सारस न्यूज, वेब डेस्क।
- दिन (वार) : शुक्रवार (Shukravaar)
- हिन्दू मास (अमावन्त/पूर्णिमान्त) : पौष मास (Paush) कृष्ण पक्ष अमावस्या
- विक्रम संवत : 2082
- शक संवत : 1947
- ऋतु : हेमंत (Hemant / Pre‑winter)
🌙 1. तिथि (Tithi)
अमावस्या (Krishna Paksha Amavasya)
प्रारंभ: 04:59 AM (19‑12‑2025)
समाप्त: 07:12 AM (20‑12‑2025)
👉 आज पूरी तिथि अमावस्या ही मानी जाती है, जो योग और पितृ पूजा के लिए महत्वपूर्ण है।
⭐ 2. नक्षत्र (Nakshatra)
ज्येष्ठा (Jyeshtha)
समाप्त: 10:51 PM
मूला (Moola)
प्रारंभ: 10:51 PM, अगले दिन सुबह
👉 ज्येष्ठा पर दिन का अधिकांश समय प्रभावी रहेगा।
🧭 3. योग (Yoga)
शूल (Shoola)
समाप्त: 03:46 PM
गण्ड (Ganda)
प्रारंभ: 03:46 PM, अगले दिन तक
👉 शुभ योग की तुलना में आज कुछ विषम योग हैं जिनमें सावधानी जरूरी है।
🔷 4. करण (Karana)
चतुष्पदा (Chatushpada)
समाप्त: 06:06 PM
नाग (Naga)
प्रारंभ: 06:06 PM, अगले दिन
👉 दिन भर चतुष्पदा करण प्रभावी रहेगा।
☀️ 5. सूर्योदय — सूर्यास्त & चंद्र समय
- सूर्योदय: लगभग 07:10 – 07:15 AM
- सूर्यास्त: लगभग 05:40 – 05:58 PM
- चंद्रोदय: लगभग 06:24 – 06:33 AM
- चंद्रास्त: लगभग 03:50 – 05:01 PM
⏱️ 6. शुभ‑अशुभ समय (Muhurat & Kala)
❌ अशुभ काल
राहु काल: 11:04 AM – 12:23 PM
गुलिक काल: 08:26 AM – 09:45 AM
यमगंड काल: 03:02 PM – 04:21 PM
👉 राहु काल में शुभ कार्य (जैसे विवाह मुहूर्त, घर प्रवेश) टालना चाहिए।
✅ शुभ मुहूर्त
अभिजीत मुहूर्त: 12:02 PM – 12:45 PM
ब्रह्म मुहूर्त: 05:31 AM – 06:19 AM
अमृत काल: 01:01 PM – 02:48 PM
👉 शुभ कार्य के लिए अभिजीत या अमृत काल सर्वोत्तम माने जाते हैं।
🪔 7. धार्मिक एवं ज्योतिषीय महत्व
- आज पौष अमावस्या के कारण धार्मिक दृष्टि से पितृ तर्पण, स्नान, दान‑पुण्य विशेष फलदायी माने जाते हैं।
- अमावस्या की तिथि पर पितृ कार्य, यज्ञ और पूजा‑पाठ का विशेष महत्व है।
📌 संक्षेप में आज पंचांग
तिथि: पौष अमावस्या
नक्षत्र: ज्येष्ठा → मूला
योग: शूल → गण्ड
करण: चतुष्पदा → नाग
राहु काल: 11:04 – 12:23
शुभ मुहूर्त: अभिजीत/अमृत
