स्वतंत्रता दिवस की गौरवमयी बेला पर किशनगंज की जीविका दीदियों ने राष्ट्रीय पर्व को उमंग और जोश के साथ मनाया। जिले के सभी सात प्रखंडों में जीविका से जुड़ी सामुदायिक संस्थाओं की लीडर दीदियों ने ध्वजारोहण कर एकजुटता, संगठन और नारी शक्ति का परिचय दिया।
स्वावलंबन की राह पर अग्रसर ये महिलाएँ न सिर्फ अपने परिवार की आर्थिक स्थिति सुधार रही हैं, बल्कि समाज में व्याप्त कुरीतियों—दहेज प्रथा, बाल विवाह और नशा—के खिलाफ भी मुखर होकर खड़ी हैं। अपने परिश्रम और संकल्प से जीविका दीदियाँ अब बदलाव की पहचान बन चुकी हैं।
जिला जीविका कार्यालय परिसर में भी स्वतंत्रता दिवस समारोह आयोजित हुआ, जहाँ डीपीएम जीविका अनुराधा चंद्रा ने ध्वजारोहण कर कर्मियों और दीदियों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान हमारे लिए प्रेरणा हैं, और हमें राष्ट्रनिर्माण की प्रक्रिया में अपनी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करनी चाहिए।
उन्होंने यह भी बताया कि किशनगंज जिले में 20,000 से अधिक स्वयं सहायता समूह सक्रिय हैं, जिनसे 1.30 लाख से भी ज्यादा जीविका दीदियाँ जुड़ी हुई हैं। ये समूह न केवल वित्तीय सशक्तिकरण में, बल्कि कृषि, पशुपालन, गैर-कृषि उद्यम, कौशल विकास, स्वास्थ्य, पोषण और स्वच्छता जैसे अनेक क्षेत्रों में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं।
इस अवसर पर सभी प्रखंड जीविका कार्यालयों में भी स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें बीपीएम जीविका, कर्मी, दीदियाँ और कैडरगण सम्मिलित हुए।
जीविका दीदियों का यह उत्साह इस बात का संदेश देता है कि जब महिलाएँ सशक्त बनती हैं, तो समाज और राष्ट्र दोनों ही समृद्धि की ओर अग्रसर होते हैं।
सारस न्यूज़, किशनगंज।
स्वतंत्रता दिवस की गौरवमयी बेला पर किशनगंज की जीविका दीदियों ने राष्ट्रीय पर्व को उमंग और जोश के साथ मनाया। जिले के सभी सात प्रखंडों में जीविका से जुड़ी सामुदायिक संस्थाओं की लीडर दीदियों ने ध्वजारोहण कर एकजुटता, संगठन और नारी शक्ति का परिचय दिया।
स्वावलंबन की राह पर अग्रसर ये महिलाएँ न सिर्फ अपने परिवार की आर्थिक स्थिति सुधार रही हैं, बल्कि समाज में व्याप्त कुरीतियों—दहेज प्रथा, बाल विवाह और नशा—के खिलाफ भी मुखर होकर खड़ी हैं। अपने परिश्रम और संकल्प से जीविका दीदियाँ अब बदलाव की पहचान बन चुकी हैं।
जिला जीविका कार्यालय परिसर में भी स्वतंत्रता दिवस समारोह आयोजित हुआ, जहाँ डीपीएम जीविका अनुराधा चंद्रा ने ध्वजारोहण कर कर्मियों और दीदियों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान हमारे लिए प्रेरणा हैं, और हमें राष्ट्रनिर्माण की प्रक्रिया में अपनी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करनी चाहिए।
उन्होंने यह भी बताया कि किशनगंज जिले में 20,000 से अधिक स्वयं सहायता समूह सक्रिय हैं, जिनसे 1.30 लाख से भी ज्यादा जीविका दीदियाँ जुड़ी हुई हैं। ये समूह न केवल वित्तीय सशक्तिकरण में, बल्कि कृषि, पशुपालन, गैर-कृषि उद्यम, कौशल विकास, स्वास्थ्य, पोषण और स्वच्छता जैसे अनेक क्षेत्रों में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं।
इस अवसर पर सभी प्रखंड जीविका कार्यालयों में भी स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें बीपीएम जीविका, कर्मी, दीदियाँ और कैडरगण सम्मिलित हुए।
जीविका दीदियों का यह उत्साह इस बात का संदेश देता है कि जब महिलाएँ सशक्त बनती हैं, तो समाज और राष्ट्र दोनों ही समृद्धि की ओर अग्रसर होते हैं।
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