कला और श्रद्धा का अद्भुत संगम सोमवार को तब देखने को मिला, जब अररिया के जवाहर नवोदय विद्यालय के कला शिक्षक राजेश कुमार द्वारा गंगा की मिट्टी से निर्मित नानू बाबा की जीवंत (लाइव) प्रतिमा उन्हें ससम्मान भेंट की गई। यह अवसर नवरात्रि के कालरात्रि पर्व का था, जो श्रद्धालुओं के लिए और भी खास बन गया।
करीब दो वर्ष पूर्व राजेश कुमार ने मां खड्गेश्वरी महाकाली मंदिर परिसर में नानू बाबा को सामने बैठाकर महज एक घंटे में मिट्टी की यह लाइव प्रतिमा तैयार कर दी थी। यह दृश्य उपस्थित श्रद्धालुओं के लिए चमत्कारी था और सोशल मीडिया पर इसका वीडियो खूब वायरल हुआ था। उस समय तो यह प्रतिमा एक कला प्रयोग थी, लेकिन अब इसे औपचारिक रूप से काली मंदिर में प्रदर्शनी के लिए लगाया जाएगा।
इस खास मौके पर नगर परिषद के अध्यक्ष विजय कुमार मिश्र सहित कई गणमान्य लोग मौजूद थे। कार्यक्रम में अररिया के प्रसिद्ध लोकगायक अमर आनंद ने भक्तिमय भजनों की प्रस्तुति देकर माहौल को भक्तिरस से सराबोर कर दिया।
नगर परिषद अध्यक्ष विजय मिश्र ने मूर्तिकार राजेश कुमार की प्रशंसा करते हुए कहा,
राजेश कुमार न सिर्फ एक कुशल कलाकार हैं, बल्कि समाज में कला जागरूकता लाने का महत्वपूर्ण कार्य भी कर रहे हैं। नवोदय विद्यालय में बच्चों को कला सिखाने के साथ-साथ वे समाज में रचनात्मक चेतना भी फैला रहे हैं।”
दरभंगा, बिहार निवासी राजेश कुमार ने काशी हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी से मास्टर ऑफ फाइन आर्ट्स (मूर्तिकला) की पढ़ाई की है। वे इको-फ्रेंडली मूर्तियों के निर्माण और लाइव मूर्तिकला के लिए विशेष रूप से प्रसिद्ध हैं। कई विश्वविद्यालयों और कला संस्थानों में वे विद्यार्थियों को प्रशिक्षित कर चुके हैं, जहां उनकी सहज कला शैली देखकर छात्र भी प्रेरित हो जाते हैं।
कार्यक्रम में धीरज नयन, हेमंत कुमार हीरा, मिंटू सिंह, शंकर माली, सूरज कुमार, राजू पासवान, रौशन दूबे, शशिकांत दूबे, अखिलेश दास, गुड्डू सिंह, विकास कुमार, अर्जुन मंडल, और आकाश मालाकार समेत कई स्थानीय नागरिक उपस्थित थे।
यह कार्यक्रम न केवल एक कलाकार की उपलब्धि का उत्सव था, बल्कि यह संदेश भी देता है कि जब कला और भक्ति एक साथ आती हैं, तो समाज को एक नई दिशा मिलती है।
कला और श्रद्धा का अद्भुत संगम सोमवार को तब देखने को मिला, जब अररिया के जवाहर नवोदय विद्यालय के कला शिक्षक राजेश कुमार द्वारा गंगा की मिट्टी से निर्मित नानू बाबा की जीवंत (लाइव) प्रतिमा उन्हें ससम्मान भेंट की गई। यह अवसर नवरात्रि के कालरात्रि पर्व का था, जो श्रद्धालुओं के लिए और भी खास बन गया।
करीब दो वर्ष पूर्व राजेश कुमार ने मां खड्गेश्वरी महाकाली मंदिर परिसर में नानू बाबा को सामने बैठाकर महज एक घंटे में मिट्टी की यह लाइव प्रतिमा तैयार कर दी थी। यह दृश्य उपस्थित श्रद्धालुओं के लिए चमत्कारी था और सोशल मीडिया पर इसका वीडियो खूब वायरल हुआ था। उस समय तो यह प्रतिमा एक कला प्रयोग थी, लेकिन अब इसे औपचारिक रूप से काली मंदिर में प्रदर्शनी के लिए लगाया जाएगा।
इस खास मौके पर नगर परिषद के अध्यक्ष विजय कुमार मिश्र सहित कई गणमान्य लोग मौजूद थे। कार्यक्रम में अररिया के प्रसिद्ध लोकगायक अमर आनंद ने भक्तिमय भजनों की प्रस्तुति देकर माहौल को भक्तिरस से सराबोर कर दिया।
नगर परिषद अध्यक्ष विजय मिश्र ने मूर्तिकार राजेश कुमार की प्रशंसा करते हुए कहा,
राजेश कुमार न सिर्फ एक कुशल कलाकार हैं, बल्कि समाज में कला जागरूकता लाने का महत्वपूर्ण कार्य भी कर रहे हैं। नवोदय विद्यालय में बच्चों को कला सिखाने के साथ-साथ वे समाज में रचनात्मक चेतना भी फैला रहे हैं।”
दरभंगा, बिहार निवासी राजेश कुमार ने काशी हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी से मास्टर ऑफ फाइन आर्ट्स (मूर्तिकला) की पढ़ाई की है। वे इको-फ्रेंडली मूर्तियों के निर्माण और लाइव मूर्तिकला के लिए विशेष रूप से प्रसिद्ध हैं। कई विश्वविद्यालयों और कला संस्थानों में वे विद्यार्थियों को प्रशिक्षित कर चुके हैं, जहां उनकी सहज कला शैली देखकर छात्र भी प्रेरित हो जाते हैं।
कार्यक्रम में धीरज नयन, हेमंत कुमार हीरा, मिंटू सिंह, शंकर माली, सूरज कुमार, राजू पासवान, रौशन दूबे, शशिकांत दूबे, अखिलेश दास, गुड्डू सिंह, विकास कुमार, अर्जुन मंडल, और आकाश मालाकार समेत कई स्थानीय नागरिक उपस्थित थे।
यह कार्यक्रम न केवल एक कलाकार की उपलब्धि का उत्सव था, बल्कि यह संदेश भी देता है कि जब कला और भक्ति एक साथ आती हैं, तो समाज को एक नई दिशा मिलती है।