सारस न्यूज़, अररिया।
नगर थाना क्षेत्र के जहांगीर बस्ती में बीते 21 अप्रैल की सुबह एक सनसनीखेज वारदात सामने आई, जब एबीसी नहर सड़क किनारे एक व्यक्ति का खून से लथपथ शव बरामद किया गया। मृतक की पहचान इस्लामनगर वार्ड संख्या 27 निवासी मो. कलाम (40 वर्ष), पिता अहमद हुसैन, के रूप में हुई।
प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ कि मो. कलाम की गला रेतकर निर्मम हत्या की गई थी। पुलिस ने घटनास्थल को सुरक्षित करते हुए एफएसएल टीम की सहायता से साक्ष्य इकट्ठा किए और नगर थाना में कांड संख्या 174/25 दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई।
हत्या की वजह – 70 हजार का कर्ज
एसपी अंजनी कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि मृतक और दोनों आरोपी — मो. सफीक (इस्लामनगर निवासी) व मो. मुन्ना (शरीफ नगर वार्ड संख्या 03) — आपस में मित्र थे। मृतक ने दोनों से मिलाकर 70 हजार रुपये उधार लिए थे, जिसे वह लौटा नहीं पाया। इस बात को लेकर तीनों के बीच विवाद गहराता गया।
हत्या की रात 20 अप्रैल को दोनों दोस्तों ने मो. कलाम को पहले नशा करवाया, फिर जब वह पूरी तरह से बेहोश हो गया, तब चाकू से उसका गला रेत दिया गया।
हत्यारे लौटे थे पुष्टि करने – सीसीटीवी में कैद हुआ सब कुछ
घटना को अंजाम देने के बाद भी दोनों आरोपी पुनः घटनास्थल पर लौटे और यह सुनिश्चित किया कि मो. कलाम की मौत हो चुकी है। ये सभी घटनाएं पास लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गईं, जिसमें तीनों को बाइक से जाते और हत्यारों को लौटते देखा गया।
गिरफ्तारी और सबूत
गठित विशेष टीम ने 22 अप्रैल को पहले आरोपी मो. सफीक को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। वहीं फरार चल रहे दूसरे आरोपी मो. मुन्ना को भी 20 मई की संध्या को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त चाकू भी मृतक के हाथ से बरामद कर लिया है।
इस पूरे मामले की गहन जांच एसडीपीओ रामपुकार सिंह के नेतृत्व में नगर थानाध्यक्ष मनीष कुमार रजक, डीआईयू टीम और अन्य अधिकारियों ने की।