राहुल कुमार, सारस न्यूज, किशनगंज।
किशनगंज में विश्वकर्मा पूजा की धूम है। भगवान विश्वकर्मा की प्रतिमा को अंतिम रूप दिया गया है और पूजा पंडाल सज-धज कर तैयार हो गया है। इस अवसर पर भगवान विश्वकर्मा की पूजा की जाएगी, जो देवताओं के महल और अस्त्र-शस्त्र के निर्माता माने जाते हैं।
पूजा की तैयारी
पूजा के लिए विशेष तैयारियाँ की गई हैं। पूजा स्थल को साफ-सुथरा किया गया है और भगवान विश्वकर्मा की प्रतिमा को सजाया गया है। औजारों और मशीनों की भी पूजा की जाएगी, जो भगवान विश्वकर्मा की कृपा से चलती हैं।
पूजा विधि
पूजा विधि के अनुसार, सबसे पहले पूजा स्थल को साफ किया जाता है, फिर औजारों और मशीनों को साफ कर उन्हें पूजा स्थल पर रखा जाता है। इसके बाद, भगवान विश्वकर्मा की प्रतिमा को स्थापित कर उनकी पूजा की जाती है। पूजा में फूल, धूप, दीपक और प्रसाद अर्पित किए जाते हैं।
मुहूर्त और शुभ समय
विश्वकर्मा पूजा के लिए शुभ मुहूर्त हैं:
- कन्या संक्रांति का समय: रात 01 बजकर 55 मिनट
- ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 04 बजकर 33 मिनट से 05 बजकर 20 मिनट तक
- विजय मुहूर्त: दोपहर 02 बजकर 18 मिनट से 03 बजकर 07 मिनट तक
भगवान विश्वकर्मा की पूजा से कार्यस्थल पर सुख-समृद्धि और सुरक्षा की कामना की जाती है। इस अवसर पर लोग अपने औजारों और मशीनों की भी पूजा करते हैं और उन्हें सुरक्षित और सुचारु रूप से चलाने की प्रार्थना करते हैं।