नक्सलबाड़ी के शिवाजी संघ रथखोला की ओर से इस वर्ष 54वां वार्षिक सार्वजनिक दुर्गा पूजा उत्सव भव्य रूप में आयोजित किया जा रहा है। इसी क्रम में बुधवार को शिवाजी संघ क्लब मैदान में पारंपरिक खूंटी पूजा संपन्न हुई, जिससे दुर्गा पूजा की तैयारियों की विधिवत शुरुआत हो गई है।
शिवाजी संघ के अध्यक्ष विधुत दास ने जानकारी दी कि इस वर्ष की पूजा विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसमें आदिवासी समुदाय की विलुप्त होती सांस्कृतिक झलकियों को प्रमुखता से प्रदर्शित किया जाएगा। पंडाल निर्माण की जिम्मेदारी ली जा चुकी है, जहां कुमारटुली की परंपरागत मूर्ति स्थापित की जाएगी और कोलकाता की तर्ज पर विशेष प्रकाश सज्जा भी की जाएगी।
उन्होंने बताया कि सिलीगुड़ी उपजिला परिषद द्वारा इस आयोजन को और भी आकर्षक बनाने के लिए हरसंभव सहयोग प्रदान किया जा रहा है। पूजा के चौथे दिन उद्घाटन समारोह का आयोजन होगा, जिसमें विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से क्षेत्रीय विरासत को पुनर्जीवित करने का प्रयास किया जाएगा।
शिवाजी संघ की पूजा न केवल नक्सलबाड़ी के स्थानीय निवासियों के लिए, बल्कि खोरीबाड़ी, बागडोगरा, माटीगाड़ा और सिलीगुड़ी जैसे आसपास के इलाकों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए भी एक विशेष आकर्षण का केंद्र बनती जा रही है। आगंतुकों की सुविधा हेतु पार्किंग व्यवस्था भी उपलब्ध कराई गई है।
सारस न्यूज़, सिलीगुड़ी।
नक्सलबाड़ी के शिवाजी संघ रथखोला की ओर से इस वर्ष 54वां वार्षिक सार्वजनिक दुर्गा पूजा उत्सव भव्य रूप में आयोजित किया जा रहा है। इसी क्रम में बुधवार को शिवाजी संघ क्लब मैदान में पारंपरिक खूंटी पूजा संपन्न हुई, जिससे दुर्गा पूजा की तैयारियों की विधिवत शुरुआत हो गई है।
शिवाजी संघ के अध्यक्ष विधुत दास ने जानकारी दी कि इस वर्ष की पूजा विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसमें आदिवासी समुदाय की विलुप्त होती सांस्कृतिक झलकियों को प्रमुखता से प्रदर्शित किया जाएगा। पंडाल निर्माण की जिम्मेदारी ली जा चुकी है, जहां कुमारटुली की परंपरागत मूर्ति स्थापित की जाएगी और कोलकाता की तर्ज पर विशेष प्रकाश सज्जा भी की जाएगी।
उन्होंने बताया कि सिलीगुड़ी उपजिला परिषद द्वारा इस आयोजन को और भी आकर्षक बनाने के लिए हरसंभव सहयोग प्रदान किया जा रहा है। पूजा के चौथे दिन उद्घाटन समारोह का आयोजन होगा, जिसमें विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से क्षेत्रीय विरासत को पुनर्जीवित करने का प्रयास किया जाएगा।
शिवाजी संघ की पूजा न केवल नक्सलबाड़ी के स्थानीय निवासियों के लिए, बल्कि खोरीबाड़ी, बागडोगरा, माटीगाड़ा और सिलीगुड़ी जैसे आसपास के इलाकों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए भी एक विशेष आकर्षण का केंद्र बनती जा रही है। आगंतुकों की सुविधा हेतु पार्किंग व्यवस्था भी उपलब्ध कराई गई है।
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