सारस न्यूज़, वेब डेस्क।
राष्ट्रपति भवन में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का पारंपरिक सम्मान के साथ स्वागत किया गया। गरिमामयी समारोह में भारतीय सैन्य बैंड, गार्ड ऑफ ऑनर और औपचारिक अभिवादन ने इस ऐतिहासिक मौके को और भी खास बना दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति पुतिन ने हमेशा भारत–रूस संबंधों को मजबूत करने में उल्लेखनीय भूमिका निभाई है। बीते 25 वर्षों के दौरान दुनिया में कई बदलाव आए, परिस्थितियाँ बदलीं, वैश्विक समीकरण परिवर्तित हुए—लेकिन भारत और रूस की दोस्ती लगातार आगे बढ़ती रही।
भारत–रूस रणनीतिक साझेदारी ने हासिल की नई मजबूती
पिछली ढाई दशकों में दोनों देशों के बीच
- रक्षा सहयोग,
- ऊर्जा साझेदारी,
- अंतरिक्ष और विज्ञान-तकनीक
जैसे क्षेत्रों में अभूतपूर्व प्रगति हुई है।
राष्ट्रपति पुतिन के नेतृत्व में रूस ने भारत के साथ द्विपक्षीय संबंधों को नई दिशा देने में अहम योगदान दिया है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस पर जोर देते हुए कहा कि पुतिन की निरंतर प्रतिबद्धता ने दोनों देशों के रिश्तों की नींव को और गहरा किया है।
समारोह ने दिखाया अटूट विश्वास और पुरानी मित्रता की झलक
राष्ट्रपति भवन का यह भव्य स्वागत न सिर्फ एक औपचारिक कार्यक्रम था, बल्कि भारत-रूस के बीच दशकों पुरानी भरोसे की साझेदारी का प्रतीक भी रहा। उपस्थित अतिथियों ने दोनों देशों की पारंपरिक दोस्ती और भविष्य के सहयोग की संभावनाओं को एक नए उत्साह के साथ महसूस किया।
निष्कर्ष
पुतिन के इस दौरे ने फिर साबित किया कि भारत और रूस की मित्रता विश्व राजनीति के उतार–चढ़ाव से परे है। दोनों देश रणनीतिक सहयोग, आर्थिक साझेदारी और वैश्विक मुद्दों पर परस्पर समर्थन के साथ एक मजबूत भविष्य की ओर बढ़ रहे हैं।
