भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह ने बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने को लेकर चल रही तमाम अटकलों पर विराम लगा दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर अपने भोजपुरी समाज को संबोधित करते हुए स्पष्ट किया कि उन्होंने विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए कोई पार्टी ज्वाइन नहीं की है, और न ही उनका ऐसा कोई इरादा है।
पवन सिंह ने अपने पोस्ट में लिखा, “मैं पवन सिंह अपने भोजपुरीया समाज से बताना चाहता हूं कि मैं बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए पार्टी ज्वाइन नहीं किया था और नाहीं मुझे विधानसभा चुनाव लड़ना है। मैं पार्टी का सच्चा सिपाही हूं और रहूंगा।”
मैं पवन सिंह अपने भोजपुरीया समाज से बताना चाहता हूँ कि मैं बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए पार्टी ज्वाइन नहीं किया था और नाहीं मुझे विधानसभा चुनाव लड़ना है | मैं पार्टी का सच्चा सिपाही हूँ और रहूँगा। pic.twitter.com/reVNwocoav
पिछले कुछ दिनों से पवन सिंह के बीजेपी नेताओं के साथ मुलाकातों के बाद ऐसी अटकलें तेज हो गई थीं कि वे इस बार चुनावी मैदान में उतर सकते हैं। हालांकि, उनके इस बयान के बाद अब सभी कयासों पर विराम लग गया है।
🔹 पत्नी ज्योति सिंह के साथ विवाद बना चर्चा का विषय
इधर, पवन सिंह का अपनी पत्नी ज्योति सिंह के साथ चल रहा विवाद लगातार गहराता जा रहा है। यह मामला लंबे समय से सुर्खियों में है, लेकिन हाल के दिनों में ज्योति सिंह द्वारा लगाए गए गंभीर आरोपों के चलते यह फिर से चर्चा में आ गया है।
ज्योति सिंह ने कहा कि जब वह बच्चा चाहती थीं, तब पवन सिंह उन्हें गर्भपात की दवाइयां खिलाया करते थे, और विरोध करने पर उन्हें टॉर्चर किया जाता था। उन्होंने बताया कि प्रताड़ना से परेशान होकर एक बार उन्होंने स्लीपिंग पिल्स खा ली थीं, जिसके बाद पवन सिंह के भाई ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया था।
ज्योति सिंह ने यह भी कहा कि, “जो व्यक्ति खुद 15 साल से पार्टी से जुड़ा होने के बावजूद टिकट नहीं पा सका, वह मुझे क्या टिकट दिलवाएगा।”
🔹 सोशल मीडिया पर चर्चाओं का दौर जारी
पवन सिंह के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर भोजपुरी समाज के लोगों में मिली-जुली प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। कई लोगों ने उनके “सच्चे सिपाही” वाले बयान की सराहना की, वहीं कुछ ने उनकी निजी जिंदगी को लेकर सवाल उठाए हैं।
सारस न्यूज़, वेब डेस्क।
भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह ने बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने को लेकर चल रही तमाम अटकलों पर विराम लगा दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर अपने भोजपुरी समाज को संबोधित करते हुए स्पष्ट किया कि उन्होंने विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए कोई पार्टी ज्वाइन नहीं की है, और न ही उनका ऐसा कोई इरादा है।
पवन सिंह ने अपने पोस्ट में लिखा, “मैं पवन सिंह अपने भोजपुरीया समाज से बताना चाहता हूं कि मैं बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए पार्टी ज्वाइन नहीं किया था और नाहीं मुझे विधानसभा चुनाव लड़ना है। मैं पार्टी का सच्चा सिपाही हूं और रहूंगा।”
मैं पवन सिंह अपने भोजपुरीया समाज से बताना चाहता हूँ कि मैं बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए पार्टी ज्वाइन नहीं किया था और नाहीं मुझे विधानसभा चुनाव लड़ना है | मैं पार्टी का सच्चा सिपाही हूँ और रहूँगा। pic.twitter.com/reVNwocoav
पिछले कुछ दिनों से पवन सिंह के बीजेपी नेताओं के साथ मुलाकातों के बाद ऐसी अटकलें तेज हो गई थीं कि वे इस बार चुनावी मैदान में उतर सकते हैं। हालांकि, उनके इस बयान के बाद अब सभी कयासों पर विराम लग गया है।
🔹 पत्नी ज्योति सिंह के साथ विवाद बना चर्चा का विषय
इधर, पवन सिंह का अपनी पत्नी ज्योति सिंह के साथ चल रहा विवाद लगातार गहराता जा रहा है। यह मामला लंबे समय से सुर्खियों में है, लेकिन हाल के दिनों में ज्योति सिंह द्वारा लगाए गए गंभीर आरोपों के चलते यह फिर से चर्चा में आ गया है।
ज्योति सिंह ने कहा कि जब वह बच्चा चाहती थीं, तब पवन सिंह उन्हें गर्भपात की दवाइयां खिलाया करते थे, और विरोध करने पर उन्हें टॉर्चर किया जाता था। उन्होंने बताया कि प्रताड़ना से परेशान होकर एक बार उन्होंने स्लीपिंग पिल्स खा ली थीं, जिसके बाद पवन सिंह के भाई ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया था।
ज्योति सिंह ने यह भी कहा कि, “जो व्यक्ति खुद 15 साल से पार्टी से जुड़ा होने के बावजूद टिकट नहीं पा सका, वह मुझे क्या टिकट दिलवाएगा।”
🔹 सोशल मीडिया पर चर्चाओं का दौर जारी
पवन सिंह के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर भोजपुरी समाज के लोगों में मिली-जुली प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। कई लोगों ने उनके “सच्चे सिपाही” वाले बयान की सराहना की, वहीं कुछ ने उनकी निजी जिंदगी को लेकर सवाल उठाए हैं।
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