सारस न्यूज़, वेब डेस्क।
तिथि: कार्तिक शुक्ल पक्ष द्वादशी
विक्रम संवत: 2082
शक संवत: 1947
मास: कार्तिक
पक्ष: शुक्ल पक्ष
दिन: रविवार
नक्षत्र: उत्तरभाद्रपद (पूर्ण रात्रि तक)
योग: व्याघात (प्रातः 08:16 तक), इसके बाद हर्षण
करण: बव (प्रातः 09:24 तक), उसके बाद बालव
🌞 सूर्य व चंद्र संबंधित जानकारी
सूर्योदय: प्रातः 06:29 बजे
सूर्यास्त: सायं 16:38 बजे
चंद्रमा: मीन राशि में
चंद्रोदय: 15:30 बजे
चंद्रास्त: 04:15 बजे (अगले दिन)
🕒 शुभ मुहूर्त
अभिजीत मुहूर्त: 11:13 से 11:54 बजे
विजय मुहूर्त: 14:10 से 14:53 बजे
गौरी व्रत/पूजन के लिए शुभ समय: प्रातः 08:00 से 10:00 बजे तक शुभ माना गया है
☀️ अशुभ काल (राहुकाल आदि)
राहुकाल: 15:22 से 16:38 बजे
यमगण्ड काल: 11:33 से 12:50 बजे
गुलिक काल: 14:06 से 15:22 बजे
दुर्मुहूर्त: 17:10 से 17:52 बजे तक
🪶 चौघड़िया (दिवस काल)
अमृत: 06:29 – 08:04 (अत्यंत शुभ)
शुभ: 08:04 – 09:39 (शुभ कार्यों हेतु उत्तम)
रोग: 09:39 – 11:14 (अशुभ)
उद्वेग: 11:14 – 12:49 (हानिकर)
चर: 12:49 – 14:24 (यात्रा हेतु उत्तम)
लाभ: 14:24 – 15:59 (लाभदायक)
अमृत: 15:59 – 17:34 (अत्यंत शुभ)
काल: 17:34 – 19:09 (हानिकर)
🧘♀️ दैनिक उपाय
आज द्वादशी तिथि पर भगवान विष्णु की आराधना करना अत्यंत शुभ है। पीला वस्त्र धारण करें, तुलसी पत्र से भगवान विष्णु को अर्पित करें और “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र का 108 बार जप करें। इससे सभी कार्यों में सफलता और पारिवारिक सुख प्राप्त होगा।






Leave a Reply