सारस न्यूज, किशनगंज।
सुरजापुरी विकास मोर्चा के अध्यक्ष ताराचंद धानुका ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर नशामुक्ति को लेकर भावुक और तीखा बयान देते हुए कहा कि देर से ही सही, लेकिन यदि प्रशासन एवं जिम्मेदार लोग अब ईमानदारी, निष्ठा और दृढ़ संकल्प के साथ नशामुक्ति के विरुद्ध अभियान चलाएं, तो समाज और राष्ट्र को विनाश की ओर जाने से बचाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि आज भी अवसर शेष है, बशर्ते प्रशासन, पुलिस महकमा और जनप्रतिनिधि अपनी जिम्मेदारी को पूरी गंभीरता से समझें।
ताराचंद धानुका ने कहा कि नशे के सौदागर केवल कारोबार नहीं कर रहे, बल्कि वे हमारी युवा पीढ़ी के सपनों, मेहनत और भविष्य को धीरे-धीरे ज़हर देकर खत्म कर रहे हैं। हालत यह है कि नशे के व्यापारियों ने अवैध कमाई से महल खड़े कर लिए हैं, जबकि गांव-गली के युवा बर्बादी की कगार पर पहुंच गए हैं। यह सामाजिक असंतुलन और नैतिक पतन का सबसे भयावह उदाहरण है।
उन्होंने कहा कि विधायक गोपाल कुमार अग्रवाल के निर्वाचित होने के बाद नशामुक्ति की दिशा में प्रशासनिक सक्रियता बढ़ी है, जो स्वागतयोग्य है। इससे पहले स्थिति अत्यंत चिंताजनक थी। बांग्लादेशी घुसपैठ, राष्ट्रविरोधी तत्वों की गतिविधियां और सूखे नशे का खुला खेल क्षेत्र में आम बात हो गई थी। हम सबने अपनी आंखों से कानून-व्यवस्था का यह नंगा नाच देखा है।
ताराचंद धानुका ने यह भी आरोप लगाया कि जिला प्रशासन को लिखित रूप में जानकारी देने के बावजूद, एक सामान्य भैंस चालक के मात्र पांच वर्षों में करोड़पति बनने जैसे गंभीर मामले पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। “उस वक्त ऐसा लगता था मानो पूरा तंत्र नशे और उदासीनता की चादर में लिपटा हो।”
उन्होंने जोर देकर कहा कि नशामुक्त वातावरण बनाना केवल पुलिस या प्रशासन की नहीं, बल्कि पूरे समाज की सामूहिक जिम्मेदारी है। यदि अब भी निष्पक्ष कार्रवाई, सतत निगरानी और मजबूत राजनीतिक इच्छाशक्ति के साथ कदम उठाए गए, तो भले ही काफी नुकसान हो चुका हो, लेकिन आने वाली पीढ़ियों को अंधकार में जाने से अवश्य बचाया जा सकता है।
