विक्रम संवत: 2082 शक संवत: 1947 मास: कार्तिक मास, शुक्ल पक्ष तिथि: द्वादशी तिथि (पूर्ण रात्रि तक) नक्षत्र: उत्तर भाद्रपदा नक्षत्र (रात्रि 10:45 बजे तक), तत्पश्चात रेवती नक्षत्र योग: ध्रुव योग (प्रातः 09:18 बजे तक), तत्पश्चात व्याघात योग करण: बालव करण (प्रातः 07:10 बजे तक), तत्पश्चात कौलव करण
सूर्योदय: प्रातः 06:11 बजे सूर्यास्त: सायं 05:08 बजे चंद्रोदय: प्रातः 04:17 बजे (अगले दिन) चंद्र राशि: मीन राशि
राहुकाल: प्रातः 07:30 बजे से 09:00 बजे तक गुलिक काल: प्रातः 01:30 बजे से 03:00 बजे तक यमगण्ड: प्रातः 10:30 बजे से 12:00 बजे तक
शुभ मुहूर्त:
अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 11:43 बजे से 12:27 बजे तक
विजय मुहूर्त: दोपहर 02:00 बजे से 02:43 बजे तक
गोधूलि मुहूर्त: सायं 05:00 बजे से 05:20 बजे तक
अमृत काल: प्रातः 06:10 बजे से 07:20 बजे तक
अशुभ काल:
राहुकाल: प्रातः 07:30 बजे से 09:00 बजे तक
यमगण्ड काल: प्रातः 10:30 बजे से 12:00 बजे तक
दिन विशेष: आज कार्तिक शुक्ल द्वादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा का विशेष महत्व है। तुलसी विवाह और देवउठनी एकादशी के उपरांत यह दिन गृहस्थ जीवन में शुभ कार्यों के लिए विशेष रूप से शुभ माना गया है।
दैनिक उपाय: आज भगवान विष्णु को तुलसी दल अर्पित करें और पीले वस्त्र दान करें। इससे घर में सुख-समृद्धि बढ़ती है और धन-संबंधी रुकावटें दूर होती हैं।
सारस न्यूज़, वेब डेस्क।
विक्रम संवत: 2082 शक संवत: 1947 मास: कार्तिक मास, शुक्ल पक्ष तिथि: द्वादशी तिथि (पूर्ण रात्रि तक) नक्षत्र: उत्तर भाद्रपदा नक्षत्र (रात्रि 10:45 बजे तक), तत्पश्चात रेवती नक्षत्र योग: ध्रुव योग (प्रातः 09:18 बजे तक), तत्पश्चात व्याघात योग करण: बालव करण (प्रातः 07:10 बजे तक), तत्पश्चात कौलव करण
सूर्योदय: प्रातः 06:11 बजे सूर्यास्त: सायं 05:08 बजे चंद्रोदय: प्रातः 04:17 बजे (अगले दिन) चंद्र राशि: मीन राशि
राहुकाल: प्रातः 07:30 बजे से 09:00 बजे तक गुलिक काल: प्रातः 01:30 बजे से 03:00 बजे तक यमगण्ड: प्रातः 10:30 बजे से 12:00 बजे तक
शुभ मुहूर्त:
अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 11:43 बजे से 12:27 बजे तक
विजय मुहूर्त: दोपहर 02:00 बजे से 02:43 बजे तक
गोधूलि मुहूर्त: सायं 05:00 बजे से 05:20 बजे तक
अमृत काल: प्रातः 06:10 बजे से 07:20 बजे तक
अशुभ काल:
राहुकाल: प्रातः 07:30 बजे से 09:00 बजे तक
यमगण्ड काल: प्रातः 10:30 बजे से 12:00 बजे तक
दिन विशेष: आज कार्तिक शुक्ल द्वादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा का विशेष महत्व है। तुलसी विवाह और देवउठनी एकादशी के उपरांत यह दिन गृहस्थ जीवन में शुभ कार्यों के लिए विशेष रूप से शुभ माना गया है।
दैनिक उपाय: आज भगवान विष्णु को तुलसी दल अर्पित करें और पीले वस्त्र दान करें। इससे घर में सुख-समृद्धि बढ़ती है और धन-संबंधी रुकावटें दूर होती हैं।
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