किशनगंज के दिघलबैंक प्रखंड के मंगुरा पंचायत स्थित टप्पू स्कूल चौक के पास सोमवार को जीविका तथा पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग, बिहार के संयुक्त प्रयास से पशु स्वास्थ्य एवं जागरूकता शिविर आयोजित किया गया। शिविर में बड़ी संख्या में पहुंचे पशुपालकों ने अपने पशुओं का निःशुल्क इलाज कराया और विभिन्न सेवाओं का लाभ उठाया।
शिविर में मौजूद विशेषज्ञ पशु चिकित्सकों ने पशुओं के बाँझपन से संबंधित रोगों का उपचार किया तथा पशुपालकों को पशुपालन से जुड़ी महत्वपूर्ण सलाह दी। साथ ही हरा चारा उत्पादन, पशु पोषण और नियमित देखभाल से संबंधित वैज्ञानिक जानकारी भी साझा की गई।
शिविर के दौरान पशुओं के लिए कृमिनाशक दवाइयों तथा मिनरल मिक्सचर का वितरण किया गया। पशुओं में बुखार सहित प्रचलित बीमारियों की जांच एवं उपचार भी किया गया। स्थानीय पशुपालकों ने घर के नजदीक ही विशेषज्ञ डॉक्टरों की उपलब्धता को बड़ी सुविधा बताया।
जीविका समूहों और सामुदायिक संगठनों द्वारा पहले से की गई जागरूकता के कारण बड़ी संख्या में पशुपालकों की सहभागिता देखने को मिली। आयोजकों ने बताया कि पशुओं के बेहतर स्वास्थ्य और पोषण से उनकी उत्पादकता में वृद्धि होती है और मृत्यु दर में कमी आती है, इसी उद्देश्य से ऐसे शिविर नियमित रूप से लगाए जा रहे हैं।
शिविर में भ्रमणशील पशु चिकित्सा पदाधिकारी कृष्णदेव यादव, जीविका पशुधन प्रबंधक शायन मंडल, बीपीएम कुमार मुकुल, पशुधन सहायक सुभाष कुमार सहित जीविका के कई कैडर एवं कर्मी उपस्थित रहे।
सारस न्यूज, किशनगंज।
किशनगंज के दिघलबैंक प्रखंड के मंगुरा पंचायत स्थित टप्पू स्कूल चौक के पास सोमवार को जीविका तथा पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग, बिहार के संयुक्त प्रयास से पशु स्वास्थ्य एवं जागरूकता शिविर आयोजित किया गया। शिविर में बड़ी संख्या में पहुंचे पशुपालकों ने अपने पशुओं का निःशुल्क इलाज कराया और विभिन्न सेवाओं का लाभ उठाया।
शिविर में मौजूद विशेषज्ञ पशु चिकित्सकों ने पशुओं के बाँझपन से संबंधित रोगों का उपचार किया तथा पशुपालकों को पशुपालन से जुड़ी महत्वपूर्ण सलाह दी। साथ ही हरा चारा उत्पादन, पशु पोषण और नियमित देखभाल से संबंधित वैज्ञानिक जानकारी भी साझा की गई।
शिविर के दौरान पशुओं के लिए कृमिनाशक दवाइयों तथा मिनरल मिक्सचर का वितरण किया गया। पशुओं में बुखार सहित प्रचलित बीमारियों की जांच एवं उपचार भी किया गया। स्थानीय पशुपालकों ने घर के नजदीक ही विशेषज्ञ डॉक्टरों की उपलब्धता को बड़ी सुविधा बताया।
जीविका समूहों और सामुदायिक संगठनों द्वारा पहले से की गई जागरूकता के कारण बड़ी संख्या में पशुपालकों की सहभागिता देखने को मिली। आयोजकों ने बताया कि पशुओं के बेहतर स्वास्थ्य और पोषण से उनकी उत्पादकता में वृद्धि होती है और मृत्यु दर में कमी आती है, इसी उद्देश्य से ऐसे शिविर नियमित रूप से लगाए जा रहे हैं।
शिविर में भ्रमणशील पशु चिकित्सा पदाधिकारी कृष्णदेव यादव, जीविका पशुधन प्रबंधक शायन मंडल, बीपीएम कुमार मुकुल, पशुधन सहायक सुभाष कुमार सहित जीविका के कई कैडर एवं कर्मी उपस्थित रहे।
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