सारस न्यूज़, किशनगंज।
किशनगंज जिले में मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना ने महिलाओं के बीच नई ऊर्जा और उम्मीदें जगाई हैं। योजना की शुरुआत होते ही ग्राम संगठनों में महिलाओं की भीड़ उमड़ रही है। सुबह से ही बड़ी संख्या में महिलाएँ अपने-अपने जीविका ग्राम संगठन पहुँचकर आवेदन जमा कर रही हैं। खास बात यह है कि आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह निःशुल्क है।
बुधवार को जिलाधिकारी विशाल राज ने कोचाधामन प्रखंड के क्रांति जीविका महिला ग्राम संगठन का निरीक्षण कर आवेदन प्रक्रिया की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने जीविका दीदियों और कैडरों को समयबद्ध और दक्षतापूर्वक कार्य पूर्ण करने का निर्देश दिया। साथ ही यह भी आश्वस्त किया कि किसी भी प्रकार की समस्या होने पर तुरंत संबंधित अधिकारियों को सूचित करें। निरीक्षण के दौरान जीविका के परियोजना प्रबंधक (बैंक लिंकेज) उदय कुमार और डीपीएम जीविका अनुराधा चंद्रा भी मौजूद रहीं।
जिले के सभी प्रखंडों के जीविका महिला ग्राम संगठनों में आवेदन प्रक्रिया तेजी से जारी है। जो महिलाएँ अभी तक स्वयं सहायता समूह से जुड़ी नहीं हैं, वे पहले समूह से जुड़ने का फॉर्म (फॉर्म-2) भर रही हैं। शहरी क्षेत्रों में महिलाएँ क्षेत्र स्तरीय संगठन (ALO) के माध्यम से आवेदन कर रही हैं।


योजना के अंतर्गत चयनित महिलाओं को सीधे उनके बैंक खाते में 10,000 रुपये डीबीटी के जरिए उपलब्ध कराए जाएंगे। इसके बाद रोजगार शुरू करने और आकलन उपरांत आवश्यकता अनुसार 2 लाख रुपये तक की अतिरिक्त सहायता भी दी जाएगी। डीपीएम अनुराधा चंद्रा ने बताया कि अब तक जिले से लगभग एक लाख आवेदन प्राप्त हो चुके हैं।
ग्रामीण विकास विभाग और नगर विकास एवं आवास विभाग, बिहार द्वारा इस योजना का संचालन किया जा रहा है। योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार जागरूकता वाहनों के जरिए किया जा रहा है। गाँव-गाँव और पंचायतों में पहुँच रहे इन वाहनों में लगे डिजिटल स्क्रीन पर ऑडियो-वीडियो फिल्म दिखाकर महिलाओं को योजना की पूरी जानकारी दी जा रही है।
महिलाओं का मानना है कि इस योजना से उन्हें आत्मनिर्भर बनने और अपने परिवार की आर्थिक स्थिति मजबूत करने का सुनहरा अवसर मिलेगा।