सारस न्यूज़, अररिया।
जिले में बुधवार को महिला संवाद कार्यक्रम के 41वें दिन व्यापक स्तर पर आयोजन किया गया। सभी प्रखंडों के कुल 36 स्थानों पर कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ, जिसमें लगभग 7,084 महिलाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
अब तक जिले भर में 1,458 स्थानों पर महिला संवाद का आयोजन हो चुका है, जिसमें कुल 2,91,449 महिलाओं की सक्रिय सहभागिता दर्ज की गई है।
इस कार्यक्रम के अंतर्गत सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा एलईडी वैन के माध्यम से महिलाओं को तीन मुख्य विषयों पर वीडियो के माध्यम से जानकारी दी जाती है—
- महिला सशक्तिकरण पर आधारित शॉर्ट फिल्म,
- ग्रामीण विकास विभाग द्वारा जीविका की सफलता की प्रेरक कहानियां,
- मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार की विकास यात्रा का वीडियो प्रस्तुतीकरण।
इसके अतिरिक्त, महिलाओं के बीच रंगीन लीफलेट भी वितरित किए जाते हैं, जिनमें विभिन्न सरकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी प्रकाशित होती है। यह कार्यक्रम सरकार की उस प्रतिबद्धता को दर्शाता है जिसके तहत वह गांव-गांव तक जागरूकता और जानकारी पहुंचाने के लिए निरंतर प्रयासरत है।
महिलाओं ने उठाई ज़मीनी मुद्दों की आवाज़
महिला संवाद के दौरान प्रतिभागियों ने स्थानीय आवश्यकताओं और समस्याओं को भी खुलकर सामने रखा।
🔸 सुशीला देवी ने हर पंचायत स्तर पर तकनीकी शिक्षा की व्यवस्था की मांग उठाई। उनका कहना था कि वर्तमान समय में तकनीकी ज्ञान आवश्यक हो गया है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चे इससे वंचित रह जाते हैं, जिससे उनका भविष्य प्रभावित होता है।
🔸 बिंदु देवी ने महिलाओं के लिए स्वरोजगार के अवसर बढ़ाने की आवश्यकता जताई। उन्होंने कहा कि अनेक महिलाएं सिलाई-कढ़ाई जैसे हुनर रखती हैं, पर उचित प्रशिक्षण और संसाधनों की कमी के कारण वे इसे रोजगार में नहीं बदल पातीं। सरकार को इस दिशा में पहल करनी चाहिए ताकि महिलाओं की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ हो सके।
इसके अलावा महिलाओं ने कई अन्य महत्वपूर्ण विषयों जैसे—
- शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएं,
- स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन,
- बाढ़ प्रबंधन,
- यातायात की सुविधा,
- स्वच्छ पेयजल एवं विद्युत व्यवस्था,
- वरिष्ठ नागरिकों की पेंशन बढ़ाने की भी मांग रखी।
महिला संवाद कार्यक्रम, न केवल जानकारी का माध्यम बन रहा है, बल्कि यह महिलाओं को अपनी आवाज़ बुलंद करने और शासन से जुड़ने का एक सशक्त मंच भी प्रदान कर रहा है।