टेढ़ागाछ प्रखंड की चिलहनियां पंचायत स्थित सुहिया घाट पर अब तक पुल का निर्माण नहीं हो सका है, जिससे वहां के ग्रामीणों को रोजमर्रा के जीवन में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। रेतुआ नदी पर पुल न होने की वजह से लोग आज भी जान जोखिम में डालकर आवागमन को मजबूर हैं।
ग्रामीण प्रेमलाल मंडल, अनिरुद्ध प्रसाद साह, दयानंद ठाकुर, संतोष ठाकुर, कुलदेव मंडल सहित अन्य लोगों ने बताया कि खासकर बरसात के समय हालात बेहद खराब हो जाते हैं। नदी का बहाव तेज हो जाता है और पार करना अत्यंत जोखिम भरा हो जाता है, लेकिन कोई दूसरा रास्ता न होने के कारण उसी से आवागमन करना पड़ता है।
स्थानीय पूर्व उप मुखिया आनंद कुमार ठाकुर ने बताया कि कई सालों से पुल निर्माण की मांग की जा रही है। पंचायत के दो भागों को जोड़ने वाली यह नदी लोगों के लिए परेशानी का कारण बनी हुई है। इस नदी के पार प्रोजेक्ट हाई स्कूल, अन्य विद्यालय और पंचायत सरकार भवन स्थित है, जहां ग्रामीणों को रोजाना आना-जाना पड़ता है।
ग्रामीणों ने बताया कि हर चुनाव में नेताओं द्वारा पुल निर्माण का वादा किया जाता है, लेकिन जीत के बाद वे कभी वापस नहीं लौटते। अब लोगों का धैर्य जवाब दे रहा है। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से शीघ्र पुल निर्माण की मांग की है ताकि सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा सुनिश्चित हो सके।
सारस न्यूज़, किशनगंज।
टेढ़ागाछ प्रखंड की चिलहनियां पंचायत स्थित सुहिया घाट पर अब तक पुल का निर्माण नहीं हो सका है, जिससे वहां के ग्रामीणों को रोजमर्रा के जीवन में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। रेतुआ नदी पर पुल न होने की वजह से लोग आज भी जान जोखिम में डालकर आवागमन को मजबूर हैं।
ग्रामीण प्रेमलाल मंडल, अनिरुद्ध प्रसाद साह, दयानंद ठाकुर, संतोष ठाकुर, कुलदेव मंडल सहित अन्य लोगों ने बताया कि खासकर बरसात के समय हालात बेहद खराब हो जाते हैं। नदी का बहाव तेज हो जाता है और पार करना अत्यंत जोखिम भरा हो जाता है, लेकिन कोई दूसरा रास्ता न होने के कारण उसी से आवागमन करना पड़ता है।
स्थानीय पूर्व उप मुखिया आनंद कुमार ठाकुर ने बताया कि कई सालों से पुल निर्माण की मांग की जा रही है। पंचायत के दो भागों को जोड़ने वाली यह नदी लोगों के लिए परेशानी का कारण बनी हुई है। इस नदी के पार प्रोजेक्ट हाई स्कूल, अन्य विद्यालय और पंचायत सरकार भवन स्थित है, जहां ग्रामीणों को रोजाना आना-जाना पड़ता है।
ग्रामीणों ने बताया कि हर चुनाव में नेताओं द्वारा पुल निर्माण का वादा किया जाता है, लेकिन जीत के बाद वे कभी वापस नहीं लौटते। अब लोगों का धैर्य जवाब दे रहा है। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से शीघ्र पुल निर्माण की मांग की है ताकि सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा सुनिश्चित हो सके।
Leave a Reply