राहुल कुमार, सारस न्यूज, किशनगंज।
अब इलाज का खर्च नहीं होगा। जिले में चल रहा आयुष्मान भारत कार्ड निर्माण अभियान गाँव-गाँव में स्वास्थ्य सुरक्षा की मशाल जला रहा है। 28 मई की शाम तक 13,000 से अधिक लाभार्थियों के कार्ड बन चुके हैं, और अब जिलाधिकारी विशाल राज के निर्देश पर इस अभियान को 30 मई तक बढ़ा दिया गया है ताकि एक भी पात्र परिवार इस योजना से वंचित न रह जाए।
गरीबों एवं ग्रामीणों के लिए वरदान है आयुष्मान कार्ड
चाहे खेत में मेहनत कर रहे किसान हों या घर संभालती महिलाएँ – आयुष्मान कार्ड हर व्यक्ति को ₹5 लाख तक का मुफ्त इलाज दिलाने की ताकत रखता है।
गाँव के एक बुज़ुर्ग ने बताया, “पहले बीमारी का नाम सुनते ही डर लगता था, अब आयुष्मान कार्ड से हम निश्चिंत हो गए हैं।”
“स्वास्थ्य का अधिकार सबको – एक भी पात्र न छूटे”: डीएम विशाल राज
सिविल सर्जन डॉ. राज कुमार चौधरी ने बताया कि अभियान को आगे बढ़ाने के पीछे जिलाधिकारी विशाल राज की स्पष्ट मंशा है कि “हर ग्रामीण, हर महिला तक यह योजना पहुँचे। स्वास्थ्य सुविधा से कोई भी वंचित न रहे।” उन्होंने अपील की कि जिले के सभी पात्र नागरिक 30 मई तक अपने पंचायत शिविर में जाकर कार्ड अवश्य बनवाएँ।
“गाँव-गाँव कार्ड, घर-घर सुरक्षा”: सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ. राज कुमार चौधरी ने बताया कि आयुष्मान कार्ड एक ऐसी सामाजिक सुरक्षा है जिससे गरीब और मध्यमवर्गीय परिवार भी महंगे इलाज से सुरक्षित हो सकते हैं। “सरकारी से लेकर निजी अस्पतालों तक मुफ्त इलाज का रास्ता खोलता है यह कार्ड। यह न सिर्फ बीमारी से बचाव है, बल्कि आर्थिक आत्मनिर्भरता की ओर एक मजबूत क़दम भी है।”
350 से अधिक स्थानों पर जारी विशेष शिविरों में आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, जन प्रतिनिधि, प्रधान, किसान समूह और स्वयंसेवी संगठन दिन-रात जुटे हैं।
जागरूकता के लिए स्कूलों में बच्चों को समझाया जा रहा है, ताकि वे घर जाकर अपने माता-पिता को इसके लाभ बताएँ।
आप भी बनवाइए अपना आयुष्मान कार्ड – यह सिर्फ एक कागज़ नहीं, परिवार की सुरक्षा कवच है
आवश्यक दस्तावेज़:
- आधार कार्ड
- राशन कार्ड या समग्र आईडी
- मोबाइल नंबर
अपने पंचायत के विशेष शिविर या स्वास्थ्य केंद्र पर जाएँ।