बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मी तेज हो गई है। इसी कड़ी में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 18 सितंबर से राज्य के दो दिवसीय दौरे पर हैं। शाह सबसे पहले रोहतास के डेहरी-ऑन-सोन में बीजेपी के संगठनात्मक जिलों के सांसद, विधायक, विधान पार्षद और प्रमुख पदाधिकारियों से मुलाकात कर चुनावी तैयारियों का जायजा ले रहे हैं। डेहरी की बैठक में शाहाबाद और मगध क्षेत्र के पार्टी कार्यकर्ताओं से भी विस्तार से चर्चा हो रही है।
इसके बाद अमित शाह बेगूसराय पहुंचकर पटना महानगर, पटना ग्रामीण, बाढ़, नालंदा, शेखपुरा, मुंगेर, जमुई, लखीसराय, खगड़िया और बेगूसराय के भाजपा नेताओं एवं कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे। इन बैठकों में बूथ स्तर तक पार्टी को मजबूत करने, आगामी उम्मीदवारों के चयन और चुनावी प्रचार की रणनीतियाँ बनाई जा रही हैं। पार्टी की योजना है कि पूरे राज्य को 5 संगठनात्मक जोन में बांटकर पूरे बिहार में कार्यकर्ता-स्तर पर एकजुटता मजबूत की जाए।
अमित शाह के इस दौरे का उद्देश्य कार्यकर्ताओं में नया उत्साह भरना और भाजपा की चुनावी रणनीति को अंतिम रूप देना है। माना जा रहा है कि शाह के इन बैठकों से पार्टी के अंदरूनी समीकरण सुलझेंगे और उम्मीदवारों के नामों पर भी अंतिम निर्णय जल्द हो सकता है। इसके साथ ही भाजपा आज से ‘घर-घर संपर्क अभियान’ भी शुरू कर रही है, जो 24 सितंबर तक चलेगा। इस दौरान कार्यकर्ता सरकार की योजनाओं और उपलब्धियों को आम लोगों तक पहुँचाएंगे.
राजनीतिक विशेषज्ञों के अनुसार, अमित शाह का यह दौरा भाजपा के लिए चुनावी दृष्टि से काफी अहम माना जा रहा है, जिससे कार्यकर्ताओं में जोश और अनुशासन दोनों का संचार होगा। विपक्ष के हमलों का जवाब देने के लिए भी भाजपा की टीम रणनीति तैयार कर रही है।
सारस न्यूज़, वेब डेस्क।
बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मी तेज हो गई है। इसी कड़ी में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 18 सितंबर से राज्य के दो दिवसीय दौरे पर हैं। शाह सबसे पहले रोहतास के डेहरी-ऑन-सोन में बीजेपी के संगठनात्मक जिलों के सांसद, विधायक, विधान पार्षद और प्रमुख पदाधिकारियों से मुलाकात कर चुनावी तैयारियों का जायजा ले रहे हैं। डेहरी की बैठक में शाहाबाद और मगध क्षेत्र के पार्टी कार्यकर्ताओं से भी विस्तार से चर्चा हो रही है।
इसके बाद अमित शाह बेगूसराय पहुंचकर पटना महानगर, पटना ग्रामीण, बाढ़, नालंदा, शेखपुरा, मुंगेर, जमुई, लखीसराय, खगड़िया और बेगूसराय के भाजपा नेताओं एवं कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे। इन बैठकों में बूथ स्तर तक पार्टी को मजबूत करने, आगामी उम्मीदवारों के चयन और चुनावी प्रचार की रणनीतियाँ बनाई जा रही हैं। पार्टी की योजना है कि पूरे राज्य को 5 संगठनात्मक जोन में बांटकर पूरे बिहार में कार्यकर्ता-स्तर पर एकजुटता मजबूत की जाए।
अमित शाह के इस दौरे का उद्देश्य कार्यकर्ताओं में नया उत्साह भरना और भाजपा की चुनावी रणनीति को अंतिम रूप देना है। माना जा रहा है कि शाह के इन बैठकों से पार्टी के अंदरूनी समीकरण सुलझेंगे और उम्मीदवारों के नामों पर भी अंतिम निर्णय जल्द हो सकता है। इसके साथ ही भाजपा आज से ‘घर-घर संपर्क अभियान’ भी शुरू कर रही है, जो 24 सितंबर तक चलेगा। इस दौरान कार्यकर्ता सरकार की योजनाओं और उपलब्धियों को आम लोगों तक पहुँचाएंगे.
राजनीतिक विशेषज्ञों के अनुसार, अमित शाह का यह दौरा भाजपा के लिए चुनावी दृष्टि से काफी अहम माना जा रहा है, जिससे कार्यकर्ताओं में जोश और अनुशासन दोनों का संचार होगा। विपक्ष के हमलों का जवाब देने के लिए भी भाजपा की टीम रणनीति तैयार कर रही है।
Leave a Reply