“स्वस्थ बिहार – सशक्त बिहार” की परिकल्पना को साकार करने की दिशा में किशनगंज जिला प्रशासन एक और मील का पत्थर साबित हुआ है। जिलाधिकारी श्री विशाल राज के कुशल नेतृत्व में ठाकुरगंज प्रखंड के चुरली गांव (पंचायत: बेसरबाटी) में नवीन अधिवृत्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (APHC) का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ. राज कुमार चौधरी ने विधिवत उद्घाटन कर ग्रामीणों को यह सौगात सौंपी।
उद्घाटन समारोह में डीपीएम डॉ. मुनाजिम, एमओआईसी, बीएचएम, स्थानीय मुखिया श्रीमती अनुपमा देवी, और बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक मौजूद रहे।
✅ गांव में मिलेगा इलाज, अब नहीं जाना होगा शहर
डॉ. राज कुमार चौधरी ने कहा कि ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच हमेशा से चुनौती रही है, परंतु इस केंद्र के खुलने से चुरली, करजना, भोगा, बागडोल, लोहागाड़ा जैसे क्षेत्रों के नागरिकों को अब टीकाकरण, मातृ-शिशु देखभाल, प्रसव पूर्व जांच, मधुमेह व रक्तचाप की जांच सहित सभी बुनियादी सुविधाएं स्थानीय स्तर पर ही उपलब्ध होंगी।
नव-निर्मित केंद्र में ओपीडी कक्ष, प्रसव कक्ष, महिला परीक्षण केंद्र, दवा वितरण व्यवस्था, शुद्ध पेयजल, शौचालय तथा बैठने की सुविधा जैसे सभी आवश्यक तत्व मौजूद हैं। साथ ही एक आयुष चिकित्सक और दो एएनएम की प्रतिनियुक्ति भी की गई है।
🎯 प्रशासन का उद्देश्य — हर गांव तक स्वास्थ्य सेवाएं
जिलाधिकारी श्री विशाल राज ने कहा —
“स्वास्थ्य सिर्फ सुविधा नहीं, बल्कि हर नागरिक का अधिकार है। हमारा संकल्प है कि कोई भी व्यक्ति इलाज के अभाव में पीड़ित न रहे। चुरली में नया एपीएचसी खुलना प्रशासन की प्रतिबद्धता और सेवा भाव का प्रतीक है।”
उन्होंने आश्वासन दिया कि जिले के प्रत्येक पंचायत और प्रखंड में आवश्यकता अनुसार स्वास्थ्य ढांचे को और भी सशक्त बनाया जाएगा।
🗣️ मुखिया अनुपमा देवी की भावुक प्रतिक्रिया
पंचायत की मुखिया श्रीमती अनुपमा देवी ने इस उपलब्धि को ऐतिहासिक बताते हुए कहा —
“यह महज एक स्वास्थ्य केंद्र नहीं, बल्कि हमारी माताओं, बहनों और बच्चों की सेहत की ढाल है। सीमावर्ती गांवों को इस तरह की सुविधा मिलना किसी सपने के सच होने जैसा है। मैं प्रशासन के प्रति आभार प्रकट करती हूं और सभी ग्रामीणों से अपील करती हूं कि वे इसका भरपूर लाभ उठाएं।”
🌱 नई शुरुआत, नई उम्मीद — ग्रामीणों में दिखा उत्साह
इस केंद्र के उद्घाटन ने चुरली समेत आसपास के गांवों में खुशी और भरोसे की लहर दौड़ा दी है। ग्रामीणों ने कहा कि अब छोटी-छोटी बीमारियों के लिए शहर नहीं जाना पड़ेगा और समय पर उपचार मिलने से धन और समय दोनों की बचत होगी।
डॉ. अख्लाकुर रहमान, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने कहा —
“यह केंद्र सिर्फ एक स्वास्थ्य सेवा का विस्तार नहीं, बल्कि ग्रामीण स्वास्थ्य क्रांति की नींव है। यह दिखाता है कि जब नीति और ज़मीन एक साथ चलते हैं, तब असली परिवर्तन होता है।”
उन्होंने इसे “ईंट और पत्थर की इमारत नहीं, बल्कि स्वस्थ भविष्य की नींव” करार दिया।
🔹 यह पहल, शासन की दूरदृष्टि और जनकल्याण की सशक्त मिसाल है, जो आने वाले समय में किशनगंज जिले के ग्रामीण स्वास्थ्य मानचित्र को नया आकार देगी।
सारस न्यूज़,किशनगंज।
“स्वस्थ बिहार – सशक्त बिहार” की परिकल्पना को साकार करने की दिशा में किशनगंज जिला प्रशासन एक और मील का पत्थर साबित हुआ है। जिलाधिकारी श्री विशाल राज के कुशल नेतृत्व में ठाकुरगंज प्रखंड के चुरली गांव (पंचायत: बेसरबाटी) में नवीन अधिवृत्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (APHC) का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ. राज कुमार चौधरी ने विधिवत उद्घाटन कर ग्रामीणों को यह सौगात सौंपी।
उद्घाटन समारोह में डीपीएम डॉ. मुनाजिम, एमओआईसी, बीएचएम, स्थानीय मुखिया श्रीमती अनुपमा देवी, और बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक मौजूद रहे।
✅ गांव में मिलेगा इलाज, अब नहीं जाना होगा शहर
डॉ. राज कुमार चौधरी ने कहा कि ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच हमेशा से चुनौती रही है, परंतु इस केंद्र के खुलने से चुरली, करजना, भोगा, बागडोल, लोहागाड़ा जैसे क्षेत्रों के नागरिकों को अब टीकाकरण, मातृ-शिशु देखभाल, प्रसव पूर्व जांच, मधुमेह व रक्तचाप की जांच सहित सभी बुनियादी सुविधाएं स्थानीय स्तर पर ही उपलब्ध होंगी।
नव-निर्मित केंद्र में ओपीडी कक्ष, प्रसव कक्ष, महिला परीक्षण केंद्र, दवा वितरण व्यवस्था, शुद्ध पेयजल, शौचालय तथा बैठने की सुविधा जैसे सभी आवश्यक तत्व मौजूद हैं। साथ ही एक आयुष चिकित्सक और दो एएनएम की प्रतिनियुक्ति भी की गई है।
🎯 प्रशासन का उद्देश्य — हर गांव तक स्वास्थ्य सेवाएं
जिलाधिकारी श्री विशाल राज ने कहा —
“स्वास्थ्य सिर्फ सुविधा नहीं, बल्कि हर नागरिक का अधिकार है। हमारा संकल्प है कि कोई भी व्यक्ति इलाज के अभाव में पीड़ित न रहे। चुरली में नया एपीएचसी खुलना प्रशासन की प्रतिबद्धता और सेवा भाव का प्रतीक है।”
उन्होंने आश्वासन दिया कि जिले के प्रत्येक पंचायत और प्रखंड में आवश्यकता अनुसार स्वास्थ्य ढांचे को और भी सशक्त बनाया जाएगा।
🗣️ मुखिया अनुपमा देवी की भावुक प्रतिक्रिया
पंचायत की मुखिया श्रीमती अनुपमा देवी ने इस उपलब्धि को ऐतिहासिक बताते हुए कहा —
“यह महज एक स्वास्थ्य केंद्र नहीं, बल्कि हमारी माताओं, बहनों और बच्चों की सेहत की ढाल है। सीमावर्ती गांवों को इस तरह की सुविधा मिलना किसी सपने के सच होने जैसा है। मैं प्रशासन के प्रति आभार प्रकट करती हूं और सभी ग्रामीणों से अपील करती हूं कि वे इसका भरपूर लाभ उठाएं।”
🌱 नई शुरुआत, नई उम्मीद — ग्रामीणों में दिखा उत्साह
इस केंद्र के उद्घाटन ने चुरली समेत आसपास के गांवों में खुशी और भरोसे की लहर दौड़ा दी है। ग्रामीणों ने कहा कि अब छोटी-छोटी बीमारियों के लिए शहर नहीं जाना पड़ेगा और समय पर उपचार मिलने से धन और समय दोनों की बचत होगी।
डॉ. अख्लाकुर रहमान, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने कहा —
“यह केंद्र सिर्फ एक स्वास्थ्य सेवा का विस्तार नहीं, बल्कि ग्रामीण स्वास्थ्य क्रांति की नींव है। यह दिखाता है कि जब नीति और ज़मीन एक साथ चलते हैं, तब असली परिवर्तन होता है।”
उन्होंने इसे “ईंट और पत्थर की इमारत नहीं, बल्कि स्वस्थ भविष्य की नींव” करार दिया।
🔹 यह पहल, शासन की दूरदृष्टि और जनकल्याण की सशक्त मिसाल है, जो आने वाले समय में किशनगंज जिले के ग्रामीण स्वास्थ्य मानचित्र को नया आकार देगी।