आज से ठीक 194 साल पहले, 9 अगस्त 1831 को अमेरिका ने परिवहन के क्षेत्र में एक नया इतिहास रचा था। इसी दिन अमेरिका में पहली बार भाप से चलने वाली ट्रेन यानी स्टीम इंजन ट्रेन ने पटरियों पर दौड़ लगाई थी। यह ऐतिहासिक यात्रा अमेरिका के रेल इतिहास में मील का पत्थर मानी जाती है।
इस ट्रेन को ‘टॉम थंब’ (Tom Thumb) नाम दिया गया था, जिसे मशहूर इंजीनियर पीटर कूपर ने डिज़ाइन किया था। इस स्टीम इंजन ने मेरीलैंड राज्य के बाल्टीमोर और ओहायो रेलवे लाइन पर अपनी पहली यात्रा की थी। उस समय लोगों के लिए यह किसी चमत्कार से कम नहीं था – एक धुआं उड़ाती, लोहे की मशीन जो बिना घोड़ों के खुद चल रही थी।
टॉम थंब की पहली राइड हालांकि तकनीकी समस्याओं के कारण लंबी नहीं चली, लेकिन इसने यह साबित कर दिया कि भाप से चलने वाली ट्रेनें भविष्य के परिवहन का मार्ग खोल सकती हैं। इसके बाद अमेरिका में रेलवे नेटवर्क तेजी से फैला और देश के औद्योगिक विकास में क्रांतिकारी बदलाव आए।
यह दिन आज भी याद किया जाता है, क्योंकि इसने आधुनिक रेल यात्रा की नींव रखी और पूरी दुनिया को तेज, सस्ता और भरोसेमंद परिवहन देने की दिशा में पहला कदम साबित हुआ।
विशेष तथ्य:
टॉम थंब की रफ्तार लगभग 18 मील प्रति घंटे (लगभग 29 किमी/घंटा) थी।
पहली यात्रा में इसने करीब 13 किलोमीटर की दूरी तय की।
शुरुआत में इस स्टीम ट्रेन का मुकाबला घोड़ा-गाड़ी से हुआ था – और टॉम थंब ने अपनी रफ्तार से सभी को चौंका दिया।
🚆 आज जब हम हाई-स्पीड ट्रेनों और बुलेट ट्रेनों की बात करते हैं, तो हमें उस छोटे से स्टीम इंजन को नहीं भूलना चाहिए जिसने 1831 में रेल के भविष्य की नींव रखी थी।
सारस न्यूज, वेब डेस्क।
आज से ठीक 194 साल पहले, 9 अगस्त 1831 को अमेरिका ने परिवहन के क्षेत्र में एक नया इतिहास रचा था। इसी दिन अमेरिका में पहली बार भाप से चलने वाली ट्रेन यानी स्टीम इंजन ट्रेन ने पटरियों पर दौड़ लगाई थी। यह ऐतिहासिक यात्रा अमेरिका के रेल इतिहास में मील का पत्थर मानी जाती है।
इस ट्रेन को ‘टॉम थंब’ (Tom Thumb) नाम दिया गया था, जिसे मशहूर इंजीनियर पीटर कूपर ने डिज़ाइन किया था। इस स्टीम इंजन ने मेरीलैंड राज्य के बाल्टीमोर और ओहायो रेलवे लाइन पर अपनी पहली यात्रा की थी। उस समय लोगों के लिए यह किसी चमत्कार से कम नहीं था – एक धुआं उड़ाती, लोहे की मशीन जो बिना घोड़ों के खुद चल रही थी।
टॉम थंब की पहली राइड हालांकि तकनीकी समस्याओं के कारण लंबी नहीं चली, लेकिन इसने यह साबित कर दिया कि भाप से चलने वाली ट्रेनें भविष्य के परिवहन का मार्ग खोल सकती हैं। इसके बाद अमेरिका में रेलवे नेटवर्क तेजी से फैला और देश के औद्योगिक विकास में क्रांतिकारी बदलाव आए।
यह दिन आज भी याद किया जाता है, क्योंकि इसने आधुनिक रेल यात्रा की नींव रखी और पूरी दुनिया को तेज, सस्ता और भरोसेमंद परिवहन देने की दिशा में पहला कदम साबित हुआ।
विशेष तथ्य:
टॉम थंब की रफ्तार लगभग 18 मील प्रति घंटे (लगभग 29 किमी/घंटा) थी।
पहली यात्रा में इसने करीब 13 किलोमीटर की दूरी तय की।
शुरुआत में इस स्टीम ट्रेन का मुकाबला घोड़ा-गाड़ी से हुआ था – और टॉम थंब ने अपनी रफ्तार से सभी को चौंका दिया।
🚆 आज जब हम हाई-स्पीड ट्रेनों और बुलेट ट्रेनों की बात करते हैं, तो हमें उस छोटे से स्टीम इंजन को नहीं भूलना चाहिए जिसने 1831 में रेल के भविष्य की नींव रखी थी।
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