राहुल कुमार, सारस न्यूज़, किशनगंज।
परिवार की सेहत का आधार अक्सर महिलाओं की भलाई पर टिका होता है। यदि महिला स्वस्थ रहे तो पूरा परिवार सुरक्षित और मजबूत बनता है। इसी सोच के साथ बिहार सरकार ने “स्वस्थ नारी – सशक्त परिवार अभियान” की शुरुआत की है। इस पहल के अंतर्गत महिलाओं को मुफ्त जांच, परामर्श और उपचार की सुविधा दी जा रही है। किशनगंज जिले में इस अभियान का असर साफ नज़र आने लगा है, जहाँ बड़ी संख्या में महिलाएँ स्वास्थ्य जांच शिविरों में पहुँचकर अपने जीवन की रक्षा की ओर कदम बढ़ा रही हैं।
जिले में अब तक हुए जांच के आँकड़े
किशनगंज के सिविल सर्जन डॉ. राज कुमार चौधरी ने बताया कि अभियान की अब तक की उपलब्धियाँ बेहद उत्साहजनक रही हैं।
- हाइपरटेंशन जांच : 43,997 (महिला – 28,598, पुरुष – 15,399)
- डायबिटीज़ जांच : 41,878 (महिला – 27,140, पुरुष – 14,738)
- ओरल कैंसर जांच : 5,731 (महिला – 3,224, पुरुष – 2,507)
- ब्रेस्ट कैंसर जांच : 10,942 महिलाएँ
- सर्वाइकल कैंसर जांच : 136 महिलाएँ
इन आँकड़ों से यह स्पष्ट होता है कि महिलाओं ने पुरुषों की तुलना में अधिक सक्रिय भागीदारी दिखाई है। यह बदलाव उनकी बढ़ती जागरूकता और आत्मविश्वास का प्रतीक है।
महिलाओं की प्राथमिकता बन रहा है स्वास्थ्य
आज सदर अस्पताल का निरीक्षण करने पहुँचीं गैर-संचारी रोग पदाधिकारी (एनसीडीओ) डॉ. उर्मिला कुमारी ने शिविरों का जायजा लिया और लाभार्थियों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि महिलाओं में हाइपरटेंशन, डायबिटीज़ और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों की स्क्रीनिंग बढ़ना बेहद उत्साहजनक संकेत है। यह बताता है कि अब महिलाएँ संकोच छोड़कर अपने स्वास्थ्य को महत्व दे रही हैं।
उन्होंने आगे कहा कि आने वाले समय में इस अभियान का प्रभाव और गहरा होगा, क्योंकि महिलाएँ जब अपने स्वास्थ्य की ज़िम्मेदारी लेंगी तो परिवार और समाज दोनों ही मज़बूत बनेंगे।