सारस न्यूज़, वेब डेस्क।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी रविवार (17 अगस्त) से बिहार में ‘मतदाता अधिकार यात्रा’ की शुरुआत कर रहे हैं। यह यात्रा रोहतास जिले के सासाराम से शुरू होगी। खास बात यह है कि आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव खुद इस यात्रा को हरी झंडी दिखाएंगे। राहुल गांधी के साथ इस दौरान बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और महागठबंधन के कई वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहेंगे।
करीब 16 दिनों तक चलने वाली यह यात्रा 20 से अधिक जिलों से होकर गुजरेगी और लगभग 1300 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। अंतिम पड़ाव 1 सितंबर को पटना का गांधी मैदान होगा, जहां महागठबंधन की ओर से विशाल रैली आयोजित की जाएगी।
पहले दिन का कार्यक्रम (17 अगस्त, रविवार)
- सुबह 10:30 बजे: राहुल गांधी विशेष विमान से गया पहुंचेंगे।
- सुबह 11:05 बजे: हेलीकॉप्टर से सासाराम के एसपी जैन कॉलेज में लैंड करेंगे।
- दोपहर 12 से 2 बजे तक: कॉलेज परिसर में फ्लैग ऑफ और संबोधन होगा।
- शाम 4:30 बजे: देहरी-ऑन-सोन के आंबेडकर चौक से यात्रा का औपचारिक शुभारंभ।
- शाम 7:30 बजे: यात्रा रोहतास होते हुए औरंगाबाद पहुंचेगी, जहां जनता को संबोधित किया जाएगा।
- रात: बंभनडीह स्पोर्ट्स ग्राउंड में रात्रि विश्राम।
दूसरे दिन का कार्यक्रम (18 अगस्त, सोमवार)
- सुबह 8:00 बजे: अम्बा-कुटुंबा से यात्रा फिर से शुरू।
- सुबह 9:30 बजे: देव सूर्य मंदिर में दर्शन करेंगे।
- दोपहर: गया के गुरारू में नेताओं का भोजन कार्यक्रम।
- शाम 6:30 बजे: गया के खालिस पार्क चौक में जनसभा।
- रात: रसलपुर क्रिकेट ग्राउंड में ठहराव।
राहुल गांधी का संदेश
यात्रा से पहले राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा कर लिखा –
“चोरी-चोरी, चुपके-चुपके… अब और नहीं! जनता जाग चुकी है। यह ‘वोट चोरी’ रोकने की लड़ाई है।”
उन्होंने ट्वीट में यह भी कहा –
“16 दिन… 20+ जिले… 1300+ किमी… हम जनता के बीच जा रहे हैं, संविधान बचाने और लोकतंत्र की रक्षा करने। आइए हमारे साथ जुड़ें।”
कांग्रेस का दावा
बिहार कांग्रेस के प्रभारी कृष्णा अल्लावरु ने कहा कि यह यात्रा बिहार की राजनीति में बड़ा असर डालेगी। उन्होंने बताया कि राहुल गांधी जनता की अदालत में जाकर सीधे संवाद करेंगे और उनकी समस्याओं को समझेंगे। उनका विश्वास है कि बिहार की जनता इस अभियान को व्यापक समर्थन देगी।
👉 यह पूरी यात्रा सिर्फ चुनावी तैयारी नहीं बल्कि “एक व्यक्ति, एक वोट” के अधिकार को बचाने की कवायद के रूप में पेश की जा रही है।