सारस न्यूज़, वेब डेस्क।
- तिथि: चतुर्थी (शुक्ल पक्ष)
- मास: ज्येष्ठ मास
- पक्ष: शुक्ल पक्ष
- वार: मंगलवार
- विक्रम संवत: 2082
- शक संवत: 1947
- नक्षत्र: आद्रा नक्षत्र (16:24 तक), इसके बाद पुनर्वसु
- योग: शूल योग (13:45 तक), उसके बाद गण्ड योग
- करण: वणिज (11:17 तक), फिर विष्टि
- चंद्रमा का गोचर: मिथुन राशि में
सूर्य व चंद्र से संबंधित समय:
- सूर्योदय: सुबह 5:25 बजे
- सूर्यास्त: शाम 7:07 बजे
- चंद्रोदय: दोपहर 10:50 बजे
- चंद्रास्त: रात 12:13 बजे (अगले दिन)
राहुकाल (अशुभ समय):
- मंगलवार को राहुकाल: दोपहर 3:10 बजे से 4:50 बजे तक
अभिजीत मुहूर्त (शुभ समय):
- 11:50 बजे से 12:45 बजे तक
शुभ-अशुभ मुहूर्त:
शुभ मुहूर्त:
- विवाह, गृह प्रवेश, व्यापार आरंभ, वाहन खरीद आदि के लिए आज का दिन मध्यम है।
- पुनर्वसु नक्षत्र आरंभ होने के बाद धार्मिक कार्य शुभ रहेंगे।
अशुभ मुहूर्त:
- शूल योग और विष्टि करण के कारण दिन के मध्य में कुछ कार्य वर्जित माने गए हैं।
- राहुकाल व गुलिक काल में कोई भी शुभ कार्य न करें।
दैनिक विशेष जानकारी:
- दिन विशेष: मंगलवारी हनुमान पूजा का विशेष महत्व
- व्रत/त्योहार: विनायक चतुर्थी व्रत
- दिशा शूल: उत्तर दिशा (उत्तर की यात्रा टालें, यदि आवश्यक हो तो दही खाकर प्रस्थान करें।)
दैनिक उपाय (सभी राशियों के लिए):
✅ हनुमान जी को सिंदूर व चमेली का तेल चढ़ाएं।
✅ मंगल ग्रह से संबंधित दोषों को शांत करने के लिए मसूर की दाल, तांबे का सिक्का व लाल वस्त्र का दान करें।
✅ “ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः” मंत्र का 27 बार जाप करें।