आगामी दीपावली पर्व को सम्मानपूर्वक मनाने की आस में लोहिया स्वच्छता पर्यवेक्षक और स्वच्छता कर्मियों ने अपने बकाया मानदेय के शीघ्र भुगतान की मांग की है। इस संबंध में जिलाध्यक्ष सरफराज आलम ने उपविकास आयुक्त (डी.डी.सी.) रोजी कुमारी को आवेदन सौंपकर समय पर भुगतान सुनिश्चित करने की गुहार लगाई है।
जिलाध्यक्ष ने अपने आवेदन में उल्लेख किया है कि जिले के सभी पंचायतों में कार्यरत स्वच्छता कर्मी और पर्यवेक्षक गांव-गांव स्वच्छता की बुनियाद संभाले हुए हैं। अधिकांश कर्मी गरीब और वंचित वर्ग से आते हैं, जिनके परिवारों का भरण-पोषण पूरी तरह उनके मानदेय पर निर्भर है।
उन्होंने कहा कि “दीपावली जैसे बड़े पर्व के मौके पर जब पूरा देश रोशनी और खुशियों की तैयारी में जुटा है, तब स्वच्छता कर्मी अपने बकाया मानदेय की प्रतीक्षा में हैं। इस महंगाई के दौर में वेतन न मिलने से उनके घरों में त्योहार की रौनक फीकी पड़ जाएगी।”
सरफराज आलम ने प्रशासन से आग्रह करते हुए कहा कि सरकार और जिला प्रशासन को इन कर्मियों की आर्थिक स्थिति को समझते हुए मानवीय संवेदना के आधार पर शीघ्र भुगतान का आदेश जारी करना चाहिए, ताकि हर स्वच्छता कर्मी अपने परिवार के साथ गरिमा और प्रसन्नता से दीपावली मना सके।
उन्होंने कहा कि “यदि समय पर मानदेय का भुगतान हो जाता है, तो सभी स्वच्छता कर्मी जिला प्रशासन के इस कदम के लिए जीवनभर आभारी रहेंगे।”
सारस न्यूज़, अररिया।
आगामी दीपावली पर्व को सम्मानपूर्वक मनाने की आस में लोहिया स्वच्छता पर्यवेक्षक और स्वच्छता कर्मियों ने अपने बकाया मानदेय के शीघ्र भुगतान की मांग की है। इस संबंध में जिलाध्यक्ष सरफराज आलम ने उपविकास आयुक्त (डी.डी.सी.) रोजी कुमारी को आवेदन सौंपकर समय पर भुगतान सुनिश्चित करने की गुहार लगाई है।
जिलाध्यक्ष ने अपने आवेदन में उल्लेख किया है कि जिले के सभी पंचायतों में कार्यरत स्वच्छता कर्मी और पर्यवेक्षक गांव-गांव स्वच्छता की बुनियाद संभाले हुए हैं। अधिकांश कर्मी गरीब और वंचित वर्ग से आते हैं, जिनके परिवारों का भरण-पोषण पूरी तरह उनके मानदेय पर निर्भर है।
उन्होंने कहा कि “दीपावली जैसे बड़े पर्व के मौके पर जब पूरा देश रोशनी और खुशियों की तैयारी में जुटा है, तब स्वच्छता कर्मी अपने बकाया मानदेय की प्रतीक्षा में हैं। इस महंगाई के दौर में वेतन न मिलने से उनके घरों में त्योहार की रौनक फीकी पड़ जाएगी।”
सरफराज आलम ने प्रशासन से आग्रह करते हुए कहा कि सरकार और जिला प्रशासन को इन कर्मियों की आर्थिक स्थिति को समझते हुए मानवीय संवेदना के आधार पर शीघ्र भुगतान का आदेश जारी करना चाहिए, ताकि हर स्वच्छता कर्मी अपने परिवार के साथ गरिमा और प्रसन्नता से दीपावली मना सके।
उन्होंने कहा कि “यदि समय पर मानदेय का भुगतान हो जाता है, तो सभी स्वच्छता कर्मी जिला प्रशासन के इस कदम के लिए जीवनभर आभारी रहेंगे।”
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