राज्यसभा सांसद संजय यादव को लेकर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के भीतर घमासान तेज हो गया है। लालू यादव के परिवार में इस मुद्दे पर मतभेद खुलकर सामने आ गए हैं। तेजप्रताप यादव और रोहिणी आचार्या ने इस मसले पर खुला मोर्चा खोल दिया है। इसी बीच एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी इस मुद्दे को लेकर राजद नेता तेजस्वी यादव पर तीखा हमला बोला है।
सीमांचल न्याय यात्रा के तहत किशनगंज पहुंचे ओवैसी ने नाम लिए बिना संजय यादव पर निशाना साधते हुए कहा, “एक व्यक्ति हरियाणा से आता है और बिहार से राज्यसभा सांसद बन जाता है, तब किसी को कोई आपत्ति नहीं होती। लेकिन जब मैं हैदराबाद से आता हूं, तो पेट में मरोड़ उठता है।”
ओवैसी ने कहा कि वह हैदराबाद से आए हैं, चांद से नहीं। “मुझे कोई शर्म नहीं है कहने में कि मैं हैदराबाद से आया हूं। लेकिन जो सवाल उठा रहे हैं, उनसे पूछिए — क्या हरियाणा से आकर राज्यसभा में भेजा गया व्यक्ति बिहार का वासी है?”
उन्होंने दो टूक कहा कि केवल मौत ही उन्हें बिहार और सीमांचल आने से रोक सकती है। “सीमांचल की जनता के साथ मैं हमेशा खड़ा रहूंगा, चाहे किसी को कितना भी दर्द हो।”
राजनीतिक गलियारों में यह बयानबाजी एक बार फिर सीमांचल की सियासत में गर्मी ला रही है, वहीं राजद के भीतर भी संजय यादव की राज्यसभा में एंट्री को लेकर अंदरूनी कलह खुलकर सामने आ गई है।
सारस न्यूज, वेब डेस्क।
राज्यसभा सांसद संजय यादव को लेकर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के भीतर घमासान तेज हो गया है। लालू यादव के परिवार में इस मुद्दे पर मतभेद खुलकर सामने आ गए हैं। तेजप्रताप यादव और रोहिणी आचार्या ने इस मसले पर खुला मोर्चा खोल दिया है। इसी बीच एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी इस मुद्दे को लेकर राजद नेता तेजस्वी यादव पर तीखा हमला बोला है।
सीमांचल न्याय यात्रा के तहत किशनगंज पहुंचे ओवैसी ने नाम लिए बिना संजय यादव पर निशाना साधते हुए कहा, “एक व्यक्ति हरियाणा से आता है और बिहार से राज्यसभा सांसद बन जाता है, तब किसी को कोई आपत्ति नहीं होती। लेकिन जब मैं हैदराबाद से आता हूं, तो पेट में मरोड़ उठता है।”
ओवैसी ने कहा कि वह हैदराबाद से आए हैं, चांद से नहीं। “मुझे कोई शर्म नहीं है कहने में कि मैं हैदराबाद से आया हूं। लेकिन जो सवाल उठा रहे हैं, उनसे पूछिए — क्या हरियाणा से आकर राज्यसभा में भेजा गया व्यक्ति बिहार का वासी है?”
उन्होंने दो टूक कहा कि केवल मौत ही उन्हें बिहार और सीमांचल आने से रोक सकती है। “सीमांचल की जनता के साथ मैं हमेशा खड़ा रहूंगा, चाहे किसी को कितना भी दर्द हो।”
राजनीतिक गलियारों में यह बयानबाजी एक बार फिर सीमांचल की सियासत में गर्मी ला रही है, वहीं राजद के भीतर भी संजय यादव की राज्यसभा में एंट्री को लेकर अंदरूनी कलह खुलकर सामने आ गई है।
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