41वीं बटालियन एसएसबी की सी कंपनी पानीटांकी की बॉर्डर इंटरेक्शन टीम ने ओल्ड ब्रिज के पास सीमा स्तंभ संख्या 90 पर एक संदिग्ध इंडोनेशियाई महिला को रोका। पूछताछ में महिला ने पहले खुद को भारतीय नागरिक निन्योमन मुर्नी बताया, लेकिन बाद में जांच में कई जाली दस्तावेज बरामद हुए, जिनमें इंडोनेशियाई आईडी और अन्य दस्तावेज शामिल थे, जिन पर विरोधाभासी व्यक्तिगत जानकारी दर्ज थी।
जाली दस्तावेजों के साथ पकड़ी गई महिला
महिला ने स्वीकार किया कि उसने एक स्थानीय एजेंट के माध्यम से भारतीय आधार कार्ड और पैन कार्ड हासिल किया था, जबकि वह भारतीय नागरिक नहीं थी। उसने कई पहचानों का उपयोग करके अंतरराष्ट्रीय यात्रा और भारत, नेपाल तथा तुर्की के बीच सीमा पार करने की बात स्वीकार की। महिला के खिलाफ फॉरेनर्स एक्ट, पासपोर्ट एक्ट और भारतीय दंड संहिता के तहत मामला दर्ज किया गया है।
महिला की पहचान और गतिविधियाँ
इंडोनेशियाई पासपोर्ट के अनुसार, उसका नाम नी कादेक सिसियानी है और वह इंडोनेशिया के बाली प्रांत से है। आधार और पैन कार्ड पर उसका नाम निन्योमन मुर्नी दर्ज है। उसने जाली दस्तावेजों का उपयोग करके भारत में प्रवेश किया और मुंबई में एक दशक तक रही, जहां उसने एक स्थानीय एजेंट के माध्यम से आधार कार्ड हासिल किया। उसने नेपाल, तुर्की और भारत में यात्रा करने के लिए कई इंडोनेशियाई पहचानों का उपयोग किया।
आगे की कार्रवाई
महिला को गिरफ्तार कर लिया गया है और आगे की जांच के लिए प्रासंगिक दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्य जब्त किए गए हैं। उचित दस्तावेजीकरण और चिकित्सीय परीक्षण के बाद, उसे आगे की जांच और कानूनी कार्यवाही के लिए पीएस खोरीबाड़ी को सौंप दिया जाएगा।
राहुल कुमार, सारस न्यूज, किशनगंज।
41वीं बटालियन एसएसबी की सी कंपनी पानीटांकी की बॉर्डर इंटरेक्शन टीम ने ओल्ड ब्रिज के पास सीमा स्तंभ संख्या 90 पर एक संदिग्ध इंडोनेशियाई महिला को रोका। पूछताछ में महिला ने पहले खुद को भारतीय नागरिक निन्योमन मुर्नी बताया, लेकिन बाद में जांच में कई जाली दस्तावेज बरामद हुए, जिनमें इंडोनेशियाई आईडी और अन्य दस्तावेज शामिल थे, जिन पर विरोधाभासी व्यक्तिगत जानकारी दर्ज थी।
जाली दस्तावेजों के साथ पकड़ी गई महिला
महिला ने स्वीकार किया कि उसने एक स्थानीय एजेंट के माध्यम से भारतीय आधार कार्ड और पैन कार्ड हासिल किया था, जबकि वह भारतीय नागरिक नहीं थी। उसने कई पहचानों का उपयोग करके अंतरराष्ट्रीय यात्रा और भारत, नेपाल तथा तुर्की के बीच सीमा पार करने की बात स्वीकार की। महिला के खिलाफ फॉरेनर्स एक्ट, पासपोर्ट एक्ट और भारतीय दंड संहिता के तहत मामला दर्ज किया गया है।
महिला की पहचान और गतिविधियाँ
इंडोनेशियाई पासपोर्ट के अनुसार, उसका नाम नी कादेक सिसियानी है और वह इंडोनेशिया के बाली प्रांत से है। आधार और पैन कार्ड पर उसका नाम निन्योमन मुर्नी दर्ज है। उसने जाली दस्तावेजों का उपयोग करके भारत में प्रवेश किया और मुंबई में एक दशक तक रही, जहां उसने एक स्थानीय एजेंट के माध्यम से आधार कार्ड हासिल किया। उसने नेपाल, तुर्की और भारत में यात्रा करने के लिए कई इंडोनेशियाई पहचानों का उपयोग किया।
आगे की कार्रवाई
महिला को गिरफ्तार कर लिया गया है और आगे की जांच के लिए प्रासंगिक दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्य जब्त किए गए हैं। उचित दस्तावेजीकरण और चिकित्सीय परीक्षण के बाद, उसे आगे की जांच और कानूनी कार्यवाही के लिए पीएस खोरीबाड़ी को सौंप दिया जाएगा।
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