सारस न्यूज़, किशनगंज।
पूर्णिया हवाई अड्डे का काम लगभग 95% पूरा हो चुका है। यह उपलब्धि सीमांचल और कोसी क्षेत्र के लिए ऐतिहासिक साबित होने वाली है। अब यहां से पटना, कोलकाता और दिल्ली जैसी प्रमुख महानगरों के लिए सीधी हवाई सेवाएं शुरू होंगी। इससे न केवल यात्रियों का कीमती समय बचेगा बल्कि बड़े शहरों से जुड़ाव भी और आसान हो जाएगा।
✈️ आर्थिक और सामाजिक बदलाव की नई उड़ान
- हवाई कनेक्टिविटी बढ़ने से व्यापार और उद्योग को नई रफ्तार मिलेगी।
- छात्रों को बेहतर शैक्षणिक संस्थानों तक पहुंचना आसान होगा।
- मरीजों को बड़े शहरों के अस्पतालों तक जल्द और आरामदायक पहुंच मिलेगी।
- पर्यटन के क्षेत्र में नए अवसर खुलेंगे जिससे स्थानीय स्तर पर आय और पहचान दोनों बढ़ेगी।
💼 रोज़गार और बिज़नेस के नए अवसर
एयरपोर्ट के संचालन से स्थानीय लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा। होटल, परिवहन, व्यापार और अन्य सेवाओं का दायरा भी विस्तृत होगा।
📍 पूर्णिया एयरपोर्ट से प्रमुख स्थानों की दूरी
- कटिहार – 28 किमी
- अररिया – 48 किमी
- मधेपुरा – 72 किमी
- नवगछिया – 70 किमी
- किशनगंज – 77 किमी
- साहिबगंज – 78 किमी
- विराटनगर (नेपाल) – 86 किमी
- भागलपुर – 97 किमी
- सहरसा – 99 किमी
- सुपौल – 110 किमी
- मालदा – 140 किमी
- खगड़िया – 132 किमी
- मुंगेर – 160 किमी
- सिलीगुड़ी – 176 किमी
🌟 सीमांचल और कोसी के लिए नया युग
पूर्णिया एयरपोर्ट सिर्फ उड़ानों का केंद्र नहीं होगा, बल्कि यह पूरे क्षेत्र की आर्थिक, शैक्षणिक और स्वास्थ्य संबंधी प्रगति का आधार बनेगा। यहां से शुरू होने वाली हवाई सेवाएं सीमांचल को विकास की नई ऊँचाइयों तक ले जाएंगी।
