हिमाचल प्रदेश के मनाली में आपदा प्रभावित इलाकों का दौरा करने पहुंची भाजपा सांसद कंगना रनौत को स्थानीय लोगों के कड़े विरोध का सामना करना पड़ा। लोगों ने उनके खिलाफ नारेबाज़ी करते हुए ‘कंगना वापस जाओ’ के नारे लगाए और काले झंडे भी दिखाए। हालात ऐसे हो गए कि पुलिस को बीच-बचाव करना पड़ा।
दरअसल, 25 और 26 अगस्त को हुई भारी बारिश से कुल्लू और मनाली में भूस्खलन और बाढ़ ने भारी तबाही मचाई थी। ब्यास नदी की तेज धारा में एक बहुमंजिला होटल और चार दुकानें बह गईं। कई सड़कें और घर क्षतिग्रस्त हो गए। मनाली की राइट बैंक रोड, कुल्लू शहर का बस स्टैंड और बिंदु ढांक मार्ग भी प्रभावित हुए। वहीं, पतलीकुहल क्षेत्र का मछली फार्म पूरी तरह बर्बाद हो गया।
कंगना रनौत ने दौरे के दौरान मनाली के सोलांग और पलचान जैसे आपदा प्रभावित इलाकों का निरीक्षण किया और स्थानीय निवासियों से बातचीत की। इस दौरान भाजपा नेता और पूर्व विधायक गोविंद सिंह ठाकुर ने उन्हें बताया कि सोलांग गांव भूस्खलन के बड़े खतरे में है क्योंकि ब्यास नदी लगातार पहाड़ को काट रही है। हालांकि प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि इस समस्या का स्थायी समाधान नदी का मार्ग बदलना ही है।
कंगना के दौरे के दौरान स्थानीय भाजपा नेता भी स्थिति को संभालने की कोशिश करते दिखे, लेकिन विरोध बढ़ता ही गया। यह घटनाक्रम अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और राजनीतिक हलकों में भी चर्चा का विषय बना हुआ है।
सारस न्यूज़, किशनगंज।
हिमाचल प्रदेश के मनाली में आपदा प्रभावित इलाकों का दौरा करने पहुंची भाजपा सांसद कंगना रनौत को स्थानीय लोगों के कड़े विरोध का सामना करना पड़ा। लोगों ने उनके खिलाफ नारेबाज़ी करते हुए ‘कंगना वापस जाओ’ के नारे लगाए और काले झंडे भी दिखाए। हालात ऐसे हो गए कि पुलिस को बीच-बचाव करना पड़ा।
दरअसल, 25 और 26 अगस्त को हुई भारी बारिश से कुल्लू और मनाली में भूस्खलन और बाढ़ ने भारी तबाही मचाई थी। ब्यास नदी की तेज धारा में एक बहुमंजिला होटल और चार दुकानें बह गईं। कई सड़कें और घर क्षतिग्रस्त हो गए। मनाली की राइट बैंक रोड, कुल्लू शहर का बस स्टैंड और बिंदु ढांक मार्ग भी प्रभावित हुए। वहीं, पतलीकुहल क्षेत्र का मछली फार्म पूरी तरह बर्बाद हो गया।
कंगना रनौत ने दौरे के दौरान मनाली के सोलांग और पलचान जैसे आपदा प्रभावित इलाकों का निरीक्षण किया और स्थानीय निवासियों से बातचीत की। इस दौरान भाजपा नेता और पूर्व विधायक गोविंद सिंह ठाकुर ने उन्हें बताया कि सोलांग गांव भूस्खलन के बड़े खतरे में है क्योंकि ब्यास नदी लगातार पहाड़ को काट रही है। हालांकि प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि इस समस्या का स्थायी समाधान नदी का मार्ग बदलना ही है।
कंगना के दौरे के दौरान स्थानीय भाजपा नेता भी स्थिति को संभालने की कोशिश करते दिखे, लेकिन विरोध बढ़ता ही गया। यह घटनाक्रम अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और राजनीतिक हलकों में भी चर्चा का विषय बना हुआ है।
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