बिहार की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। पूर्णिया से निर्दलीय सांसद और कांग्रेस नेता राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में सीट बंटवारे को लेकर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने सीधे तौर पर जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा को निशाने पर लेते हुए आरोप लगाया है कि उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सत्ता से हटाने का “षड्यंत्र” रच कर उसे पूरा कर लिया है।
पप्पू यादव ने सोमवार को एक ट्वीट में कहा,
“बधाई हो संजय झा जी! आपने अपना मिशन पूरा कर लिया। आपने जिस चालाकी से नीतीश कुमार को कमजोर किया और अब उन्हें सीएम की कुर्सी छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया, वह आपके षड्यंत्र का हिस्सा था। सीट बंटवारे में जदयू का अपमान कोई सामान्य बात नहीं है।”
सीट बंटवारे में जेडीयू को मिली कम अहमियत?
एनडीए के भीतर हालिया सीट बंटवारे को लेकर जदयू कार्यकर्ताओं और समर्थकों में भी नाराजगी देखी जा रही है। जदयू को अपेक्षाकृत कम सीटें मिलने की अटकलों ने राजनीतिक हलकों में यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या नीतीश कुमार को धीरे-धीरे हाशिए पर धकेला जा रहा है?
पप्पू यादव का बयान इसी पृष्ठभूमि में देखा जा रहा है, जहां उन्होंने संजय झा पर यह आरोप लगाया है कि उन्होंने भाजपा के साथ मिलकर जदयू के भीतर से नीतीश कुमार की भूमिका को कमजोर किया।
पप्पू यादव का दावा – “सत्ता की लड़ाई अब खुलकर सामने”
पप्पू यादव ने दावा किया कि बिहार की सत्ता को लेकर अब एनडीए के भीतर खुली जंग शुरू हो चुकी है। उन्होंने कहा,
“जो लोग नीतीश कुमार को अपना नेता कहते थे, वही अब उन्हें बाहर करने की साजिश रच रहे हैं। यह सिर्फ सीटों का खेल नहीं है, यह सत्ता परिवर्तन की पटकथा है।”
जेडीयू की चुप्पी, भाजपा की रणनीति
फिलहाल जदयू की ओर से पप्पू यादव के बयान पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। लेकिन सियासी गलियारों में यह चर्चा तेज है कि भाजपा बिहार में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर रणनीति पर काम कर रही है। नीतीश कुमार की बार-बार पाला बदलने की राजनीति ने एनडीए में उनके भरोसे को कमजोर किया है।
आगे क्या?
बिहार में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं और उससे पहले एनडीए के भीतर यह अंदरूनी कलह नए राजनीतिक समीकरणों की ओर इशारा कर रही है। पप्पू यादव के इस बयान ने न सिर्फ जदयू को असहज कर दिया है, बल्कि भाजपा के इरादों पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।
सारस न्यूज, वेब डेस्क।
बिहार की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। पूर्णिया से निर्दलीय सांसद और कांग्रेस नेता राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में सीट बंटवारे को लेकर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने सीधे तौर पर जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा को निशाने पर लेते हुए आरोप लगाया है कि उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सत्ता से हटाने का “षड्यंत्र” रच कर उसे पूरा कर लिया है।
पप्पू यादव ने सोमवार को एक ट्वीट में कहा,
“बधाई हो संजय झा जी! आपने अपना मिशन पूरा कर लिया। आपने जिस चालाकी से नीतीश कुमार को कमजोर किया और अब उन्हें सीएम की कुर्सी छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया, वह आपके षड्यंत्र का हिस्सा था। सीट बंटवारे में जदयू का अपमान कोई सामान्य बात नहीं है।”
सीट बंटवारे में जेडीयू को मिली कम अहमियत?
एनडीए के भीतर हालिया सीट बंटवारे को लेकर जदयू कार्यकर्ताओं और समर्थकों में भी नाराजगी देखी जा रही है। जदयू को अपेक्षाकृत कम सीटें मिलने की अटकलों ने राजनीतिक हलकों में यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या नीतीश कुमार को धीरे-धीरे हाशिए पर धकेला जा रहा है?
पप्पू यादव का बयान इसी पृष्ठभूमि में देखा जा रहा है, जहां उन्होंने संजय झा पर यह आरोप लगाया है कि उन्होंने भाजपा के साथ मिलकर जदयू के भीतर से नीतीश कुमार की भूमिका को कमजोर किया।
पप्पू यादव का दावा – “सत्ता की लड़ाई अब खुलकर सामने”
पप्पू यादव ने दावा किया कि बिहार की सत्ता को लेकर अब एनडीए के भीतर खुली जंग शुरू हो चुकी है। उन्होंने कहा,
“जो लोग नीतीश कुमार को अपना नेता कहते थे, वही अब उन्हें बाहर करने की साजिश रच रहे हैं। यह सिर्फ सीटों का खेल नहीं है, यह सत्ता परिवर्तन की पटकथा है।”
जेडीयू की चुप्पी, भाजपा की रणनीति
फिलहाल जदयू की ओर से पप्पू यादव के बयान पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। लेकिन सियासी गलियारों में यह चर्चा तेज है कि भाजपा बिहार में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर रणनीति पर काम कर रही है। नीतीश कुमार की बार-बार पाला बदलने की राजनीति ने एनडीए में उनके भरोसे को कमजोर किया है।
आगे क्या?
बिहार में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं और उससे पहले एनडीए के भीतर यह अंदरूनी कलह नए राजनीतिक समीकरणों की ओर इशारा कर रही है। पप्पू यादव के इस बयान ने न सिर्फ जदयू को असहज कर दिया है, बल्कि भाजपा के इरादों पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।
Leave a Reply