सारस न्यूज़, अररिया।
भरगामा प्रखंड के आदर्श मध्य विद्यालय में शुक्रवार को घटी घटना ने शिक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। विद्यालय के प्रधानाचार्य परमानंद साह पर आरोप है कि उन्होंने मामूली गलती पर छठी कक्षा के एक 12 वर्षीय छात्र की बेरहमी से पिटाई कर दी।
घटना का सिलसिला
भरगामा वार्ड संख्या-1 निवासी सौरव श्रीवास्तव का बेटा सम्राट श्रीवास्तव रोज की तरह स्कूल पहुँचा था। बताया गया कि उसने विद्यालय परिसर में स्थित आंगनबाड़ी केंद्र से एक्सपायरी दवा उठा ली। इसी बात पर प्रधानाचार्य भड़क गए और गुस्से में आकर बच्चे को डंडे से पीटना शुरू कर दिया।
बच्चे की हालत
पिटाई से सम्राट के शरीर पर गहरे डंडों के निशान पड़ गए। दर्द से कराहता हुआ जब वह घर पहुँचा और परिजनों को सारी बात बताई तो वे सन्न रह गए। परिजनों का कहना है कि अब बच्चा स्कूल जाने से डर रहा है और मानसिक रूप से भी आहत है।
परिजनों और ग्रामीणों का आरोप
पीड़ित के चाचा विक्की श्रीवास्तव ने बताया कि प्रधानाचार्य पहले भी कई बार छात्रों के साथ दुर्व्यवहार कर चुके हैं। उन्होंने कहा, “हम अपने बच्चों को शिक्षा के लिए भेजते हैं, न कि हिंसा सहने के लिए। इस तरह की घटनाएँ उनके भविष्य के लिए खतरनाक हैं।”
घटना की जानकारी मिलते ही ग्रामीणों में गुस्सा फैल गया। लोगों का कहना है कि शिक्षा के मंदिर में इस तरह की घटनाएँ बच्चों के मनोविज्ञान पर गंभीर असर डालती हैं और वे पढ़ाई से दूर होने लगते हैं।
प्रधानाचार्य की सफाई
इस मामले पर प्रधानाचार्य परमानंद साह ने कहा कि छात्र सम्राट आंगनबाड़ी से एक्सपायरी दवा लाकर अन्य बच्चों को दे रहा था। इस पर गुस्से में उसकी पिटाई कर दी। उन्होंने स्वीकार किया कि यह गलती थी और आगे से ऐसा नहीं होगा।
कार्रवाई की मांग
ग्रामीणों का कहना है कि दोषी प्रधानाचार्य पर कड़ी कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएँ न दोहराई जाएँ। उन्होंने शिक्षा विभाग को बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की प्राथमिक जिम्मेदारी निभाने की मांग की।