सारस न्यूज, वेब डेस्क।
| तत्व | विवरण |
|---|---|
| दिनांक | 12 दिसंबर 2025 (Friday) |
| विक्रम संवत | 2082 (कालयुक्त) |
| शक संवत | 1947 (विश्वावसु) |
| माह (पूर्णिमांत) | पौष |
| माह (अमावंत) | मार्गशीर्ष |
| ऋतु | हेमंत |
| आयन | दक्षिणायण |
| पक्ष | कृष्ण पक्ष |
| तिथि | अष्टमी – दोपहर 02:56 बजे तक → फिर नवमी शुरू |
| नक्षत्र | उत्तराफाल्गुनी – सुबह 05:49/05:50 बजे तक → फिर हस्त |
| योग | प्रीति – सुबह 11:11 बजे तक → फिर आयुष्मान |
| करण | कौलव – दोपहर 02:56 बजे तक → फिर तैतुला |
| लग्न (सूर्योदय में) | वृश्चिक |
सरल शब्दों में: आज सुबह से दोपहर 2:56 बजे तक अष्टमी तिथि है, उसके बाद नवमी तिथि हो जाएगी। नक्षत्र सुबह जल्दी बदलता है। योग और करण भी दिन में बदलते हैं।
🌞 सूर्य-चंद्र से जुड़े तत्व
| कारक | जानकारी |
|---|---|
| सूर्य राशि | वृश्चिक |
| चंद्र राशि | सिंह (प्रातः तक), उसके बाद कन्या (कई पंचांगों के अनुसार) |
⏱️ शुभ और अशुभ समय
🙏 शुभ मुहूर्त
| मुहूर्त | समय |
|---|---|
| अभिजीत मुहूर्त | लगभग 11:50 AM – 12:36 PM |
| विजय मुहूर्त | 1:58 PM – 2:40 PM |
| गोधूलि मुहूर्त | 5:23 PM – 5:50 PM |
| अमृत काल | 10:04 PM – 11:47 PM |
| निशीथा मुहूर्त | 11:48 PM → 12:43 AM (13 Dec) |
⚠️ अशुभ समय / वर्ज्य समय
| काल का नाम | समय |
|---|---|
| राहुकाल | 10:57 AM – 12:15 PM |
| गुलिक काल | 8:22 AM – 9:40 AM |
| यमगंड | 2:50 PM – 4:08 PM |
| दुर्मुहूर्त | 9:09 AM – 9:50 AM, 12:36 PM – 1:17 PM |
| वर्ज्यम् | 11:42 AM – 1:25 PM |
राहुकाल और अन्य अशुभ समय के दौरान नए शुभ कार्य, यात्रा या महत्वपूर्ण निर्णय न करना शुभ माना जाता है।
📌 छोटी-छोटी महत्वपूर्ण बातें
✅ शुभ तिथि: आज अष्टमी के कारण देवी-देवताओं की पूजा, लक्ष्मी-नारायण पूजा आदि कर्मों के लिए शुभ समय रहता है।
❌ मांगलिक कार्यों जैसे विवाह, गृह-प्रवेश आदि का समय खरमास में वर्जित माना जाता है।
📆 पंचांग दिन की शुरुआत से अंत तक समय-समय पर बदलता है — इसलिए अनुसूची स्थान (शहर/स्थान) के अनुसार थोड़ा भिन्न हो सकती है।
