किशनगंज जिले में संभावित बाढ़ से निपटने की तैयारियों का जायजा लेने के लिए जिलाधिकारी श्री विशाल राज ने आज गाछपाड़ा, मौजाबाड़ी तटबंध, डॉक्टर कलाम कृषि महाविद्यालय सुरक्षा तटबंध, अर्राबाड़ी और बेलवा क्षेत्र का दौरा किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने बाढ़ सुरक्षा कार्यों की प्रगति की समीक्षा करते हुए संबंधित अभियंताओं को सख्त हिदायत दी कि कार्यों में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
जिलाधिकारी ने संवेदनशील स्थलों पर चल रहे कार्यों को हर हाल में एक सप्ताह के भीतर पूरा करने का निर्देश दिया। बेलवा क्षेत्र में निरीक्षण के दौरान उन्होंने जोर दिया कि खतरे वाले इलाकों में बालू से भरे बोरे पर्याप्त मात्रा में तैयार हालत में रखें जाएं ताकि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई संभव हो सके।
इसके अलावा महेशबथना स्थित एसडीआरएफ केंद्र का भी गहन निरीक्षण किया गया। जिलाधिकारी ने वहां मौजूद मोटर बोट, ओबीएम मशीन और अन्य आपदा प्रबंधन उपकरणों की स्थिति का परीक्षण किया और निर्देश दिया कि सभी उपकरण कार्यशील अवस्था में रहें। जो मोटर बोट खराब हैं, उनकी मरम्मत कर तुरंत चालू स्थिति में लाने का आदेश दिया गया।
निरीक्षण के क्रम में एसएसबी की 12वीं और 19वीं बटालियन के अधिकारियों से भी चर्चा की गई। जिलाधिकारी ने आपदा के समय ठाकुरगंज, दिघलबैंक और टेढ़ागाछ क्षेत्रों में क्विक रिस्पांस टीम (QRT) गठित करने की जरूरत पर बल दिया और एसएसबी की मोटर बोट्स को भी अलर्ट मोड पर रखने का निर्देश दिया।
इस दौरान किशनगंज अंचल कार्यालय एवं गोदाम का निरीक्षण कर आपदा सम्पूर्ति पोर्टल की प्रगति की समीक्षा भी की गई। लंबित कार्यों को शीघ्र पूर्ण करने के लिए संबंधित कर्मियों को निर्देशित किया गया।
जिलाधिकारी ने सभी प्रखंडों में बीडीओ, पुलिस पदाधिकारी, एफसीडी अभियंता और आपदा मित्रों के साथ समन्वित टीम गठित करने का आदेश दिया, ताकि किसी भी आपदा या कटाव की सूचना मिलते ही त्वरित और समन्वित कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने अधिकारियों को चेताया कि सभी तैयारी समय पर पूरी हों और संवेदनशील स्थानों पर लगातार निगरानी रखी जाए।
इस निरीक्षण में आपदा प्रबंधन पदाधिकारी श्री आदित्य कुमार सिंह समेत अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
राहुल कुमार, सारस न्यूज़, किशनगंज।
किशनगंज जिले में संभावित बाढ़ से निपटने की तैयारियों का जायजा लेने के लिए जिलाधिकारी श्री विशाल राज ने आज गाछपाड़ा, मौजाबाड़ी तटबंध, डॉक्टर कलाम कृषि महाविद्यालय सुरक्षा तटबंध, अर्राबाड़ी और बेलवा क्षेत्र का दौरा किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने बाढ़ सुरक्षा कार्यों की प्रगति की समीक्षा करते हुए संबंधित अभियंताओं को सख्त हिदायत दी कि कार्यों में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
जिलाधिकारी ने संवेदनशील स्थलों पर चल रहे कार्यों को हर हाल में एक सप्ताह के भीतर पूरा करने का निर्देश दिया। बेलवा क्षेत्र में निरीक्षण के दौरान उन्होंने जोर दिया कि खतरे वाले इलाकों में बालू से भरे बोरे पर्याप्त मात्रा में तैयार हालत में रखें जाएं ताकि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई संभव हो सके।
इसके अलावा महेशबथना स्थित एसडीआरएफ केंद्र का भी गहन निरीक्षण किया गया। जिलाधिकारी ने वहां मौजूद मोटर बोट, ओबीएम मशीन और अन्य आपदा प्रबंधन उपकरणों की स्थिति का परीक्षण किया और निर्देश दिया कि सभी उपकरण कार्यशील अवस्था में रहें। जो मोटर बोट खराब हैं, उनकी मरम्मत कर तुरंत चालू स्थिति में लाने का आदेश दिया गया।
निरीक्षण के क्रम में एसएसबी की 12वीं और 19वीं बटालियन के अधिकारियों से भी चर्चा की गई। जिलाधिकारी ने आपदा के समय ठाकुरगंज, दिघलबैंक और टेढ़ागाछ क्षेत्रों में क्विक रिस्पांस टीम (QRT) गठित करने की जरूरत पर बल दिया और एसएसबी की मोटर बोट्स को भी अलर्ट मोड पर रखने का निर्देश दिया।
इस दौरान किशनगंज अंचल कार्यालय एवं गोदाम का निरीक्षण कर आपदा सम्पूर्ति पोर्टल की प्रगति की समीक्षा भी की गई। लंबित कार्यों को शीघ्र पूर्ण करने के लिए संबंधित कर्मियों को निर्देशित किया गया।
जिलाधिकारी ने सभी प्रखंडों में बीडीओ, पुलिस पदाधिकारी, एफसीडी अभियंता और आपदा मित्रों के साथ समन्वित टीम गठित करने का आदेश दिया, ताकि किसी भी आपदा या कटाव की सूचना मिलते ही त्वरित और समन्वित कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने अधिकारियों को चेताया कि सभी तैयारी समय पर पूरी हों और संवेदनशील स्थानों पर लगातार निगरानी रखी जाए।
इस निरीक्षण में आपदा प्रबंधन पदाधिकारी श्री आदित्य कुमार सिंह समेत अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
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