सारस न्यूज़, वेब डेस्क।
आज 2 अक्टूबर को देशभर में महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती बड़े उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाई जा रही है। इस दिन राष्ट्रीय और स्थानीय स्तर पर विभिन्न कार्यक्रमों, श्रद्धांजलि सभाओं और सांस्कृतिक आयोजनों के माध्यम से दोनों महान नेताओं के योगदान को याद किया जाता है।
महात्मा गांधी जयंती: अहिंसा और सत्य का संदेश
- 2025 में महात्मा गांधी की 156वीं जयंती मनाई जा रही है। बापू के जन्मदिन को ‘अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस’ के रूप में भी मनाया जाता है।
- देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, अन्य वरिष्ठ नेता और आम लोग राजघाट जाकर गांधीजी को पुष्पांजलि अर्पित करते हैं और उनके दिखाए सत्य, अहिंसा और सादगी के मार्ग पर चलने का संकल्प लेते हैं।
- स्कूल-कॉलेजों में निबंध, चित्रकला, भाषण, और प्रार्थना सभा का आयोजन किया जाता है, जिसमें बच्चों और युवाओं को बापू के विचारों से प्रेरणा लेने का संदेश दिया जाता है।
- विभिन्न संस्थान ‘स्वच्छता’ और ‘सामाजिक सेवा’ जैसे अभियानों में भाग लेते हैं ताकि गांधीजी के आदर्शों का समाज में प्रचार किया जा सके।
लाल बहादुर शास्त्री जयंती: ‘जय जवान, जय किसान’ का संकल्प
- आज ही के दिन भारत के दूसरे प्रधानमंत्री श्री लाल बहादुर शास्त्री जी का जन्म भी हुआ था। वर्ष 2025 में उनकी 121वीं जयंती मनाई जा रही है।
- विजय घाट (दिल्ली) स्थित उनकी समाधि पर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और अन्य गणमान्यजन पुष्पांजलि अर्पित करते हैं और उनके सादगी, ईमानदारी और देशभक्ति के आदर्शों को याद करते हैं।
- ‘जय जवान, जय किसान’ का उनका नारा आज भी देशभर में किसानों और सैनिकों के सम्मान हेतु दोहराया जाता है।
- स्कूलों और संस्थानों में शास्त्रीजी के जीवन पर चर्चा, निबंध प्रतियोगिता, और प्रेरक कहानियों का आयोजन किया जाता है।
सांस्कृतिक आयोजन और संदेश
- आज के दिन कई जगहों पर बच्चों के लिए क्विज, लेखन, चित्रकला और भाषण प्रतियोगिताएं होती हैं, जिससे नई पीढ़ी को देशभक्ति और सेवा भावना से ओत-प्रोत किया जा सके।
- सोशल मीडिया और समाचार माध्यमों में भी महान नेताओं के प्रेरक विचार और जीवन की कहानियां साझा की जा रही हैं, ताकि युवा वर्ग को सशक्त बनाया जा सके।
यह दिन हमें प्रेरित करता है कि हम महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री के मूल्यों–सत्य, अहिंसा, सादगी, ईमानदारी और कड़ी मेहनत–को अपने जीवन में अपनाए और देशहित में कार्य करें।