जिला मुख्यालय स्थित समाहरणालय सभागार में आज जिला पदाधिकारी श्री विशाल राज की अध्यक्षता में एक अहम समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। बैठक का मुख्य उद्देश्य समेकित बाल विकास सेवा योजना (ICDS) के तहत संचालित योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करना तथा आंगनबाड़ी केंद्रों के कार्यों को और प्रभावी बनाना था।
बैठक में जिला प्रोग्राम पदाधिकारी (ICDS), सहायक निदेशक बाल संरक्षण इकाई श्री आलोक कुमार भारती, सभी सीडीपीओ, PHED, BCD, तथा ICDS से जुड़े अन्य सभी पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित रहे।
जिला पदाधिकारी ने समीक्षा के दौरान कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए:
PHED विभाग को जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में पेयजल की शत-प्रतिशत उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। विशेष रूप से किशनगंज बाल विकास परियोजना क्षेत्र में इसे एक सप्ताह के भीतर पूर्ण करने को कहा गया।
सभी सीडीपीओ को निर्देशित किया गया कि वे आंगनबाड़ी केंद्र भवनों की मरम्मती कार्य का उपयोगिता प्रमाण पत्र आगामी सात दिनों के भीतर कार्यालय में जमा करें।
ICDS से जुड़ी विभिन्न योजनाओं पर भी चर्चा हुई, जिनमें प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (PMMVY) के लक्ष्य को समय पर पूरा करना, अतिकुपोषित बच्चों को न्यूट्रिशन रिहैबिलिटेशन सेंटर (NRC) को रेफर करना, आंगनबाड़ी केंद्रों का शत-प्रतिशत निरीक्षण करना, तथा पोषण माह के दौरान डेटा एंट्री कार्य को समयबद्ध तरीके से सुनिश्चित करना शामिल है।
श्री विशाल राज ने सभी उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे अपने-अपने कर्तव्यों का ईमानदारीपूर्वक निर्वहन करें और बच्चों के समग्र विकास एवं पोषण संबंधी सभी गतिविधियों को जमीनी स्तर तक प्रभावी रूप से लागू करें।
इस अवसर पर उन्होंने यह भी कहा कि “हमारा प्रयास है कि जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्र पूरी तरह से क्रियाशील हों तथा बाल विकास योजनाएं अधिक से अधिक लाभार्थियों तक पहुंचे।”
बैठक जिले में बाल विकास सेवाओं को और सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
सारस न्यूज, किशनगंज।
जिला मुख्यालय स्थित समाहरणालय सभागार में आज जिला पदाधिकारी श्री विशाल राज की अध्यक्षता में एक अहम समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। बैठक का मुख्य उद्देश्य समेकित बाल विकास सेवा योजना (ICDS) के तहत संचालित योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करना तथा आंगनबाड़ी केंद्रों के कार्यों को और प्रभावी बनाना था।
बैठक में जिला प्रोग्राम पदाधिकारी (ICDS), सहायक निदेशक बाल संरक्षण इकाई श्री आलोक कुमार भारती, सभी सीडीपीओ, PHED, BCD, तथा ICDS से जुड़े अन्य सभी पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित रहे।
जिला पदाधिकारी ने समीक्षा के दौरान कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए:
PHED विभाग को जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में पेयजल की शत-प्रतिशत उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। विशेष रूप से किशनगंज बाल विकास परियोजना क्षेत्र में इसे एक सप्ताह के भीतर पूर्ण करने को कहा गया।
सभी सीडीपीओ को निर्देशित किया गया कि वे आंगनबाड़ी केंद्र भवनों की मरम्मती कार्य का उपयोगिता प्रमाण पत्र आगामी सात दिनों के भीतर कार्यालय में जमा करें।
ICDS से जुड़ी विभिन्न योजनाओं पर भी चर्चा हुई, जिनमें प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (PMMVY) के लक्ष्य को समय पर पूरा करना, अतिकुपोषित बच्चों को न्यूट्रिशन रिहैबिलिटेशन सेंटर (NRC) को रेफर करना, आंगनबाड़ी केंद्रों का शत-प्रतिशत निरीक्षण करना, तथा पोषण माह के दौरान डेटा एंट्री कार्य को समयबद्ध तरीके से सुनिश्चित करना शामिल है।
श्री विशाल राज ने सभी उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे अपने-अपने कर्तव्यों का ईमानदारीपूर्वक निर्वहन करें और बच्चों के समग्र विकास एवं पोषण संबंधी सभी गतिविधियों को जमीनी स्तर तक प्रभावी रूप से लागू करें।
इस अवसर पर उन्होंने यह भी कहा कि “हमारा प्रयास है कि जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्र पूरी तरह से क्रियाशील हों तथा बाल विकास योजनाएं अधिक से अधिक लाभार्थियों तक पहुंचे।”
बैठक जिले में बाल विकास सेवाओं को और सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
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