सारस न्यूज, वेब डेस्क।
📅 तारीख़ और संवत
- दिन/वार: मंगलवार
- विक्रम संवत: 2082 (कालयुक्त)
- शक संवत: 1947 (विश्वावसु)
- हिंदू महीना: पौष मास (शुक्ल पक्ष)
- मास का दिन: 18वां दिन
🌙 तिथि
- पौष शुक्ल तृतीया (तृतीया तिथि)
– सुबह से लगभग 12:13 बजे तक तृतीया जारी।
– इसके बाद चतुर्थी तिथि प्रारंभ होती है।
⭐ नक्षत्र
- श्रवण नक्षत्र
– आज सुबह तक श्रवण रहेगा और उसके बाद धनिष्ठा नक्षत्र आरंभ होने की गणना है।
– श्रवण का प्रभाव सुबह तक रहेगा।
☀️ सूर्य और चंद्र स्थिति
- सूर्य: धनु राशि में
- चंद्रमा: मकर राशि में संचार
🌅 सूर्योदय / सूर्यास्त (लगभग)
- सूर्योदय: लगभग 07:11 AM
- सूर्यास्त: लगभग 05:30 PM
(स्थान के अनुसार थोड़ा भिन्न हो सकता है लेकिन औसतन यही समय है)
🕰️ योग
- योग: व्याघात योग (दिन के पहले भाग में), बाद में हर्षण योग
🔱 करण
- करण:
- प्रातः तक गर
- उसके बाद वणिज / विष्टि
⏱️ समय विशेष — शुभ / अशुभ
🌞 शुभ मुहूर्त (सामान्य)
(स्थानीय समय और पंचांग के अनुसार — ये सूची कुछ स्रोतों के आधार पर अनुमानित हैं)
- अभिजीत मुहूर्त: लगभग 11:54 AM – 12:31 PM
- ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 05:37 AM – 06:36 AM
- अमृत काल: लगभग 01:18 PM – 02:43 PM
(समय स्थान के अनुसार थोड़ा बदल सकता है)
☠️ अशुभ / वर्जित काल
- राहु काल: सामान्यतः 03:04 PM – 04:23 PM
- (कहते हैं इस दौरान महत्वपूर्ण नए शुभ कार्य न करें)
🕰️ चौघड़िया
- दैनिक चौघड़िया मुहूर्त दिन और शाम के विभिन्न भागों में शुभ/अशुभ समय बताता है (शुभ/अशुभ का क्रम बदलता रहता है)।
इसका विस्तृत समय अलग-अलग स्थान पर अलग होगा; पर पंचांग में यह शामिल होता है — शुभ कार्यों के लिये सुबह-दोपहर-शाम के शुभ चौघड़िये देखे जाते हैं।
🌤️ ऋतु
- ऋतु हेमंत (शीत ऋतु) — सर्दियों का समय
🪔 पंचांग का उपयोग
पंचांग से आप जान सकते हैं:
- पूजा-पाठ और अनुष्ठानों के लिये शुभ समय
- राहुकाल, यमघंट, गुलिक काल आदि वर्जित समय
- तिथि, नक्षत्र, योग, करण के अनुसार दिन का धार्मिक फल
- शुभ कार्यों के लिये सर्वोत्तम मुहूर्त समय
