फारबिसगंज स्थित श्री रानी सरस्वती विद्या मंदिर के सभागार में सीमा जागरण मंच की एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मंच के राष्ट्रीय संगठन मंत्री मुरलीधर मुख्य वक्ता एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
अपने संबोधन में उन्होंने जोर देते हुए कहा कि सीमा जागरण मंच का मूल उद्देश्य देश की जमीनी और समुद्री सीमाओं की सुरक्षा को सुदृढ़ बनाना है। उन्होंने कहा कि किसी भी राष्ट्र के लिए उसकी सीमाएं केवल भौगोलिक रेखाएं नहीं, बल्कि उसकी संप्रभुता और आत्मसम्मान की प्रतीक होती हैं।
मुरलीधर ने कहा, “सीमाएं किसी भी देश की सुरक्षा का कवच होती हैं। सीमाओं के विकास और संरक्षण के लिए प्रत्येक देश को ठोस रणनीतियों और योजनाओं की आवश्यकता होती है।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि राष्ट्र की सुरक्षा केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं हो सकती, इसमें हर नागरिक की भागीदारी अनिवार्य है। जनता में राष्ट्र प्रेम और जागरूकता उत्पन्न करने का कार्य भी मंच की प्राथमिकता में शामिल है।
कार्यक्रम में स्थानीय कार्यकर्ताओं, शिक्षकों एवं छात्र-छात्राओं की भी बड़ी भागीदारी रही। उन्होंने मंच के उद्देश्यों और कार्यों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई और सीमाओं की मजबूती में योगदान देने का संकल्प लिया।
सीमा जागरण मंच द्वारा यह पहल न केवल सुरक्षा के प्रति सजगता को दर्शाती है, बल्कि यह नागरिकों में राष्ट्रीय भावना को भी सशक्त करती है।
सारस न्यूज, वेब डेस्क।
फारबिसगंज स्थित श्री रानी सरस्वती विद्या मंदिर के सभागार में सीमा जागरण मंच की एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मंच के राष्ट्रीय संगठन मंत्री मुरलीधर मुख्य वक्ता एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
अपने संबोधन में उन्होंने जोर देते हुए कहा कि सीमा जागरण मंच का मूल उद्देश्य देश की जमीनी और समुद्री सीमाओं की सुरक्षा को सुदृढ़ बनाना है। उन्होंने कहा कि किसी भी राष्ट्र के लिए उसकी सीमाएं केवल भौगोलिक रेखाएं नहीं, बल्कि उसकी संप्रभुता और आत्मसम्मान की प्रतीक होती हैं।
मुरलीधर ने कहा, “सीमाएं किसी भी देश की सुरक्षा का कवच होती हैं। सीमाओं के विकास और संरक्षण के लिए प्रत्येक देश को ठोस रणनीतियों और योजनाओं की आवश्यकता होती है।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि राष्ट्र की सुरक्षा केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं हो सकती, इसमें हर नागरिक की भागीदारी अनिवार्य है। जनता में राष्ट्र प्रेम और जागरूकता उत्पन्न करने का कार्य भी मंच की प्राथमिकता में शामिल है।
कार्यक्रम में स्थानीय कार्यकर्ताओं, शिक्षकों एवं छात्र-छात्राओं की भी बड़ी भागीदारी रही। उन्होंने मंच के उद्देश्यों और कार्यों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई और सीमाओं की मजबूती में योगदान देने का संकल्प लिया।
सीमा जागरण मंच द्वारा यह पहल न केवल सुरक्षा के प्रति सजगता को दर्शाती है, बल्कि यह नागरिकों में राष्ट्रीय भावना को भी सशक्त करती है।
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