राष्ट्रीय तिथि: 28 सितम्बर 2025 (रविवार) विक्रम संवत: 2082, आश्विन मास, शुक्ल पक्ष, षष्ठी तिथि चन्द्र मास: आश्विन पक्ष: शुक्ल पक्ष
तिथि: षष्ठी – प्रातः 11:56 तक, उसके बाद सप्तमी नक्षत्र: मूल – दोपहर 12:25 तक, उसके बाद पूर्वाषाढ़ा योग: गण्ड – रात्रि 01:20 तक, उसके बाद वृद्धि करण: तैतिल – प्रातः 11:56 तक, उसके बाद गर
आज षष्ठी तिथि है, इस दिन माता दुर्गा के कात्यायनी स्वरूप की पूजा विशेष फलदायी मानी जाती है। ✅ माता दुर्गा को लाल पुष्प और गुड़ का भोग लगाएँ। ✅ दुर्गा सप्तशती का पाठ करें। ✅ कन्याओं को भोजन कराएँ।
सारस न्यूज़, वेब डेस्क।
राष्ट्रीय तिथि: 28 सितम्बर 2025 (रविवार) विक्रम संवत: 2082, आश्विन मास, शुक्ल पक्ष, षष्ठी तिथि चन्द्र मास: आश्विन पक्ष: शुक्ल पक्ष
तिथि: षष्ठी – प्रातः 11:56 तक, उसके बाद सप्तमी नक्षत्र: मूल – दोपहर 12:25 तक, उसके बाद पूर्वाषाढ़ा योग: गण्ड – रात्रि 01:20 तक, उसके बाद वृद्धि करण: तैतिल – प्रातः 11:56 तक, उसके बाद गर
आज षष्ठी तिथि है, इस दिन माता दुर्गा के कात्यायनी स्वरूप की पूजा विशेष फलदायी मानी जाती है। ✅ माता दुर्गा को लाल पुष्प और गुड़ का भोग लगाएँ। ✅ दुर्गा सप्तशती का पाठ करें। ✅ कन्याओं को भोजन कराएँ।
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