साइबर अपराध के बढ़ते मामलों के बीच अररिया पुलिस ने एक बड़ी उपलब्धि दर्ज की है। साइबर थाना की तत्परता और बैंक अधिकारियों के सहयोग से भरगामा प्रखंड के खजुरी गांव निवासी पवन कुमार के पिता श्यामसुन्दर के खाते से निकाले गए 15 लाख 62 हजार 201 रुपए को वापस करा दिया गया। ठगी की इस रकम की वापसी के बाद पीड़ित परिवार ने राहत की सांस ली और अररिया पुलिस की सराहना की।
कैसे हुई थी ठगी
पवन कुमार ने जून महीने में साइबर थाना अररिया में आवेदन दिया था कि उनके पिता का खाता फारबिसगंज अड़राहा स्थित एक्सिस बैंक में है। किसी अज्ञात साइबर अपराधी ने मोबाइल नंबर बदलकर खाते में सेंध लगाई और 15.62 लाख रुपए निकाल लिए। घटना की शिकायत मिलते ही पुलिस ने कांड दर्ज कर वैज्ञानिक व तकनीकी जांच शुरू की।
गिरफ्तार हुए 7 आरोपी
अनुसंधान के दौरान पुलिस ने इस पूरे रैकेट का पर्दाफाश किया और इसमें शामिल एक बैंक कर्मी सहित सात साइबर अपराधियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया। गिरफ्तार आरोपियों में अमित लाहोटिया, प्रकाश कुमार मंडल, राजू रंजन, यश कुमार, योगेंद्र कुमार मेहता, रसिकलाल मेहता और वरुण किशोर ठाकुर शामिल हैं।
एसपी कार्यालय में मिला पीड़ित को पैसा
मंगलवार को समाहरणालय स्थित पुलिस अधीक्षक अंजनी कुमार के कार्यालय में पीड़ित पवन कुमार को ठगी की पूरी राशि लौटाई गई। इस दौरान साइबर डीएसपी सह थानाध्यक्ष रजिया सुल्ताना भी मौजूद थीं। एसपी ने बताया कि पुलिस और बैंक की संयुक्त कार्रवाई से यह संभव हो सका है। साथ ही उन्होंने कहा कि अन्य आरोपियों और सहयोगी बैंक कर्मियों के खिलाफ जांच अभी जारी है।
छापेमारी टीम की भूमिका
इस कार्रवाई में डीएसपी रजिया सुल्ताना के नेतृत्व में अवर निरीक्षक मनीषा कुमारी, पुअनि कुंदन कुमार, पुअनि सरोज कुमार और डेटा ऑपरेटर दीपक कुमार शामिल थे।
पीड़ित की खुशी
राशि वापस मिलने के बाद पवन कुमार ने कहा – “मेरे पिताजी के खाते से अवैध रूप से 15.62 लाख रुपए की निकासी हो गई थी। हमें उम्मीद नहीं थी कि पैसा वापस मिलेगा, लेकिन अररिया साइबर थाना पुलिस और बैंक की कोशिश से आज रकम हमारे खाते में लौट आई है। इसके लिए हम अररिया पुलिस और बैंक प्रशासन के आभारी हैं।”
सारस न्यूज़, अररिया।
साइबर अपराध के बढ़ते मामलों के बीच अररिया पुलिस ने एक बड़ी उपलब्धि दर्ज की है। साइबर थाना की तत्परता और बैंक अधिकारियों के सहयोग से भरगामा प्रखंड के खजुरी गांव निवासी पवन कुमार के पिता श्यामसुन्दर के खाते से निकाले गए 15 लाख 62 हजार 201 रुपए को वापस करा दिया गया। ठगी की इस रकम की वापसी के बाद पीड़ित परिवार ने राहत की सांस ली और अररिया पुलिस की सराहना की।
कैसे हुई थी ठगी
पवन कुमार ने जून महीने में साइबर थाना अररिया में आवेदन दिया था कि उनके पिता का खाता फारबिसगंज अड़राहा स्थित एक्सिस बैंक में है। किसी अज्ञात साइबर अपराधी ने मोबाइल नंबर बदलकर खाते में सेंध लगाई और 15.62 लाख रुपए निकाल लिए। घटना की शिकायत मिलते ही पुलिस ने कांड दर्ज कर वैज्ञानिक व तकनीकी जांच शुरू की।
गिरफ्तार हुए 7 आरोपी
अनुसंधान के दौरान पुलिस ने इस पूरे रैकेट का पर्दाफाश किया और इसमें शामिल एक बैंक कर्मी सहित सात साइबर अपराधियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया। गिरफ्तार आरोपियों में अमित लाहोटिया, प्रकाश कुमार मंडल, राजू रंजन, यश कुमार, योगेंद्र कुमार मेहता, रसिकलाल मेहता और वरुण किशोर ठाकुर शामिल हैं।
एसपी कार्यालय में मिला पीड़ित को पैसा
मंगलवार को समाहरणालय स्थित पुलिस अधीक्षक अंजनी कुमार के कार्यालय में पीड़ित पवन कुमार को ठगी की पूरी राशि लौटाई गई। इस दौरान साइबर डीएसपी सह थानाध्यक्ष रजिया सुल्ताना भी मौजूद थीं। एसपी ने बताया कि पुलिस और बैंक की संयुक्त कार्रवाई से यह संभव हो सका है। साथ ही उन्होंने कहा कि अन्य आरोपियों और सहयोगी बैंक कर्मियों के खिलाफ जांच अभी जारी है।
छापेमारी टीम की भूमिका
इस कार्रवाई में डीएसपी रजिया सुल्ताना के नेतृत्व में अवर निरीक्षक मनीषा कुमारी, पुअनि कुंदन कुमार, पुअनि सरोज कुमार और डेटा ऑपरेटर दीपक कुमार शामिल थे।
पीड़ित की खुशी
राशि वापस मिलने के बाद पवन कुमार ने कहा – “मेरे पिताजी के खाते से अवैध रूप से 15.62 लाख रुपए की निकासी हो गई थी। हमें उम्मीद नहीं थी कि पैसा वापस मिलेगा, लेकिन अररिया साइबर थाना पुलिस और बैंक की कोशिश से आज रकम हमारे खाते में लौट आई है। इसके लिए हम अररिया पुलिस और बैंक प्रशासन के आभारी हैं।”
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