सारस न्यूज, वेब डेस्क।
भारत विविध धार्मिक आस्थाओं का देश है, जहां अनेक धर्मों के अनुयायी एक साथ निवास करते हैं। इन्हीं में से एक है जैन धर्म, जिसके अनुयायी संख्या में भले ही अल्प हैं, लेकिन सेवा और समर्पण के क्षेत्र में इनकी भूमिका अत्यंत प्रभावशाली रही है।
जैन समुदाय, विशेषकर तेरापंथ जैन समाज, समाजसेवा के ऐसे कार्य कर रहा है जो दूसरों के लिए प्रेरणास्रोत बन गए हैं। यह समाज आज के समय में धार्मिक सौहार्द और सहयोग की मिसाल पेश कर रहा है।
फारबिसगंज में तेरापंथ समाज की विभिन्न संस्थाएं न केवल सक्रिय रूप से कार्यरत हैं, बल्कि सामाजिक, शैक्षणिक, आर्थिक और राजनीतिक क्षेत्रों में भी अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज करा रही हैं।
चाहे वह जरूरतमंदों की सहायता हो या शिक्षा के क्षेत्र में योगदान, तेरापंथ समाज अपने कार्यों से यह साबित कर रहा है कि जनसंख्या की तुलना में सेवा का मापदंड कहीं अधिक महत्वपूर्ण होता है।