सारस न्यूज, वेब डेस्क।
- विक्रम संवत: 2082 (कालयुक्त)
- शक संवत: 1947 (विश्ववासु)
- माह / पक्ष: पौष मास, कृष्ण पक्ष
- तिथि: चतुर्थी — शाम 04:03 बजे तक, उसके बाद पंचमी तिथि आरंभ होगी।
- वार: सोमवार
🌒 नक्षत्र, योग, करण, ग्रह स्थिति
- नक्षत्र: पुष्य — 02:52 AM तक। उसके बाद अगले नक्षत्र में प्रवेश होगा।
- योग: ब्रह्म योग — 05:01 PM तक।
- करण: बालव करण — 04:03 PM तक; इसके बाद कॉलव आदि करण बनेगा।
- सूर्य राशि: वृश्चिक (सूर्य वृश्चिक राशि में)
- चंद्र राशि: कर्क — चंद्रमा कर्क राशि में रहेगा।
🕰️ समय — सूर्योदय / अस्त / राहुकाल / मुहूर्त आदि
| विवरण | समय / अवधि |
|---|---|
| सूर्योदय (Sunrise) | 07:02 AM |
| सूर्यास्त (Sunset) | 05:24 PM |
| राहुकाल (Rahu Kaal) | 08:20 AM – 09:37 AM |
| अभिजित मुहूर्त (Abhijit Muhurat) | 11:52 AM – 12:34 PM |
✅ आज के लिए सुझाव / मुहूर्त-विचार
- चतुर्थी तिथि चल रही है — अगर आप पूजा-पाठ या धार्मिक कार्य करना चाहते हों तो इस तिथि में करना शुभ माना जाता है।
- पुष्य नक्षत्र है — पारंपरिक ज्योतिष में पुष्य को शुभ नक्षत्र माना जाता है; नए कार्य आरंभ या ख़रीददारी आदि के लिए अनुकूल माना जाता है।
- “ब्रह्म योग” में दिन — आध्यात्मिक, चिंतन, पूजा-पाठ या संस्कारात्मक कार्यों के लिए योग उत्तम है।
- राहुकाल (08:20–09:37 AM) और अन्य अशुभ समय (करण, यदि लागू हो) में शुभ कार्य, यात्रा या बड़े निर्णय टालना बेहतर होता है।
