प्रतिनिधि, सारस न्यूज़, किशनगंज।
किशनगंज ज़िले में लगातार हो रही भारी बारिश ने जनजीवन को प्रभावित कर दिया है। ज़िले की सभी प्रमुख नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ा है, जिससे कई क्षेत्रों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। प्रशासन ने हालात को गंभीरता से लेते हुए राहत और बचाव कार्यों में पूरी तत्परता दिखाई है।
प्रशासन की मुस्तैदी और एनडीआरएफ की सक्रियता
ज़िला प्रशासन लगातार जलप्लावित क्षेत्रों में नजर बनाए हुए है। ज़िला पदाधिकारी श्री विशाल राज ने स्पष्ट किया कि फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है और खतरे की कोई तत्काल आशंका नहीं है। एनडीआरएफ की टीमें प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं। अंचलाधिकारी भी लगातार प्रभावित क्षेत्रों में कैंप कर रहे हैं ताकि ज़रूरतमंदों को समय पर सहायता मिल सके।
स्वास्थ्य सेवाएं और दवाओं की उपलब्धता
प्रभावित क्षेत्रों के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में जीवन रक्षक दवाओं की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। ज़िलाधिकारी ने आम जनता से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न दें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।
ठाकुरगंज में राहत कार्यों की तस्वीर
ठाकुरगंज प्रखंड के भातगांव पंचायत के निमुगुडी गांव के वार्ड नंबर 12 के आदिवासी टोला, पासवान टोला, खरना टोला और अंसारी टोला से 245 ग्रामीणों को एसडीआरएफ की मदद से सुरक्षित निकालकर प्राथमिक विद्यालय निमुगुडी में शरण दी गई है। इसी पंचायत के 356 परिवारों के बीच राहत सामग्री का वितरण किया जा रहा है। वर्तमान में दो सामुदायिक रसोई—एक निमुगुडी स्कूल में और दूसरी गलगलिया स्टेशन पर—संचालित की जा रही हैं। साथ ही, प्रभावित परिवारों को पॉलीथिन शीट्स भी प्रदान की गई हैं।
अन्य प्रखंडों में भी राहत कार्य जारी
पोठिया प्रखंड में एसडीआरएफ द्वारा 22 ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। वहीं दिघलबैंक अंचल के दहीभात पंचायत में 20 परिवारों के 50 ग्रामीणों को सामुदायिक रसोई केंद्र दहीभात स्कूल से सहायता दी जा रही है। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि वर्तमान में स्थिति सामान्य है, लेकिन सतर्कता बरती जा रही है।

सामूहिक प्रयास से संकट पर नियंत्रण
किशनगंज ज़िले में प्रशासन, राहत एजेंसियों और स्वास्थ्य विभाग के समन्वित प्रयासों से स्थिति पर नियंत्रण बनाए रखा गया है। ज़िला जनसंपर्क पदाधिकारी ने बताया कि सभी विभाग मिलकर काम कर रहे हैं ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके। ज़िले के नागरिकों से सहयोग की अपील की गई है ताकि राहत कार्यों में कोई बाधा न आए। किशनगंज में बारिश का कहर फिलहाल थमा नहीं है, लेकिन प्रशासन की तत्परता और जनता की जागरूकता से हालात नियंत्रण में हैं।