नहीं भेजी है, उन्हें जल्द से जल्द रिपोर्ट भेजने का अंतिम निर्देश दिया गया।
बैठक में अपर समाहर्ता अमरेन्द्र कुमार पंकज, अनुमंडल पदाधिकारी लतीफुर रहमान, जिला परिवहन पदाधिकारी अरुण कुमार, वरीय उप समाहर्ता कुमार ब्रजेश समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिले के सभी थानाध्यक्ष और अंचलाधिकारी बैठक से जुड़े रहे।