फारबिसगंज नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड संख्या 25 व कुढ़ेली के समीप बहने वाले मुख्य नाले को किरकिचिया पंचायत के नाराज़ किसानों ने बीडीबीकेएस कॉलेज मोड़ के पास जाम कर दिया था, जिससे फारबिसगंज के कई वार्डों और खुद पंचायत क्षेत्र में जल जमाव की विकराल स्थिति उत्पन्न हो गई थी।
नाले के अवरुद्ध हो जाने से नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड 15, 20, 21, 22, 23, 24 और 25 के साथ-साथ किरकिचिया पंचायत के वार्ड 04, 05 व 06 में लगातार चार दिनों से जलनिकासी ठप पड़ी थी। इस गंभीर स्थिति को देखते हुए नप मुख्य पार्षद वीणा देवी, प्रभारी ईओ सह सिटी मैनेजर शशि आनंद, स्वच्छता पदाधिकारी वंदना भारती तथा अन्य पदाधिकारियों की टीम मंगलवार को मौके पर पहुंची। मुख्य पार्षद ने आक्रोशित किसानों से बातचीत कर उन्हें शांत किया और उनकी समस्याएं सुनीं।
नाराज़ किसानों का कहना था कि नगर परिषद क्षेत्र का गंदा नाले का पानी सीधा उनके खेतों में बहता है, जिससे फसलें बर्बाद हो जाती हैं और खेती योग्य भूमि भी अनुपयोगी हो जाती है। किसानों की प्रमुख मांग थी कि नप प्रशासन गंदे पानी की निकासी के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करे और फसल नुकसान का मुआवजा दे।
मुख्य पार्षद वीणा देवी ने किसानों को समझाते हुए कहा कि नगर परिषद द्वारा एक नया मुख्य नाला निर्माण कर पानी को सीधे नहर में गिराने की योजना बनाई जा रही है, जिसमें लगभग एक वर्ष का समय लग सकता है। हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट किया कि फसल नुकसान के लिए मुआवजा नगर परिषद के स्तर से नहीं दिया जा सकता, लेकिन इस समस्या को लेकर नगर विकास विभाग को पत्राचार किया जाएगा।
काफी समझाइश के बाद किसानों ने जाम हटाने की सहमति दी, जिसके बाद जेसीबी मशीन की मदद से मुख्य ड्रेन को साफ कर दिया गया और जल निकासी पुनः शुरू हो गई। इससे प्रभावित वार्डों में रह रहे नागरिकों ने राहत की सांस ली।
इस मौके पर नगर परिषद की ओर से नगर पार्षद नोमान अंसारी, ईरशाद सिद्दीकी, पार्षद प्रतिनिधि रंजीत राय, मुखिया प्रतिनिधि कफील अंसारी, नपकर्मी गजेंद्र प्रसाद सिंह सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी और स्थानीय थाना की पुलिस टीम भी मौजूद रही।
ग्रामीणों और किसानों की नाराज़गी भले ही जायज़ हो, लेकिन संवाद और समाधान की यह कोशिश फारबिसगंज के लिए एक सकारात्मक पहल मानी जा रही है।
सारस न्यूज़, अररिया।
फारबिसगंज नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड संख्या 25 व कुढ़ेली के समीप बहने वाले मुख्य नाले को किरकिचिया पंचायत के नाराज़ किसानों ने बीडीबीकेएस कॉलेज मोड़ के पास जाम कर दिया था, जिससे फारबिसगंज के कई वार्डों और खुद पंचायत क्षेत्र में जल जमाव की विकराल स्थिति उत्पन्न हो गई थी।
नाले के अवरुद्ध हो जाने से नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड 15, 20, 21, 22, 23, 24 और 25 के साथ-साथ किरकिचिया पंचायत के वार्ड 04, 05 व 06 में लगातार चार दिनों से जलनिकासी ठप पड़ी थी। इस गंभीर स्थिति को देखते हुए नप मुख्य पार्षद वीणा देवी, प्रभारी ईओ सह सिटी मैनेजर शशि आनंद, स्वच्छता पदाधिकारी वंदना भारती तथा अन्य पदाधिकारियों की टीम मंगलवार को मौके पर पहुंची। मुख्य पार्षद ने आक्रोशित किसानों से बातचीत कर उन्हें शांत किया और उनकी समस्याएं सुनीं।
नाराज़ किसानों का कहना था कि नगर परिषद क्षेत्र का गंदा नाले का पानी सीधा उनके खेतों में बहता है, जिससे फसलें बर्बाद हो जाती हैं और खेती योग्य भूमि भी अनुपयोगी हो जाती है। किसानों की प्रमुख मांग थी कि नप प्रशासन गंदे पानी की निकासी के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करे और फसल नुकसान का मुआवजा दे।
मुख्य पार्षद वीणा देवी ने किसानों को समझाते हुए कहा कि नगर परिषद द्वारा एक नया मुख्य नाला निर्माण कर पानी को सीधे नहर में गिराने की योजना बनाई जा रही है, जिसमें लगभग एक वर्ष का समय लग सकता है। हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट किया कि फसल नुकसान के लिए मुआवजा नगर परिषद के स्तर से नहीं दिया जा सकता, लेकिन इस समस्या को लेकर नगर विकास विभाग को पत्राचार किया जाएगा।
काफी समझाइश के बाद किसानों ने जाम हटाने की सहमति दी, जिसके बाद जेसीबी मशीन की मदद से मुख्य ड्रेन को साफ कर दिया गया और जल निकासी पुनः शुरू हो गई। इससे प्रभावित वार्डों में रह रहे नागरिकों ने राहत की सांस ली।
इस मौके पर नगर परिषद की ओर से नगर पार्षद नोमान अंसारी, ईरशाद सिद्दीकी, पार्षद प्रतिनिधि रंजीत राय, मुखिया प्रतिनिधि कफील अंसारी, नपकर्मी गजेंद्र प्रसाद सिंह सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी और स्थानीय थाना की पुलिस टीम भी मौजूद रही।
ग्रामीणों और किसानों की नाराज़गी भले ही जायज़ हो, लेकिन संवाद और समाधान की यह कोशिश फारबिसगंज के लिए एक सकारात्मक पहल मानी जा रही है।
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