राहुल कुमार, सारस न्यूज़, किशनगंज।
किशनगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत फारिंगगोला वार्ड संख्या-09 निवासी मो. अब्दुल कलाम, पिता मो. शमीम अख्तर, उम्र 24 वर्ष, एक बड़ी साइबर ठगी का शिकार हो गए थे। दिनांक 04 अगस्त 2024 को उन्हें व्हाट्सऐप पर एक लिंक भेजा गया, जिसमें खुद को बैंक का प्रतिनिधि बताकर झांसा दिया गया। लिंक पर क्लिक करते ही उनके खाते से कुल ₹3,63,000/- की भारी-भरकम राशि साइबर अपराधियों द्वारा उड़ा ली गई।
घटना की जानकारी मिलते ही किशनगंज साइबर थाना ने मामले को गंभीरता से लेते हुए त्वरित तकनीकी जांच शुरू की। टीम ने साइबर सुरागों और डिजिटल माध्यमों की मदद से ट्रांजैक्शन का विश्लेषण किया और तत्परता से कार्रवाई करते हुए ₹1,00,000/- (एक लाख रुपये) की राशि को फ्रीज कराकर पीड़ित के खाते में वापस दिलवाने में सफलता पाई।
यह कार्रवाई न केवल साइबर थाना की सतर्कता का प्रमाण है, बल्कि आम जनता के लिए भी एक संदेश है कि साइबर ठगी से जुड़े मामलों में समय पर सूचना देने से बड़ी हानि से बचा जा सकता है।